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शेतात फवारणीसाठी ड्रोन हा एक उत्तम पर्याय आहे. यामुळे कमी मनुष्यबळाची गरज असलेल्या पाण्याची आणि रसायनांची बचत होते. ड्रोनने फवारणी करताना खालील गोष्टी लक्षात ठेवा.
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ड्रोनने फवारणी करताना वेळीच पीपीई किट घातले आहे का याची खात्री करा जेणेकरुन रसायने नाकात आणि डोळ्यात जाऊ नयेत.
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फवारणी करताना धुम्रपान करू नका
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कमीत-कमी 5 मिनिटांसाठी फवारणी संचालनाचे परीक्षण करण्यासाठी शुद्ध पाण्याची (रसायनाशिवाय) फवारणी करा.
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पाण्यात कीटकनाशक पूर्णपणे विसर्जित करण्यासाठी दोन चरणांमध्ये पातळ करणे सुनिश्चित करा.
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वाऱ्याचा वेग, आर्द्रता आणि तापमानासाठी हवामानाची स्थिती तपासा. या परिस्थिती फवारणीच्या कार्यक्षमतेवर परिणाम करतात.
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मधमाशी परागण दरम्यान फवारणी करू नका.
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प्रभावी फवारणीसाठी टाकीतील पाण्याच्या प्रमाणासह ड्रोनची उड्डाणाची योग्य उंची आणि वेग याची खात्री करा.
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रसायनांचा जास्तीत-जास्त उपयोग करण्यासाठी एन्टी ड्रिफ्ट नोजल वापरणे आवश्यक आहे.
बंगाल के खड़ी में बना गहरा निम्न दबाव, कई राज्यों में आँधी और बारिश की संभावना
सीजन की पहली आंधी और बारिश दिल्ली में आने वाली है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, और पश्चिम बंगाल सहित महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी गरज और चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। एक दो स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी संभव है। राजस्थान और गुजरात में हीट वेव अपने चरम पर है। दक्षिण भारत में भी बारिश और मेघ गर्जना हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना हुआ गहरा निम्न दवाब का क्षेत्र अगले 24 घंटे में कमजोर हो जाएगा।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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मछली पालन से सालाना कमाएं 8 लाख रुपये, सरकार दे रही है 60% तक सब्सिडी
बिहार समेत कई राज्यों में मछली पालन किसानों और युवाओं के लिए कम लागत वाला, लाभकारी व्यवसाय बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत सरकार 40% से लेकर 60% तक की सब्सिडी भी दे रही है। SC/ST और महिलाओं को अधिक सब्सिडी मिलती है। छोटे स्तर पर शुरुआत के लिए केवल 1200 वर्गफुट जमीन और लगभग ₹3 लाख का निवेश काफी है।
अगर वैज्ञानिक तरीके से मछली पालन किया जाए, तो एक एकड़ तालाब से सालाना ₹5–8 लाख तक की कमाई संभव है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और उन्नत मछली प्रजातियों की मदद से यह व्यवसाय और भी आसान हो गया है। शहरी क्षेत्रों में एक्वेरियम मछली पालन भी एक लाभकारी विकल्प बन रहा है।
स्रोत: कृषि जागरण
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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?
सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!
मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
शाजापुर | आगर | सरसों | 5075 | 5939 |
भिंड | आलमपुर | सरसों | 5488 | 5855 |
मुरैना | अम्बाहा | सरसों | 5925 | 5950 |
गुना | एरन | सरसों | 5500 | 6000 |
अशोकनगर | अशोकनगर | सरसों | 5501 | 5900 |
सीहोर | आष्टा | सरसों | 5300 | 6010 |
सीहोर | आष्टा | सरसों(काला) | 5371 | 5521 |
शिवपुरी | बदरवास | सरसों | 5670 | 5995 |
शिवपुरी | बदरवास | सरसों | 5675 | 5990 |
रीवा | बैकुंठपुर | सरसों | 5590 | 5665 |
सागर | बामोरा | सरसों | 5640 | 6900 |
होशंगाबाद | बानापुरा | सरसों | 5751 | 6187 |
सागर | बाँदा | सरसों | 5000 | 5600 |
शिवपुरी | बराड़ | सरसों | 5600 | 6206 |
