शुरुआती मॉनसून रहेगा कमजोर, फसल बोने के लिए अभी करें इंतजार
मॉनसून ने केरल में दस्तक तो दे दी है परंतु मॉनसून की बारिश अभी दिखाई नहीं दे रही। शायद मौसम विभाग ने मॉनसून डिक्लेअर करने में जल्दबाजी दिखाई है। अगले लगभग 1 सप्ताह तक केरल तमिलनाडु कर्नाटक आंध्र प्रदेश तेलंगाना तथा महाराष्ट्र में अच्छी बारिश की उम्मीद नहीं है। पूर्वोत्तर राज्यों में 2 दिनों के बाद बारिश की गतिविधियां बढ़ने लगेंगे तथा 2 जून से कई जगहों पर मूसलाधार बारिश हो सकती है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत का मौसम शुष्क और गर्म रहने के आसार हैं।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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देशातील विविध शहरांमध्ये फळे आणि पिकांच्या किंमती काय आहेत?
बाजार |
फसल |
किमान किंमत (किलोग्रॅम मध्ये) |
जास्तीत जास्त किंमत (किलोग्रॅम मध्ये) |
जयपूर |
अननस |
50 |
52 |
जयपूर |
फणस |
18 |
20 |
जयपूर |
लिंबू |
45 |
50 |
जयपूर |
आंबा |
42 |
55 |
जयपूर |
आंबा |
35 |
– |
जयपूर |
लिंबू |
45 |
50 |
जयपूर |
हिरवा नारळ |
36 |
38 |
जयपूर |
आले |
30 |
32 |
जयपूर |
बटाटा |
13 |
15 |
जयपूर |
कलिंगड |
6 |
– |
जयपूर |
कच्चा आंबा |
25 |
– |
जयपूर |
लीची |
60 |
– |
वाराणसी |
आले |
24 |
25 |
वाराणसी |
बटाटा |
14 |
15 |
वाराणसी |
लिंबू |
30 |
35 |
वाराणसी |
सफरचंद |
90 |
105 |
वाराणसी |
आंबा |
40 |
45 |
वाराणसी |
लीची |
52 |
60 |
आग्रा |
लिंबू |
30 |
– |
आग्रा |
फणस |
13 |
14 |
आग्रा |
आले |
19 |
– |
आग्रा |
अननस |
27 |
– |
आग्रा |
कलिंगड |
4 |
6 |
आग्रा |
आंबा |
25 |
50 |
आग्रा |
लीची |
75 |
80 |
कोलकाता |
बटाटा |
17 |
– |
कोलकाता |
आले |
35 |
– |
कोलकाता |
कलिंगड |
16 |
– |
कोलकाता |
अननस |
45 |
50 |
कोलकाता |
सफरचंद |
95 |
115 |
पटना |
कांदा |
9 |
11 |
पटना |
कांदा |
12 |
13 |
पटना |
कांदा |
15 |
– |
पटना |
कांदा |
9 |
11 |
पटना |
कांदा |
12 |
13 |
पटना |
कांदा |
15 |
– |
पटना |
लसूण |
20 |
25 |
पटना |
लसूण |
30 |
33 |
पटना |
लसूण |
35 |
36 |
जयपूर |
कांदा |
10 |
12 |
जयपूर |
कांदा |
13 |
– |
जयपूर |
कांदा |
14 |
– |
जयपूर |
कांदा |
4 |
5 |
जयपूर |
कांदा |
6 |
7 |
जयपूर |
कांदा |
8 |
9 |
जयपूर |
कांदा |
10 |
– |
जयपूर |
लसूण |
12 |
15 |
जयपूर |
लसूण |
18 |
22 |
जयपूर |
लसूण |
25 |
28 |
जयपूर |
लसूण |
35 |
42 |
जयपूर |
लसूण |
10 |
12 |
जयपूर |
लसूण |
15 |
18 |
जयपूर |
लसूण |
22 |
25 |
जयपूर |
लसूण |
30 |
35 |
गुवाहाटी |
कांदा |
11 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
12 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
13 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
11 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
12 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
13 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
14 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
11 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
14 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
