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कोळीची लक्षणे :- हे किडे लहान आणि लाल रंगाचे असतात. जे पाने, फुलांच्या कळ्या आणि डहाळ्यांसारख्या पिकांच्या मऊ भागांवर मोठ्या प्रमाणात आढळतात.
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ज्या झाडांवर कोळ्याच्या जाळ्यांचा प्रादुर्भाव झालेला असतो त्या झाडावर दिसतात हे कीटक वनस्पतीच्या मऊ भागांचा रस शोषून त्यांना कमकुवत करतात आणि शेवटी वनस्पती मरतात.
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वांगी पिकावरील कोळी किडीच्या व्यवस्थापनासाठी खालील उत्पादने वापरली जातात.
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प्रोपरजाइट 57% ईसी 400 मिली स्पाइरोमैसीफेन 22.9% एससी 200 मिली ऐबामेक्टिन 1.8% ईसी 150 मिली/एकर या दराने फवारणी करा.
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जैविक उपचार म्हणून मेट्राजियम 1 किलो/एकर या दराने वापरले जाऊ शकते.
लहसुन के भाव में तेजी जारी, 27000 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
| मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव | ||||
| जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
| शाजापुर | आगर | लहसुन | 3100 | 7700 |
| धार | बदनावर | लहसुन | 1000 | 11800 |
| भोपाल | भोपाल | लहसुन | 3000 | 15850 |
| मन्दसौर | दलौदा | लहसुन | 5963 | 21002 |
| इंदौर | गौतमपुरा | लहसुन | 2500 | 8811 |
| इंदौर | इंदौर | लहसुन | 4200 | 18400 |
| रतलाम | जावरा | लहसुन | 15300 | 17500 |
| शाजापुर | कालापीपल | लहसुन | 1500 | 10027 |
| शाजापुर | कालापीपल (F&V) | लहसुन | 4500 | 15150 |
| नीमच | मनसा | लहसुन | 4000 | 16700 |
| मन्दसौर | मन्दसौर | लहसुन | 7300 | 18500 |
| मन्दसौर | मन्दसौर | लहसुन-जैविक | 11800 | 11800 |
| राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | लहसुन | 6000 | 14000 |
| नीमच | नीमच | औसत | 1500 | 19800 |
| नीमच | नीमच | लहसुन | 750 | 27000 |
| मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन | 2602 | 12020 |
| मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन-जैविक | 3301 | 17600 |
| धार | राजगढ़ | लहसुन | 1200 | 17000 |
| रतलाम | रतलाम | देसी | 5700 | 16300 |
| रतलाम | रतलाम | लहसुन | 8300 | 16600 |
| सागर | रहली | लहसुन | 6200 | 6200 |
| रतलाम | सैलाना | औसत | 12290 | 12701 |
| रतलाम | सैलाना | लहसुन | 11500 | 15401 |
| रतलाम | सैलाना(F&V) | लहसुन | 5400 | 15801 |
| सीहोर | सीहोर | लहसुन | 3000 | 18300 |
| शाजापुर | शाजापुर | लहसुन | 4100 | 15100 |
| मन्दसौर | शामगढ़ | लहसुन | 7900 | 16500 |
| शाजापुर | शुजालपुर | देसी | 1000 | 15001 |
| शाजापुर | शुजालपुर(F&V) | लहसुन | 1500 | 17500 |
| मन्दसौर | सीतामऊ (F&V) | औसत | 5800 | 18500 |
| मन्दसौर | सीतामऊ | लहसुन | 1010 | 1280 |
| शाजापुर | सोयतकलां | लहसुन | 7000 | 7000 |
| उज्जैन | उज्जैन | लहसुन | 11600 | 11600 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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गेहूँ की फसल में फॉल आर्मी वर्म के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय!
