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शेतकरी बंधूंनो, नरवाई जाळून जमिनीत असलेले सूक्ष्म जीव व गांडुळे जाळून नष्ट होतात त्यामुळे शेताची सुपीकता आणि जमिनीची भौतिक स्थिती आणि रासायनिक अभिक्रियांवर विपरीत परिणाम होतो. जमीन कणखर बनते, त्यामुळे जमिनीची पाणी धरून ठेवण्याची क्षमताही कमी होते.
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नरवाई जाळणे घातक आहे हे टाळण्यासाठी शेतकरी बांधव खालील कृषी यंत्रांचा वापर करू शकतात.
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कम्बाईन हार्वेस्टरसह स्ट्रा रीपरचा वापर करा यामुळे कापणी तसेच पेंढा गोळा करण्यात मदत होते.
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रीपर कम बाइंडरसह पिकाचे अवशेष मुळापासून काढून टाकते.
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सुपर सीडर आणि हैप्पी सीडर या यंत्राने काढणी केल्यानंतर ओलावा असल्यास पेरणीही करता येते.
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पेरणी रोपांच्या टप्प्यावर शून्य मशागत बियाणे सह खत ड्रिलने देखील करता येते.
गन्ना यंत्रीकरण योजना 2025: किसानों को मिल रही 70% तक की सब्सिडी
किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार कई योजनाएँ चला रही है। इसी क्रम में बिहार सरकार ने गन्ना यंत्रीकरण योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत गन्ना किसानों को अत्याधुनिक कृषि यंत्रों पर 70% तक की सब्सिडी दी जा रही है। सरकार का उद्देश्य इस योजना से कृषि उत्पादकता बढ़ाना और किसानों की आय में वृद्धि करना है।
क्या है गन्ना यंत्रीकरण योजना?
गन्ना यंत्रीकरण योजना का मुख्य उद्देश्य गन्ने की खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत किसानों को ऐसे उपकरण दिए जाएंगे जो बुवाई, खरपतवार नियंत्रण, कीट प्रबंधन, कटाई और बीज उपचार में मदद करेंगे।
किन कृषि यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी?
योजना के तहत गन्ना किसानों को निम्नलिखित आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी मिलेगी:
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शुगरकेन कटर प्लांटर
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लैंड लैवलर मशीन
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कल्टीवेटर
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रटून मैनेजमेंट डिवाइस
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सेट ट्रीटमेंट डिवाइस
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इंजन ऑपरेटेड पॉवर स्प्रेयर
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ट्रैक्टर ऑपरेटेड पॉवर स्प्रेयर
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डीजल इंजन/इलेक्ट्रिक मोटर चालित जूसर मशीन
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सिंगल बड कटर (मैनुअल और पावर ऑपरेटेड)
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पॉवर वीडर
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एमबी प्लाऊ
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
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सामान्य वर्ग के किसानों को 50% तक सब्सिडी मिलेगी।
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एससी/एसटी एवं पिछड़ा वर्ग के किसानों को 60% तक सब्सिडी मिलेगी।
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गन्ना यंत्र बैंक स्थापित करने के लिए चीनी मिल, एफपीओ, जीविका और किसान समूहों को 70% तक सब्सिडी मिलेगी।
आवश्यक दस्तावेज
योजना में आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
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आधार कार्ड
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कृषि मशीनरी खरीद की रसीद
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किसान पंजीकरण संख्या
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भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र
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जाति प्रमाण-पत्र (एससी/एसटी किसानों के लिए)
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बैंक खाते की पासबुक की कॉपी
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भूमि किराया रसीद
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रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
कैसे करें आवेदन?
यदि आप बिहार राज्य के किसान हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए डीबीटी कृषि आईडी या मोबाइल नंबर अनिवार्य है।
📅 आवेदन करने की अंतिम तिथि: 1 मार्च 2025
किसान इस योजना के माध्यम से अपनी खेती को अधिक उन्नत और लाभदायक बना सकते हैं। जल्दी करें और आवेदन करें!