15 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
16 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
25 |
30 |
गुवाहाटी |
लसूण |
30 |
35 |
गुवाहाटी |
लसूण |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लसूण |
42 |
45 |
गुवाहाटी |
लसूण |
25 |
30 |
गुवाहाटी |
लसूण |
30 |
35 |
गुवाहाटी |
लसूण |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लसूण |
40 |
45 |
गुवाहाटी |
कांदा |
13 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
15 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
16 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
12 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
14 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
16 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
18 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
10 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
13 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
15 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
16 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
25 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
30 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
37 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
42 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
20 |
25 |
गुवाहाटी |
लसूण |
30 |
35 |
गुवाहाटी |
लसूण |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लसूण |
40 |
45 |
तिरुवनंतपुरम |
कांदा |
17 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
कांदा |
18 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
कांदा |
21 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लसूण |
55 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लसूण |
58 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लसूण |
65 |
– |
रतलाम |
कांदा |
3 |
4 |
रतलाम |
कांदा |
5 |
8 |
रतलाम |
कांदा |
8 |
11 |
रतलाम |
कांदा |
11 |
12 |
रतलाम |
लसूण |
3 |
7 |
रतलाम |
लसूण |
8 |
18 |
रतलाम |
लसूण |
18 |
26 |
रतलाम |
लसूण |
28 |
38 |
नाशिक |
कांदा |
4 |
5 |
नाशिक |
कांदा |
5 |
6 |
नाशिक |
कांदा |
7 |
9 |
नाशिक |
कांदा |
12 |
– |
आग्रा |
कांदा |
6 |
– |
आग्रा |
कांदा |
6 |
8 |
आग्रा |
कांदा |
8 |
9 |
आग्रा |
कांदा |
10 |
11 |
आग्रा |
कांदा |
6 |
7 |
आग्रा |
कांदा |
7 |
8 |
आग्रा |
कांदा |
8 |
9 |
आग्रा |
कांदा |
10 |
11 |
आग्रा |
कांदा |
5 |
6 |
आग्रा |
कांदा |
6 |
7 |
आग्रा |
कांदा |
7 |
8 |
आग्रा |
कांदा |
8 |
9 |
आग्रा |
लसूण |
12 |
15 |
आग्रा |
लसूण |
18 |
20 |
आग्रा |
लसूण |
21 |
22 |
आग्रा |
लसूण |
25 |
28 |
कानपूर |
कांदा |
6 |
– |
कानपूर |
कांदा |
8 |
– |
कानपूर |
कांदा |
8 |
10 |
कानपूर |
कांदा |
14 |
– |
कानपूर |
लसूण |
7 |
– |
कानपूर |
लसूण |
26 |
– |
कानपूर |
लसूण |
30 |
– |
कानपूर |
लसूण |
40 |
42 |
कोलकाता |
कांदा |
11 |
– |
कोलकाता |
कांदा |
14 |
– |
कोलकाता |
कांदा |