मौसम में आए परिवर्तन के चलते गेहूँ की फसल पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ गया है। हैरानी की बात तो यह है कि गेहूँ की फसल में पहले कभी भी यह इल्ली नहीं देखी गई थी। लेकिन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी गेहूँ की फसल पर इल्ली का प्रकोप दिखाई दे रहा है। इस कीट का नाम फॉल आर्मी वर्म है। यह बहुभक्षी कीट है। यह मुख्य रूप से मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाता है। लेकिन आज कल यह कीट गेहूँ की फसल को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इसका प्रकोप बादलों वाले मौसम में अधिक बढ़ता है। साथ ही ऐसे वक़्त में यह फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा ठंड पड़ने पर कीट प्रकोप कम हो जाता है।
कीट की पहचान: नव निषेचित इल्ली सामान्य रूप हल्के पीले हरे रंग की होती है जिसका सिर काला होता है। द्वितीय अवस्था के पश्चात सिर का रंग लाल भूरा हो जाता है। इस लाल रंग के सिर पर उल्टे वाई आकार की काली संरचना इस कीट की प्रमुख पहचान है। वयस्क इल्ली तम्बाकू की इल्ली से काफी समानता लिए हुए धब्बेदार धूसर से गहरे-भूरे रंग की होती है। मादा कीट अंडों को धूसर रंग की पपड़ी से ढक देती है जो सामान्यतः: फफूंद होने का आभास देती है।
नियंत्रण के उपाय: इस कीट के नियंत्रण के लिए, इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5 % एसजी) @ 80 ग्राम + बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना 5% डब्ल्यूपी) 250 ग्राम + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?
सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!
| मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव | ||||
| जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
| शाजापुर | आगर | सरसों | 4201 | 4201 |
| अशोकनगर | अशोकनगर | सरसों | 5540 | 5711 |
| शिवपुरी | बराड़ | सरसों | 5951 | 5951 |
| भोपाल | बैरसिया | सरसों(काला) | 5245 | 5245 |
| राजगढ़ | ब्यावरा | सरसों | 4805 | 5500 |
| सागर | बीना | सरसों | 5551 | 6880 |
| दमोह | दमोह | सरसों | 4210 | 5775 |
| देवास | देवास | सरसों | 4500 | 4800 |
| डिंडोरी | डिंडोरी | सरसों(काला) | 5200 | 5300 |
| विदिशा | गंज बासौदा | सरसों | 5200 | 5655 |
| हरदा | हरदा | सरसों | 4001 | 4001 |
| जबलपुर | जबलपुर | सरसों | 5190 | 5285 |
| जबलपुर | जबलपुर | सरसों-जैविक | 5600 | 5600 |
| रतलाम | जावरा | सरसों | 5400 | 5400 |
| टीकमगढ़ | जतारा | सरसों | 5500 | 5500 |
| कटनी | कटनी | सरसों | 5280 | 5899 |
| शिवपुरी | कोलारस | सरसों | 3685 | 5635 |
| ग्वालियर | लश्कर | सरसों | 5805 | 6150 |
| नीमच | मनसा | सरसों | 4800 | 5600 |
| मन्दसौर | मन्दसौर | सरसों | 2100 | 5751 |
| भिंड | घास काटना | सरसों | 5770 | 5770 |
| सतना | नागोद | सरसों | 5350 | 5650 |
| सतना | नागोद | सरसों-जैविक | 5050 | 5700 |
| राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सरसों | 4790 | 4790 |
| नीमच | नीमच | सरसों | 4200 | 5770 |
| होशंगाबाद | पिपरिया | सरसों | 4700 | 4700 |
| मुरैना | पोरसा | सरसों | 5690 | 5690 |
| रीवा | रीवा | सरसों(काला) | 5300 | 5399 |
| सागर | सागर | सरसों | 4900 | 5605 |
| सतना | सतना | सरसों | 5150 | 6105 |
| जबलपुर | शाहपुरा(जबलपुर) | सरसों(काला) | 5200 | 5215 |
| शाजापुर | शाजापुर | सरसों | 3825 | 3825 |
| श्योपुर | श्योपुरबडोद | सरसों | 5851 | 5851 |
| श्योपुर | श्योपुरकलां | सरसों | 5755 | 5800 |
| विदिशा | सिरोंज | सरसों | 4600 | 5050 |
| उज्जैन | उज्जैन | सरसों | 5800 | 5801 |
| उज्जैन | उज्जैन | सरसों(काला) | 3826 | 3826 |
| विदिशा | विदिशा | सरसों | 4800 | 5680 |
| श्योपुर | विजयपुर | सरसों | 5950 | 6010 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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सिंचाई की समस्या को दूर करने के लिए शुरू होगी 1400 करोड़ की परियोजना, जानें पूरी डिटेल
सफल खेती के लिए उचित सिंचाई सबसे ज्यादा आवश्यक होती है। पर कई क्षेत्रों में ऐसा देखने को मिलता है की किसानों को अपने खेतों के लिए उचित सिंचाई नहीं मिल पाती है। किसानों की इसी समस्या के समाधान के लिए अब मध्य प्रदेश सरकार ने “सेंधवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना” शुरू की है। इस परियोजना के माध्यम से सरकार जल स्रोतों से पाइपलाइनों के माध्यम से पानी खेतों तक पहुंचाएगी।
इस परियोजना में आधुनिक माइक्रो इरिगेशन तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए किसानों को कम पानी में अधिक क्षेत्र की सिंचाई उपलब्ध करवाई जायेगी। इससे जल की बचत, फसल उत्पादन में वृद्धि और कृषि खर्च में कमी जैसे कई मिलेंगे और यह परियोजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है।
ख़बरों के अनुसार इस सिंचाई परियोजना के लिए 1402.74 करोड़ रुपये की लागत का निर्धारण किया गया है और इससे जिले के 98 गांवों में करीब 44148.50 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। बता दें की इस परियोजना से लगभग 53 हजार किसान लाभ प्राप्त करेंगे।
इस परियोजना के तहत अगर कोई किसान लाभ प्राप्त करना चाहता है तो वो अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय या परियोजना कार्यालय में संपर्क कर सकता है।
स्रोत: कृषि जागरण
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भिंडी की फसल में 15 दिन की अवस्था में पोषक तत्व प्रबंधन!