स्रोत: कृषि जागरण
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क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव, देखें मध्य प्रदेश के मंडियों का हाल
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
रतलाम | आलोट | सोयाबीन | 3890 | 4140 |
शाजापुर | आगर | सोयाबीन | 3056 | 4178 |
गुना | एरन | सोयाबीन | 3150 | 4107 |
अशोकनगर | अशोकनगर | सोयाबीन | 2790 | 4098 |
अशोकनगर | अशोकनगर | सोयाबीन-जैविक | 3860 | 4060 |
सीहोर | आष्टा | सोयाबीन | 2122 | 4155 |
सीहोर | आष्टा | सोयाबीन-जैविक | 3601 | 3601 |
सीहोर | आष्टा | पीला | 4000 | 4000 |
शिवपुरी | बदरवास | सोयाबीन | 3400 | 4080 |
धार | बदनावर | पीला | 3500 | 3951 |
शाजापुर | बड़ोद | सोयाबीन | 1300 | 4076 |
शाजापुर | बड़ोद | सोयाबीन | 3091 | 3152 |
सागर | बामोरा | पीला | 3981 | 3981 |
होशंगाबाद | बानापुरा | पीला | 2727 | 3970 |
होशंगाबाद | बानापुरा (F&V) | काला | 2500 | 3973 |
सागर | बाँदा | सोयाबीन | 3700 | 3865 |
रायसेन | बेगमगंज | सोयाबीन | 3450 | 4035 |
भोपाल | बैरसिया | सोयाबीन | 2590 | 3100 |
भोपाल | बैरसिया | सोयाबीन-जैविक | 3900 | 3920 |
भोपाल | बैरसिया | पीला | 2000 | 4140 |
बेतुल | बेतुल | सोयाबीन-जैविक | 3600 | 4100 |
खरगोन | भीकनगांव | सोयाबीन | 2050 | 4061 |
खरगोन | भीकनगांव | सोयाबीन-जैविक | 3771 | 3771 |
खरगोन | भीकनगांव | पीला | 4100 | 4100 |
भोपाल | भोपाल | सोयाबीन | 3581 | 3881 |
राजगढ़ | ब्यावरा | सोयाबीन | 3350 | 4150 |
राजगढ़ | ब्यावरा | सोयाबीन | 3070 | 4070 |
राजगढ़ | ब्यावरा | सोयाबीन-जैविक | 3500 | 3500 |
सागर | बीना | सोयाबीन | 3900 | 3995 |
बुरहानपुर | बुरहानपुर | सोयाबीन | 2801 | 3825 |
छतरपुर | छतरपुर | सोयाबीन | 3800 | 3800 |
छिंदवाड़ा | छिंदवाड़ा | पीला | 3400 | 4100 |
मन्दसौर | दलौदा | अन्य | 3601 | 3890 |
मन्दसौर | दलौदा | सोयाबीन | 2811 | 5680 |
दमोह | दमोह | सोयाबीन | 3300 | 4070 |
सागर | देवरी | सोयाबीन | 3840 | 3880 |
देवास | देवास | सोयाबीन | 3615 | 4180 |
धार | धामनोद | सोयाबीन | 3300 | 3935 |
धार | धार | सोयाबीन | 1208 | 4210 |
धार | धार | सोयाबीन-जैविक | 1074 | 4015 |
नरसिंहपुर | गाडरवाड़ा | सोयाबीन | 3825 | 3925 |
सागर | गढ़ाकोटा | सोयाबीन | 3690 | 3825 |
इंदौर | गौतमपुरा | सोयाबीन | 3420 | 3530 |
इंदौर | गौतमपुरा | पीला | 3900 | 3900 |
देवास | हाटपिपलिया | सोयाबीन | 1800 | 4076 |
हरदा | हरदा | पीला | 1000 | 3981 |
सीहोर | इछावर | सोयाबीन | 3210 | 5000 |
होशंगाबाद | इटारसी | सोयाबीन | 3100 | 4103 |
सागर | जैसीनगर | पीला | 3600 | 3605 |
रतलाम | जावरा | सोयाबीन | 2500 | 4690 |
आलीराजपुर | जोबट | सोयाबीन | 3500 | 3700 |
शाजापुर | कालापीपल | पीला | 2171 | 4066 |
देवास | कन्नोड | सोयाबीन | 3700 | 4047 |
नरसिंहपुर | करेली | सोयाबीन | 3770 | 4026 |
खरगोन | करही | पीला | 3900 | 4025 |
उज्जैन | खाचरौद | सोयाबीन | 3651 | 4090 |
खरगोन | खरगोन | सोयाबीन | 2501 | 4190 |
देवास | खातेगांव | सोयाबीन | 2161 | 4024 |
देवास | खातेगांव | सोयाबीन-जैविक | 3300 | 3986 |
शिवपुरी | खटोरा | सोयाबीन | 3555 | 3585 |
हरदा | खिरकिया | सोयाबीन-जैविक | 3351 | 3900 |
हरदा | खिरकिया | पीला | 1000 | 4100 |
सागर | खुरई | सोयाबीन | 3130 | 3997 |
शिवपुरी | कोलारस | सोयाबीन | 2855 | 4155 |
धार | कुक्षी | सोयाबीन | 3650 | 4000 |