15 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
30 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
32 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
34 |
– |
वाराणसी |
कांदा |
6 |
7 |
वाराणसी |
कांदा |
10 |
11 |
वाराणसी |
कांदा |
12 |
13 |
वाराणसी |
कांदा |
8 |
9 |
वाराणसी |
कांदा |
12 |
– |
वाराणसी |
लसूण |
14 |
– |
वाराणसी |
लसूण |
7 |
12 |
वाराणसी |
लसूण |
15 |
20 |
वाराणसी |
लसूण |
20 |
25 |
वाराणसी |
लसूण |
25 |
30 |
पटना |
टोमॅटो |
50 |
55 |
पटना |
बटाटा |
10 |
12 |
पटना |
लसूण |
12 |
– |
पटना |
लसूण |
28 |
– |
पटना |
लसूण |
36 |
– |
पटना |
कलिंगड |
18 |
– |
पटना |
फणस |
20 |
– |
पटना |
द्राक्षे |
55 |
– |
पटना |
खरबूज |
16 |
– |
पटना |
सफरचंद |
95 |
– |
पटना |
डाळिंब |
100 |
– |
पटना |
हिरवी मिरची |
25 |
– |
पटना |
कारले |
30 |
– |
पटना |
काकडी |
7 |
– |
पटना |
भोपळा |
8 |
– |
रतलाम |
बटाटा |
15 |
17 |
रतलाम |
टोमॅटो |
26 |
32 |
रतलाम |
हिरवी मिरची |
20 |
22 |
रतलाम |
लिंबू |
80 |
– |
रतलाम |
भोपळा |
7 |
9 |
रतलाम |
पपई |
12 |
16 |
रतलाम |
आंबा |
50 |
– |
रतलाम |
आंबा |
55 |
– |
रतलाम |
आंबा |
100 |
– |
रतलाम |
कलिंगड |
5 |
8 |
रतलाम |
खरबूज |
10 |
13 |
कोचीन |
अननस |
47 |
– |
कोचीन |
अननस |
45 |
– |
कोचीन |
अननस |
32 |
– |
नैसर्गिक शेती करण्यासाठी सरकार अनुदान देईल, लवकरच योजनेचा लाभ घ्या
पिकाची उत्पादकता वाढवण्यासाठी शेतात रासायनिक खतांचा बिनदिक्कत वापर केला जात आहे. त्यामुळे जमिनीत सेंद्रिय कार्बनची कमतरता वाढत आहे. याशिवाय या उत्पादनांमध्ये पौष्टिकतेची कमतरता देखील आढळते. या कारणांमुळे केंद्र सरकार आणि राज्य सरकार नैसर्गिक शेतीला प्रोत्साहन देत आहेत. नैसर्गिक शेती करून जमिनीची सुपीकता वाढली की पर्यावरण सुरक्षित राहते.
मात्र, नैसर्गिक शेतीमुळे शेतकऱ्यांची उत्पादकता कमी होण्याची भीती नेहमीच असते. शेतकऱ्यांची ही भीती घालवण्यासाठी राज्य सरकार लाभदायी योजना राबवत आहे. याअंतर्गत ज्या शेतकऱ्यांनी आपल्या १.२७ लाख हेक्टर जमिनीवर नैसर्गिक शेती करण्याचा निर्णय घेतला आहे. सरकार त्यांना 12200 रुपये प्रति हेक्टर या दराने आर्थिक मदत करेल.
या भागात, राज्यातील नैसर्गिक शेतीला चालना देण्यासाठी, मध्य प्रदेश सरकार अनेक प्रयत्न करत आहे. सरकारच्या या प्रयत्नांमुळे राज्यात सुमारे 17 लाख हेक्टरवर नैसर्गिक शेती केली जात आहे. याद्वारे आठ लाख शेतकरी जोडले गेले आहेत. याशिवाय राज्य सरकार गोपाळनासाठी 900 प्रति महिना, जेणेकरून जास्तीत जास्त शेतकऱ्यांना लाभ मिळू शकेल.
स्रोत: टीवी9 भारतवर्ष
Shareकृषी क्षेत्रातील अशाच महत्त्वाच्या बातम्यांसाठी दररोज ग्रामोफोनचे लेख वाचत रहा आणि आजची ही माहिती आवडली असेल तर लाईक आणि शेअर करायला विसरू नका.
शेतकऱ्यांना यावर्षीही शून्य व्याज दरावरती कर्ज मिळणार आहे, लवकरच योजनेचा लाभ घ्या
देशातील बहुतांश शेतकऱ्यांची आर्थिक स्थिती चांगली नाही. यामुळे बहुतांश शेतकऱ्यांना शेतीसाठी कर्ज घ्यावे लागते. अनेक वेळा शेतकऱ्यांना सावकार आणि खाजगी संस्थांकडून जास्त व्याजदराने कर्ज मिळते. अशा परिस्थितीत शेतकऱ्यांना कर्जाची परतफेड करणे कठीण होऊन बसते.