भिंडी की फसल में बुवाई के 15 से 20 दिन की अवस्था में, यूरिया @ 50 किग्रा + कोसावेट (सल्फर 90% डब्ल्यूजी) @ 5 किग्रा + जिंक सल्फेट @ 5 किग्रा + कैल्बोर 5 किग्रा, को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें।
उपयोग के फायदे
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यूरिया: फसल में यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति का सबसे बड़ा स्रोत है। इसके उपयोग से, पत्तियों में पीलापन एवं सूखने की समस्या नहीं आती है। यूरिया प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को भी तेज़ करता है।
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ज़िंक: जिंक भिंडी के पौधों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और क्लोरोफिल निर्माण में मदद करता है। जो चयापचय प्रतिक्रियाओं को चलाने के लिए जिम्मेदार होता है। इससे उत्पादन के साथ-साथ फसल की गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है। जिंक के अलावा, इससे फसलों को सल्फर की उपलब्धता भी होती है एवं सल्फ़र फल निर्माण में भी सहायक होता है। साथ ही सल्फर प्रोटीन निर्माण में भी मदद करता है।
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कैलबोर: कैलबोर में कैल्शियम + बोरोन होते हैं जो पोषण, विकास, प्रकाश संश्लेषण, शर्करा के परिवहन और कोशिका भित्ति निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं।
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21 जनवरी से मूसलाधार बारिश के आसार, देखें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान
देश के कई राज्यों में बारिश के साथ साथ गरज-चमक के साथ बौछारें गिरी हैं। पहाड़ों पर एक बार फिर हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई। अगले 4 दिनों के दौरान मौसम लगभग शुष्क बना रहेगा। परंतु तमिलनाडु सहित केरल में तेज बारिश हो सकती है। अगले दो-तीन दिनों के दौरान उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान बढ़ेंगे। एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस 18 जनवरी से पहाड़ों को प्रभावित करना शुरू करेगा। 18 जनवरी से 23 जनवरी के बीच पहाड़ों पर फिर बर्फबारी होगी। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में 21 और 22 जनवरी को तेज बारिश की संभावना है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को इस योजना से मिलेगा लाभ!