धार | कुक्षी | सोयाबीन | 3800 | 3810 |
देवास | लोहारदा | सोयाबीन | 3690 | 4020 |
उज्जैन | महिदपुर | सोयाबीन | 2375 | 4093 |
उज्जैन | महिदपुर | सोयाबीन | 1750 | 4006 |
नीमच | मनसा | सोयाबीन | 3550 | 4144 |
नीमच | मनसा | सोयाबीन | 680 | 4145 |
धार | मनावर | सोयाबीन | 2995 | 3920 |
मन्दसौर | मन्दसौर | सोयाबीन | 2500 | 4351 |
खंडवा | मुंडी | सोयाबीन | 3851 | 3851 |
अशोकनगर | मुंगावली | सोयाबीन | 3950 | 3950 |
उज्जैन | नागदा | सोयाबीन | 2900 | 4039 |
उज्जैन | नागदा | सोयाबीन | 3719 | 4089 |
उज्जैन | नागदा | पीला | 3301 | 4038 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | सोयाबीन | 2985 | 4118 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | पीला | 1800 | 4100 |
राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सोयाबीन | 2050 | 4175 |
नीमच | नीमच | सोयाबीन | 1351 | 4354 |
नीमच | नीमच | सोयाबीन-जैविक | 3960 | 3960 |
रायसेन | ओबेदुल्लागंज | सोयाबीन | 3701 | 3701 |
खंडवा | पंधाना | पीला | 3501 | 3904 |
दमोह | पथरिया | सोयाबीन | 2770 | 4090 |
झाबुआ | पेटलावद | सोयाबीन | 3790 | 4325 |
झाबुआ | पेटलावद | सोयाबीन | 2700 | 3900 |
झाबुआ | पेटलावद | पीला | 3875 | 3905 |
होशंगाबाद | पिपरिया | सोयाबीन | 3650 | 3650 |
मन्दसौर | पिपल्या | सोयाबीन | 3050 | 4209 |
शिवपुरी | पोहरी | सोयाबीन | 3915 | 3915 |
सागर | राहतगढ़ | सोयाबीन | 3750 | 3780 |
सागर | राहतगढ़ | पीला | 3710 | 4130 |
धार | राजगढ़ | सोयाबीन | 3805 | 4000 |
धार | राजगढ़ | पीला | 2812 | 4076 |
धार | राजगढ़ | पीला | 3885 | 3910 |
रतलाम | रतलाम | सोयाबीन | 951 | 4350 |
रतलाम | रतलाम | सोयाबीन-जैविक | 951 | 4166 |
सागर | रहली | सोयाबीन | 3751 | 3751 |
सागर | सागर | सोयाबीन | 3860 | 4000 |
सागर | सागर | सोयाबीन-जैविक | 2905 | 4075 |
रतलाम | सैलाना | सोयाबीन | 1561 | 5855 |
खरगोन | सनावद | सोयाबीन | 3500 | 3525 |
इंदौर | सांवेर | सोयाबीन | 3051 | 4124 |
इंदौर | सांवेर | सोयाबीन | 2214 | 4071 |
इंदौर | सांवेर | पीला | 3959 | 3959 |
सतना | सतना | सोयाबीन-जैविक | 3100 | 3100 |
सीहोर | सीहोर | सोयाबीन | 3701 | 3931 |
सीहोर | सीहोर | पीला | 2500 | 4090 |
सीहोर | सीहोर | पीला | 2700 | 4143 |
बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन | 3940 | 4200 |
बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन | 3940 | 4060 |
बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन-जैविक | 3950 | 4120 |
अशोकनगर | शाडोरा | सोयाबीन | 3840 | 3840 |
सागर | शाहगढ़ | सोयाबीन | 3750 | 3800 |
शाहडोल | शाहडोल | सोयाबीन | 3700 | 3700 |
शाजापुर | शाजापुर | सोयाबीन | 1500 | 4100 |
मन्दसौर | शामगढ़ | सोयाबीन | 1890 | 3825 |
विदिशा | शमसाबाद | सोयाबीन | 3800 | 4020 |
शिवपुरी | शिवपुरी | सोयाबीन | 3100 | 3980 |
शाजापुर | शुजालपुर | सोयाबीन | 2401 | 4150 |
सीहोर | श्यामपुर | सोयाबीन | 3900 | 3900 |
सीहोर | श्यामपुर | पीला | 3569 | 3702 |
हरदा | सिराली | सोयाबीन | 3699 | 3931 |
मन्दसौर | सीतामऊ | सोयाबीन | 1600 | 4075 |
मन्दसौर | सीतामऊ | पीला | 3850 | 3950 |
मन्दसौर | सीतामऊ | पीला | 3800 | 3981 |
देवास | सोनकच | सोयाबीन | 3000 | 4170 |
देवास | सोनकच | पीला | 1500 | 4180 |
शाजापुर | सोयतकलां | सोयाबीन | 3800 | 5555 |