म्हणूनच अशा परिस्थितीत शेतकऱ्यांची आर्थिक स्थिती सुधारण्यासाठी केंद्र आणि राज्य सरकार अनेक योजना राबवत आहेत. याच क्रमामध्ये मध्य प्रदेश सरकारनेही शून्य व्याजावर कर्ज देण्याची योजना सुरू ठेवण्याचा निर्णय घेतला आहे. या योजनेअंतर्गत शेतकर्यांना सहकारी बँकांमार्फत कोणतेही व्याज न देता अल्प मुदतीचे कर्ज दिले जाते.
मध्य प्रदेश सरकारने ही योजना 2021-22 मध्ये सहकारी बँकांच्या माध्यमातून सातत्याने सुरू ठेवण्याचा निर्णय घेतला आहे. या योजनेच्या मदतीने राज्यातील शेतकऱ्यांना आता दरवर्षी खरीप आणि रब्बी हंगामात बिनव्याजी कर्ज मिळू शकणार आहे.
स्रोत: किसान समाधान
Shareकृषी क्षेत्रातील अशाच महत्त्वाच्या बातम्यांसाठी दररोज ग्रामोफोनचे लेख वाचत रहा आणि आजची ही माहिती आवडली असेल तर लाईक आणि शेअर करायला विसरू नका.
30 मे रोजी देशातील प्रमुख मंडईत लसणाचे भाव काय होते?
लसणाच्या भावात वाढ किंवा घसरण काय? व्हिडिओच्या माध्यमातून पहा वेगवेगळ्या मंडईत काय चालले आहे लसणाचे भाव!
स्रोत: ऑल इनफार्मेशन
Shareगव्हाचे भाव वाढतच आहेत, 30 मे रोजी देशातील प्रमुख मंडईंचे भाव पहा
गव्हाच्या भावात वाढ किंवा घसरण काय? व्हिडिओच्या माध्यमातून पहा वेगवेगळ्या मंडईत काय चालले आहे गव्हाचे भाव!
स्रोत: आज का सोयाबीन भाव
Shareकेरल में मानसून की दस्तक, शुरुआत में कमजोर रहेगा मानसून
मानसून समय से 3 दिन पहले केरल पहुंच चुका है। अब केरल तमिलनाडु और दक्षिण कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश की गतिविधियां अच्छी रहेगी। दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत में तापमान बढ़ने लगे हैं और दिल्ली ने 40 डिग्री का आंकड़ा पार कर लिया है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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इस योजना से बदल रही है गांवों की सूरत, मिल रही कई सुविधाएं
भारत सरकार ने गांवो के विकास के लिए ‘प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ की शुरूआत की थी। जिसका उद्देश्य देशभर के सभी गांव तक जरूरी बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना है। इसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भारत निर्माण, सर्व शिक्षा अभियान, आईसीडीएस जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं। जिनके लिए सरकार की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
इस योजना के अंतर्गत देश के वे गांव चुने जाते हैं, जिनमें अनुसूचित जाति के 50% से अधिक लोग निवास करते हों, ताकि गैर एससी और एससी आबादी के बीच अंतर को कम किया जा सके। योजना के माध्यम से इन गांव में विशेषकर बच्चों और महिलाओं के लिए शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही स्वच्छता और पेयजल, खाद्य सुरक्षा, स्वच्छ ईधन और बिजली, आजीविका और कौशल विकास, कृषि पद्धतियों के साथ डिजिटलीकरण पर जोर दिया जा रहा है।
इस योजना के तहत आत्मनिर्भर मॉडल गांव बनने से ग्रामीणों को रोजगार के लिए कई विकल्प मिलेंगे। इसके चलते ग्रामीणों को बेहतर आजीविका के लिए शहरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। फिलहाल इस योजना के तहत केंद्र सरकार देश के हजारों आदिवासी गांवों को आदर्श ग्राम बनाने में जुट चुकी है।
स्रोत: कृषि जागरण
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