संपूर्ण देश के किसान अपनी आमदनी में वृद्धि कर पाएं और खुशहाल हो पाएं इस उद्देश्य की पूर्ती के लिए सरकार कई प्रकार की लाभकारी योजनाएं चला रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ‘राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन’ जिसकी मदद से प्राकृतिक खेती करने वाले किसान कई प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस मिशन के माध्यम से प्राकृतिक खेती की पद्धतियों को बढ़ावा दिया जाएगा और मिट्टी की उपज क्षमता बेहतर करने के साथ साथ उपज की गुणवत्ता भी बेहतर की जाएगी।
जैसा की आप जानते ही होंगे की प्राकृतिक खेती में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता है और इनकी जगह पर जैविक विधियों का उपयोग होता है। इनमे गोबर, गोमूत्र और कृषि अपशिष्टों का उपयोग भी किया जाता है। ये पद्धातियाँ न सिर्फ पर्यावरण के लिए लाभकारी हैं बल्कि इससे मिट्टी उपज क्षमता भी बेहतर होती है।
इस मिशन के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण दी जाएगी साथ ही साथ तकनीकी मदद और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से प्राकृतिक खेती के महत्व और लाभों से अवगत करवाया जाएगा। इसके अलावा, कृषि विज्ञान केंद्र और स्थानीय कृषि विभाग किसानों की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे।
स्रोत: कृषि जागरण
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क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव, देखें मध्य प्रदेश के मंडियों का हाल
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
| मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव | ||||
| जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
| रतलाम | आलोट | सोयाबीन | 4071 | 4338 |
| शाजापुर | आगर | सोयाबीन | 2200 | 4970 |
| आलीराजपुर | आलीराजपुर | सोयाबीन | 3900 | 3905 |
| बड़वानी | अंजड़ | पीला | 3640 | 3650 |
| गुना | एरन | सोयाबीन | 3915 | 4245 |
| अशोकनगर | अशोकनगर | सोयाबीन | 2701 | 4351 |
| अशोकनगर | अशोकनगर | सोयाबीन-जैविक | 2201 | 4160 |
| सीहोर | आष्टा | सोयाबीन | 2000 | 5110 |
| शिवपुरी | बदरवास | सोयाबीन | 3150 | 4120 |
| उज्जैन | बड़नगर | सोयाबीन | 1002 | 4310 |
| उज्जैन | बड़नगर | सोयाबीन-जैविक | 4280 | 4700 |
| उज्जैन | बड़नगर | पीला | 3501 | 5700 |
| धार | बदनावर | पीला | 1225 | 5295 |
| शाजापुर | बड़ोद | सोयाबीन | 3900 | 4000 |
| रीवा | बैकुंठपुर | सोयाबीन | 3300 | 3300 |
| सागर | बामोरा | पीला | 4051 | 4051 |
| होशंगाबाद | बानापुरा | पीला | 3333 | 4245 |
| होशंगाबाद | बानापुरा (F&V) | काला | 3333 | 4245 |
| सागर | बाँदा | सोयाबीन | 4110 | 4110 |
| शिवपुरी | बराड़ | सोयाबीन | 3817 | 4017 |
| रायसेन | बेगमगंज | सोयाबीन | 3505 | 4240 |
| भोपाल | बैरसिया | सोयाबीन | 3065 | 4100 |
| भोपाल | बैरसिया | पीला | 2805 | 4455 |
| बेतुल | बेतुल | सोयाबीन-जैविक | 3501 | 4140 |
| भोपाल | भोपाल | सोयाबीन | 3750 | 4202 |
| राजगढ़ | ब्यावरा | सोयाबीन | 3380 | 4325 |
| सागर | बीना | सोयाबीन | 1000 | 4299 |
| बुरहानपुर | बुरहानपुर | सोयाबीन | 3700 | 4028 |
| राजगढ़ | छापीहेड़ा | सोयाबीन | 4060 | 4145 |
| छिंदवाड़ा | छिंदवाड़ा | सोयाबीन-जैविक | 3901 | 4063 |
| छिंदवाड़ा | छिंदवाड़ा | पीला | 3890 | 4080 |
| मन्दसौर | दलौदा | सोयाबीन | 3600 | 4440 |
| दमोह | दमोह | सोयाबीन | 3400 | 4330 |
| देवास | देवास | सोयाबीन | 1000 | 4428 |
| धार | धामनोद | सोयाबीन | 3565 | 4170 |
| धार | धार | सोयाबीन | 1550 | 4446 |