रतलाम | ताल | सोयाबीन | 3440 | 4160 |
रतलाम | ताल | पीला | 2401 | 4161 |
उज्जैन | तराना | सोयाबीन | 1000 | 4113 |
नरसिंहपुर | तेंदूखेड़ा | सोयाबीन | 3810 | 3810 |
झाबुआ | थांदला | सोयाबीन | 3520 | 4000 |
झाबुआ | थांदला | सोयाबीन | 3891 | 3900 |
झाबुआ | थांदला | पीला | 3900 | 4000 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | सोयाबीन | 3550 | 3850 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | सोयाबीन | 3505 | 3570 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | सोयाबीन-जैविक | 3725 | 3825 |
हरदा | टिमरनी | सोयाबीन | 2212 | 4037 |
रायसेन | उदयपुरा | सोयाबीन | 3695 | 3695 |
उज्जैन | उज्जैन | सोयाबीन | 5245 | 5246 |
उज्जैन | उज्जैन | सोयाबीन | 3615 | 3621 |
उज्जैन | उन्हेल | सोयाबीन | 2355 | 4080 |
विदिशा | विदिशा | सोयाबीन | 2775 | 4165 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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जैविक कीटनाशक मेटाराइजियम एनिसोप्ली के उपयोग से मिलेंगे कई फायदा
मेटाराइजियम एनिसोप्ली एक फफूंद पर आधारित जैविक कीटनाशक है। यह मिट्टी में स्वतंत्र रूप से पाया जाता है एवं सामान्यतयः कीटों में परजीवी के रूप में पाया जाता है।
जब मेटाराइजियम एनीसोप्ली के बीजाणु लक्ष्य कीट के संपर्क में आते हैं, तो उनके आवरण से चिपक जाते हैं एवं उचित तापमान और आर्द्रता होने पर बीजाणु अंकुरित हो जाते हैं। इनकी अंकुरण नलिका कीटों के श्वसन छिद्रों (स्पायरेक्लिस), संवेदी अंगों और अन्य कोमल भागों से कीटों के शरीर में प्रवेश कर जाती है।
यह कवक कीटों के संपूर्ण शरीर में कवक जाल बनाकर कीट के शारीरिक भोजन पदार्थों को अवशोषित करके खुद की वृद्धि कर लेता है। मेटाराइजियम एनीसोप्ली 50 प्रतिशत से कम नमी पर भी बीजाणु उत्पन्न कर लेते हैं। इसके कारण यह सभी परिस्थितियों में काम करता है।
मेटाराइजियम एनीसोप्ली का प्रयोग सफेद लट (बीटल), ग्रब्स, दीमक, सुन्डियों, सेमीलूपर, कटवर्म, मिलीबग और माहू आदि के रोकथाम के लिए किया जाता है।
प्रयोग की विधि:
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मिट्टी से प्रयोग के लिए मेटाराइजियम एनिसोप्ली की 1 किलो प्रति एकड़ के दर से लगभग 75 किलो गोबर की खाद में मिलाकर अंतिम जुताई के समय प्रयोग करना चाहिए।
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खड़ी फसल में कीट के नियंत्रण के लिए 1 किलो प्रति एकड़ की दर से 400-500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
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ओलावृष्टि संग बारिश की संभावना, पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के आसार
पहाड़ों पर भारी बर्फबारी और बारिश शुरू हो गई है, जो अगले दो दिनों तक जारी रहेगी। पंजाब, हरियाणा सहित दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में भी बारिश हो रही है, जो धीरे-धीरे बढ़ सकती है। पंजाब और हरियाणा में एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है साथ ही तेज हवाएं चलने से फसलों को नुकसान हो सकता है। उत्तरी और उत्तर पूर्वी राजस्थान सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं। दक्षिण भारत में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ने वाली है। देश के पश्चिमी तट पर चल रहा लू का प्रकोप अब दो दिनों में कम हो जाएगा। दिल्ली को भी अब गर्मी से राहत मिलेगी। वहीं, उत्तर भारत में तापमान गिरेंगे।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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किसान समृद्धि योजना: कौन ले सकता है लाभ और कैसे करें आवेदन?
किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और खेती को अधिक लाभदायक बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक है किसान समृद्धि योजना, जो पात्र किसानों को आर्थिक सहायता और उन्नत कृषि सुविधाएं प्रदान करती है। हालांकि, यह योजना सभी किसानों के लिए उपलब्ध नहीं है। आइए जानते हैं कि इस योजना का लाभ कौन ले सकता है और आवेदन की प्रक्रिया क्या है।
क्या है किसान समृद्धि योजना?
किसान समृद्धि योजना एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता देना है। इसके तहत किसानों को अनुदान, तकनीकी मदद और आधुनिक कृषि उपकरणों की सुविधा दी जाती है।
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित किसान पात्र हैं:
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छोटे और सीमांत किसान – जिनके पास 2 हेक्टेयर तक कृषि भूमि है।
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी।
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पंजीकृत किसान – जो सरकारी कृषि योजनाओं के तहत पंजीकृत हैं।
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स्व-सहायता समूह (SHG) से जुड़े किसान।
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सहकारी समितियों के सदस्य किसान।
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जैविक खेती करने वाले किसान।
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अनुसूचित जाति/जनजाति के किसान।
कौन नहीं ले सकता इस योजना का लाभ?
निम्नलिखित किसान इस योजना के पात्र नहीं हैं:
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बड़े किसान – जिनके पास 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि है।
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निजी कंपनियों के अंतर्गत काम करने वाले किसान।
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सरकारी कर्मचारी और आयकर दाता किसान।
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नियमित सरकारी पेंशन पाने वाले किसान – जिनकी पेंशन ₹10,000 या उससे अधिक है।
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बैंक डिफॉल्टर किसान।
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शहरी क्षेत्रों में रहने वाले व्यावसायिक किसान।
कैसे करें आवेदन?
किसान इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन:
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किसान समृद्धि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
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आवेदन सबमिट करें और उसकी स्थिति चेक करें।
ऑफलाइन आवेदन:
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नजदीकी कृषि विभाग या CSC केंद्र पर जाएं।
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आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें।
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आवेदन स्वीकृत होने पर किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।
किसान अपनी खेती को और अधिक उन्नत और लाभदायक बनाने के लिए इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। जल्दी करें और आवेदन करें!
स्रोत: कृषि जागरण
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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
आलीराजपुर | आलीराजपुर | गेहूँ | 2625 | 2825 |
सतना | अमरपाटन | मिल गुणवत्ता | 2745 | 2750 |
धार | बदनावर | गेहूँ | 2800 | 2825 |
खरगोन | बड़वाह | गेहूँ | 2900 | 2975 |
देवास | बागली | लोकवन | 2600 | 2675 |
रीवा | बैकुंठपुर | मिल गुणवत्ता | 2750 | 2750 |
बालाघाट | बालाघाट | गेहूँ-जैविक | 2100 | 2100 |
खरगोन | भीकनगांव | मिल गुणवत्ता | 2150 | 2950 |
मंडला | बिछिया | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2700 |
मंडला | बिछिया | मिल गुणवत्ता | 2400 | 2400 |
छतरपुर | बिजावर | मिल गुणवत्ता | 2600 | 2600 |
छतरपुर | बिजावर | गेहूँ | 2600 | 2650 |
रीवा | चाकघाट | मिल गुणवत्ता | 2800 | 2800 |
देवास | देवास | गेहूँ | 2600 | 2925 |
देवास | देवास | गेहूँ | 2500 | 2775 |
धार | धार | लोकवन | 2700 | 2920 |
धार | धार | मिल गुणवत्ता | 2855 | 2905 |
डिंडोरी | डिंडोरी | स्थानीय | 2300 | 2800 |
रायसेन | गैरतगंज | गेहूँ | 4000 | 4000 |
धार | गंधवानी | गेहूँ | 2770 | 2800 |
इंदौर | गौतमपुरा | गेहूँ | 2850 | 2851 |
देवास | हाटपिपलिया | गेहूँ | 2625 | 2790 |
रीवा | हनुमना | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2800 |
छतरपुर | हरपालपुर | गेहूँ | 2980 | 3100 |
खंडवा | हरसूद | मिल गुणवत्ता | 2635 | 2710 |
झाबुआ | झाबुआ | गेहूँ | 2850 | 2850 |
मुरैना | कैलारस | गेहूँ | 3023 | 3023 |
खरगोन | करही | मिल गुणवत्ता | 2800 | 2800 |
कटनी | कटनी | मिल गुणवत्ता | 2910 | 2910 |
खंडवा | खंडवा | मिल गुणवत्ता | 2649 | 2760 |
खरगोन | खरगोन | मिल गुणवत्ता | 2800 | 2800 |
खरगोन | खरगोन | गेहूँ | 2970 | 2980 |
खरगोन | खरगोन | गेहूँ | 2900 | 2915 |
हरदा | खिरकिया | मिल गुणवत्ता | 2715 | 2715 |
धार | कुक्षी | गेहूँ | 2725 | 3700 |
शिवपुरी | मगरोनी | गेहूँ | 2601 | 2601 |
गुना | मकसूदनगढ़ | गेहूँ | 2590 | 2879 |
मंडला | मंडला | मिल गुणवत्ता | 2825 | 2825 |
सतना | मेहर | स्थानीय | 2720 | 2750 |
मुरैना | मुरैना | गेहूँ | 3066 | 3066 |
बेतुल | मुल्ताई | गेहूँ | 2600 | 2650 |
खंडवा | मुंडी | गेहूँ | 2100 | 2801 |
खंडवा | मुंडी | गेहूँ | 2110 | 2805 |
खंडवा | मुंडी | गेहूं का मिश्रण | 2650 | 2760 |
अशोकनगर | मुंगावली | गेहूँ | 3000 | 3000 |
टीकमगढ़ | निवाड़ी | मिल गुणवत्ता | 2900 | 2900 |
जबलपुर | पाटन | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2710 |
राजगढ़ | पचौर | गेहूँ | 2725 | 2800 |
शिवपुरी | पिछौर | मिल गुणवत्ता | 2730 | 2760 |
शिवपुरी | पिछौर | गेहूँ | 2893 | 2946 |
रतलाम | रतलाम | गेहूँ | 2950 | 3010 |
रीवा | रीवा | मिल गुणवत्ता | 2800 | 2800 |
रीवा | रीवा | गेहूँ | 2850 | 2850 |
सीहोर | सीहोर | मिल गुणवत्ता | 2850 | 2850 |
सीहोर | सीहोर | गेहूं का मिश्रण | 2600 | 2900 |
बड़वानी | सेंधवा | गेहूँ | 2825 | 3200 |
बड़वानी | सेंधवा | गेहूँ-जैविक | 2950 | 2950 |
सिवनी | सिवनी | स्थानीय | 2802 | 2830 |
शाहडोल | शाहडोल | मिल गुणवत्ता | 2500 | 2500 |
सीधी | सीधी | मिल गुणवत्ता | 2530 | 2530 |
मन्दसौर | सुवासरा | गेहूँ | 2024 | 2078 |