| धार | धार | सोयाबीन-जैविक | 2500 | 4230 |
| धार | धार | पीला | 4150 | 4150 |
| नरसिंहपुर | गाडरवाड़ा | सोयाबीन | 3753 | 4120 |
| विदिशा | गंज बासौदा | सोयाबीन | 1600 | 4850 |
| इंदौर | गौतमपुरा | सोयाबीन | 4000 | 4000 |
| इंदौर | गौतमपुरा | पीला | 4180 | 4222 |
| डिंडोरी | गोरखपुर | पीला | 3700 | 3700 |
| गुना | गुना | सोयाबीन | 4700 | 4700 |
| देवास | हाटपिपलिया | सोयाबीन | 2000 | 4231 |
| हरदा | हरदा | पीला | 1301 | 4261 |
| खंडवा | हरसूद | सोयाबीन | 650 | 4153 |
| सीहोर | इछावर | सोयाबीन | 3300 | 4351 |
| सीहोर | इछावर (F&V) | सोयाबीन | 3800 | 4351 |
| इंदौर | इंदौर | सोयाबीन | 1560 | 4779 |
| इंदौर | इंदौर | सोयाबीन-जैविक | 2000 | 4295 |
| होशंगाबाद | इटारसी | सोयाबीन | 3651 | 4176 |
| होशंगाबाद | इटारसी | सोयाबीन-जैविक | 4088 | 4088 |
| रतलाम | जावरा | सोयाबीन | 2100 | 5881 |
| सीहोर | जावर | सोयाबीन | 2800 | 4226 |
| सीहोर | जावर | पीला | 3370 | 4195 |
| झाबुआ | झाबुआ | सोयाबीन | 4000 | 4000 |
| आलीराजपुर | जोबट | सोयाबीन | 4000 | 4000 |
| शाजापुर | कालापीपल | पीला | 3505 | 4290 |
| देवास | कन्नोड | सोयाबीन | 4000 | 4301 |
| नरसिंहपुर | करेली | सोयाबीन | 3740 | 4306 |
| उज्जैन | खाचरौद | सोयाबीन | 3605 | 4275 |
| खंडवा | खंडवा | सोयाबीन | 4100 | 4200 |
| खंडवा | खंडवा | सोयाबीन-जैविक | 4301 | 4301 |
| खंडवा | खंडवा | पीला | 3300 | 4223 |
| खरगोन | खरगोन | सोयाबीन | 3981 | 3981 |
| देवास | खातेगांव | सोयाबीन | 2601 | 4265 |
| देवास | खातेगांव | सोयाबीन-जैविक | 3644 | 4231 |
| देवास | खातेगांव | पीला | 3811 | 4231 |
| शिवपुरी | खटोरा | सोयाबीन | 3941 | 4026 |
| राजगढ़ | खिलचीपुर | सोयाबीन | 3699 | 4180 |
| हरदा | खिरकिया | पीला | 1880 | 4300 |
| राजगढ़ | खुजनेर | पीला | 3695 | 4185 |
| सागर | खुरई | सोयाबीन | 3000 | 4214 |
| शिवपुरी | कोलारस | सोयाबीन | 3250 | 4220 |
| धार | कुक्षी | सोयाबीन | 3850 | 3995 |
| गुना | कुंभराज | सोयाबीन | 3900 | 4220 |
| राजगढ़ | कुरावर | सोयाबीन | 2320 | 4105 |
| राजगढ़ | कुरावर | सोयाबीन-जैविक | 1775 | 4360 |
| विदिशा | कुरवाई | सोयाबीन | 4213 | 4213 |
| उज्जैन | महिदपुर | सोयाबीन | 710 | 4496 |
| उज्जैन | महिदपुर | पीला | 4051 | 4051 |
| उज्जैन | महिदपुर (F&V) | सोयाबीन | 710 | 4496 |
| गुना | मकसूदनगढ़ | सोयाबीन | 4080 | 4115 |
| नीमच | मनसा | सोयाबीन | 3590 | 4371 |
| धार | मनावर | सोयाबीन | 3800 | 4490 |
| मन्दसौर | मन्दसौर | सोयाबीन | 1800 | 4400 |
| इंदौर | महू | सोयाबीन | 1401 | 4405 |
| इंदौर | महू | सोयाबीन-जैविक | 4250 | 4350 |
| खंडवा | मुंडी | सोयाबीन | 3485 | 3912 |
| अशोकनगर | मुंगावली | सोयाबीन | 3995 | 3995 |
| उज्जैन | नागदा | पीला | 2000 | 4241 |
| शाजापुर | नलकेहड़ा | सोयाबीन | 4199 | 4325 |
| शाजापुर | नलकेहड़ा | पीला | 2000 | 4350 |
| राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सोयाबीन | 2625 | 4370 |
| राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सोयाबीन-जैविक | 3075 | 3075 |
| नरसिंहपुर | नरसिंहपुर | पीला | 3972 | 4092 |
| सीहोर | नसरुल्लागंज | सोयाबीन | 1501 | 4200 |
| नीमच | नीमच | सोयाबीन | 1891 | 4350 |
| राजगढ़ | पचौर | सोयाबीन | 1400 | 4675 |
| खंडवा | पंधाना | सोयाबीन | 4001 | 4172 |
| खंडवा | पंधाना | पीला | 3898 | 4151 |
| छिंदवाड़ा | पंधुरना | सोयाबीन | 4000 | 4075 |
| दमोह | पथरिया | सोयाबीन | 3900 | 4125 |
| झाबुआ | पेटलावद | सोयाबीन | 4000 | 4085 |