उज्जैन | तराना | गेहूँ | 2836 | 2836 |
झाबुआ | थांदला | लोकवन | 2500 | 2500 |
झाबुआ | थांदला | मिल गुणवत्ता | 3000 | 3000 |
उज्जैन | उज्जैन | गेहूँ | 3303 | 3303 |
उमरिया | उमरिया | स्थानीय | 2760 | 2760 |
उमरिया | उमरिया | गेहूँ | 2700 | 2700 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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टमाटर के फसल में फल फटने के कारण एवं बचाव के उपाय
टमाटर की फसल में फलों का फटना एक भौतिक विकार होता है, और यह अक्सर परिपक्वता के समय दिखाई देता है। इस विकार में फल दो प्रकार से फटते हैं, एक लंबवत और दूसरा गोलाकार।
टमाटर की फसल में फल का फटना मुख्यतः दो कारण से होता है, पहला कारण फसल में अनियमित सिंचाई करना जैसे जमीन ज्यादा समय तक सूखी है और अचानक से भारी सिंचाई कर दिया जाए और दूसरा कारण भूमि में बोरोन नामक तत्व की कमी होना है।
फल फटने की रोकथाम: इस समस्या के बचने के लिए फसल में समय समय पर संतुलित प्रमाण में सिंचाई करें, तथा बोरोन पोषक तत्व की पूर्ति के लिए रिच बोर (बोरोन 20%) @ 1-1.5 ग्राम प्रति लीटर पानी के दर से छिड़काव करें या रिच बोरामिन-सीए (अमीनो एसिड, बोरान, कैल्शियम) @ 2-3 मिली प्रति लीटर पानी के दर से छिड़काव करें।
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उत्तर भारत के राज्यों में होगी बारिश, कश्मीर सहित पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू
जम्मू कश्मीर, पाकिस्तान के उत्तरी भागों के साथ-साथ अफगानिस्तान और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। कश्मीर के कुछ इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई है। अब जल्दी ही बरसने वाले बादल पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान की तरफ आगे बढ़ेंगे। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के भी कुछ इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। 26 फरवरी को दिल्ली ने इस सीजन का सबसे अधिक तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया है। मुंबई सहित महाराष्ट्र और कर्नाटक के तट पर लू का प्रकोप जारी है। कल से दिल्ली सहित उत्तर भारत में अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट दर्ज होने लगेगी। तमिलनाडु के दक्षिणी भागों में बारिश शुरू होगी, जो धीरे-धीरे पूरे तमिलनाडु में फैल जाएगी।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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तरबूज की फसल में माहू कीट के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय
यह कीट पत्तियों को एवं कोमल टहनियों को प्रभावित करते हैं, जिसके कारण पत्तियां मुड़कर मुरझाने लगती है। पौधों का विकास रुक जाता है साथ ही कीट से मधुरस उत्सर्जन के कारण पत्तियों पर काली फफूंद का विकास होता है।
नियंत्रण: इस कीट के नियंत्रण के लिए प्रकोप दिखाई देते ही नोवासेटा (एसिटामिप्रिड 20% एसपी) @ 30 ग्राम प्रति एकड़ या मीडिया (इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एस एल) @ 40-50 मिली प्रति एकड़ + नोवामैक्स (जिबरेलिक ऍसिड 0.001%) @ 300 मिली के दर से 150-200 लीटर पानी में छिड़काव करें।
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