| होशंगाबाद | पिपरिया | सोयाबीन | 3790 | 4100 |
| मन्दसौर | पिपल्या | सोयाबीन | 2801 | 4368 |
| शिवपुरी | पोहरी | सोयाबीन | 3775 | 4195 |
| धार | राजगढ़ | सोयाबीन | 3305 | 3305 |
| धार | राजगढ़ | पीला | 3700 | 4605 |
| रतलाम | रतलाम | सोयाबीन | 1580 | 4480 |
| रतलाम | सैलाना | सोयाबीन | 1590 | 6171 |
| रतलाम | सैलाना(F&V) | सोयाबीन | 1590 | 6171 |
| खरगोन | सनावद | सोयाबीन | 3900 | 4200 |
| इंदौर | सांवेर | सोयाबीन | 2061 | 4471 |
| राजगढ़ | सारंगपुर | सोयाबीन | 4000 | 4200 |
| राजगढ़ | सारंगपुर | पीला | 3201 | 4250 |
| सीहोर | सीहोर | सोयाबीन | 3348 | 3801 |
| सीहोर | सीहोर | पीला | 2350 | 4500 |
| बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन | 4170 | 4500 |
| बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन-जैविक | 4160 | 4160 |
| शाहडोल | शाहडोल | सोयाबीन | 3700 | 3700 |
| शाजापुर | शाजापुर | सोयाबीन | 1000 | 4565 |
| मन्दसौर | शामगढ़ | सोयाबीन | 1300 | 4270 |
| विदिशा | शमसाबाद | सोयाबीन | 3800 | 3800 |
| श्योपुर | श्योपुरकलां | सोयाबीन | 3199 | 3199 |
| शाजापुर | शुजालपुर | सोयाबीन | 1170 | 4380 |
| हरदा | सिराली | सोयाबीन | 3600 | 4090 |
| विदिशा | सिरोंज | सोयाबीन | 3030 | 4300 |
| मन्दसौर | सीतामऊ | सोयाबीन | 2500 | 4350 |
| मन्दसौर | सीतामऊ | पीला | 4191 | 4250 |
| देवास | सोनकैच | सोयाबीन | 3900 | 4350 |
| देवास | सोनकैच | पीला | 1000 | 4400 |
| रतलाम | ताल | सोयाबीन | 3300 | 4799 |
| रतलाम | ताल | पीला | 3791 | 4216 |
| उज्जैन | तराना | सोयाबीन | 1100 | 4600 |
| नरसिंहपुर | तेंदूखेड़ा | सोयाबीन | 3800 | 3800 |
| झाबुआ | थांदला | पीला | 3800 | 4400 |
| हरदा | टिमरनी | सोयाबीन | 2200 | 4211 |
| उज्जैन | उज्जैन | सोयाबीन | 2800 | 4640 |
| उज्जैन | उन्हेल | सोयाबीन | 3361 | 4677 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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तरबूज़ की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन!
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तरबूज़ की फसल में बुवाई के बाद, 40 दिन तक वानस्पतिक अवस्था चलती है, इसके बाद फूल आना शुरू हो जाता है।
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जब फसल 25 से 30 दिन की हो रही हो, तब इस अवस्था में 10:26:26 @ 75 किग्रा + पोटाश @ 25 किग्रा + बोरान 800 ग्राम + कैल्शियम नाइट्रेट @10 किग्रा, को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें।
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जंहा पर फसल 45 से 50 दिन की हो रही है, 19:19:19 @ 50 किग्रा या 20:20:20 @ 50 किग्रा + एमओपी @ 50 किग्रा, इन सभी को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें।
ड्रिप के लिए पोषक तत्व प्रबंधन
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जंहा पर फसल की अवधि 11 से 25 दिन की अवस्था की हो रही है वहां अभी – 19:19:19 @ 3 किग्रा + यूरिया @ 1 किग्रा + 00:52:34 @ 1 किग्रा + 13:00:45, @ 2 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट @ 350 ग्राम प्रति दिन, प्रति 15 दिन तक ड्रिप के माध्यम से चलाएं।
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वहीं जंहा पर फसल की अवधि, 26 से 75 दिन की हो रही है, वहां 19:19:19 @ 1 किग्रा + 00:52:34 @ 500 ग्राम + 00:00:50 @ 1 किग्रा + 13:00:45, @ 1 किग्रा प्रति दिन, प्रति 50 दिन तक ड्रिप के माध्यम से चलाएं।
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