रायसेन | बेगमगंज | सरसों | 5300 | 6105 |
भोपाल | बैरसिया | सरसों | 5350 | 5780 |
भोपाल | बैरसिया | सरसों(काला) | 5405 | 5590 |
बेतुल | बेतुल | सरसों | 5576 | 5621 |
बेतुल | बेतुल | सरसों | 5591 | 5600 |
बेतुल | बेतुल | सरसों(काला) | 6400 | 6400 |
भिंड | भिंड | सरसों | 5890 | 6030 |
राजगढ़ | ब्यावरा | सरसों | 5320 | 5975 |
सागर | बीना | सरसों | 4611 | 7100 |
गुना | बीनागंज | सरसों | 5400 | 5750 |
अशोकनगर | चंदेरी | सरसों | 5500 | 5895 |
छतरपुर | छतरपुर | सरसों | 5800 | 5862 |
छतरपुर | छतरपुर | सरसों | 5700 | 5800 |
छतरपुर | छतरपुर | पीला (काला) | 5500 | 5500 |
दमोह | दमोह | सरसों | 5590 | 5675 |
दतिया | दतिया | सरसों | 5925 | 5950 |
देवास | देवास | सरसों | 5319 | 5556 |
डिंडोरी | डिंडोरी | सरसों(काला) | 5400 | 5400 |
रायसेन | गैरतगंज | सरसों | 5420 | 6161 |
विदिशा | गंज बासौदा | सरसों | 4000 | 7150 |
सागर | गढ़ाकोटा | सरसों | 5230 | 5230 |
भिंड | गोहाद | सरसों | 5805 | 6130 |
गुना | गुना | सरसों | 5520 | 5900 |
देवास | हाटपिपलिया | सरसों | 5130 | 5560 |
रीवा | हनुमना | सरसों | 5375 | 5500 |
हरदा | हरदा | सरसों | 1500 | 6241 |
खंडवा | हरसूद | सरसों | 5399 | 5601 |
सीहोर | इछावर | सरसों | 5400 | 6100 |
इंदौर | इंदौर | सरसों | 5755 | 5755 |
अशोकनगर | ईसागढ़ | सरसों | 5530 | 5945 |
होशंगाबाद | इटारसी | सरसों | 5401 | 5585 |
जबलपुर | जबलपुर | सरसों | 5400 | 6500 |
रतलाम | जावरा | सरसों | 5730 | 6162 |
दमोह | जवेरा | सरसों | 5405 | 5600 |
सीहोर | जावर | सरसों | 5395 | 5500 |
राजगढ़ | जीरापुर | सरसों | 5225 | 5775 |
राजगढ़ | जीरापुर | सरसों | 5480 | 5550 |
मुरैना | कैलारस | सरसों | 5850 | 6044 |
शाजापुर | कालापीपल | सरसों | 5000 | 5789 |
कटनी | कटनी | सरसों | 4900 | 7951 |
कटनी | कटनी | सरसों(काला) | 5510 | 5550 |
देवास | खातेगांव | सरसों | 4500 | 5700 |
राजगढ़ | खिलचीपुर | सरसों | 5455 | 5660 |
हरदा | खिरकिया | सरसों | 5100 | 5470 |
हरदा | खिरकिया | सरसों(काला) | 5411 | 5512 |
राजगढ़ | खुजनेर | सरसों | 5105 | 5820 |
सागर | खुरई | सरसों | 4100 | 7350 |
शिवपुरी | कोलारस | सरसों | 5830 | 6090 |
शिवपुरी | कोलारस | सरसों | 5500 | 6080 |
राजगढ़ | कुरावर | सरसों | 3000 | 6100 |
राजगढ़ | कुरावर | सरसों-जैविक | 5450 | 6125 |
विदिशा | कुरवाई | सरसों | 3481 | 5775 |
भिंड | लहार | सरसों | 5845 | 5895 |
भिंड | लहार | सरसों(काला) | 5811 | 5832 |
भिंड | लहार | पीला (काला) | 5770 | 5811 |
ग्वालियर | लश्कर | सरसों | 5890 | 6010 |
विदिशा | लटेरी | सरसों | 5400 | 5805 |
छतरपुर | लवकुशनगर(लौंदी) | सरसों | 5470 | 5525 |
उज्जैन | महिदपुर | सरसों | 5725 | 5725 |
गुना | मकसूदनगढ़ | सरसों | 5690 | 5720 |
नीमच | मनसा | सरसों | 5691 | 5980 |
मन्दसौर | मन्दसौर | सरसों | 5430 | 5952 |
भिंड | मेहगांव | सरसों | 5935 | 5985 |
शाजापुर | मोमनबड़ोदिया | सरसों | 5001 | 5537 |
मुरैना | मुरैना | सरसों | 5825 | 6035 |
भिंड | महू | सरसों | 5400 | 5960 |
अशोकनगर | मुंगावली | सरसों | 5250 | 5895 |
उज्जैन | नागदा | सरसों | 4911 | 4911 |
सतना | नागोद | सरसों | 5500 | 6790 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | सरसों | 5471 | 5732 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | सरसों(काला) | 5513 | 5690 |
राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सरसों | 4200 | 5800 |
सीहोर | नसरुल्लागंज | सरसों | 5827 | 5910 |
रायसेन | ओबेदुल्लागंज | सरसों | 5300 | 5749 |
जबलपुर | पाटन | सरसों | 5105 | 5210 |
राजगढ़ | पचौर | सरसों | 5200 | 5735 |
राजगढ़ | पचौर | सरसों | 4800 | 5750 |
पन्ना | पन्ना | पीला (काला) | 6495 | 6720 |
दमोह | पथरिया | सरसों | 5450 | 5505 |
होशंगाबाद | पिपरिया | सरसों | 6000 | 6261 |
अशोकनगर | पिपरई | सरसों | 5651 | 5811 |
शिवपुरी | पोहरी | सरसों | 5505 | 6125 |
शिवपुरी | पोहरी | सरसों(काला) | 5800 | 5800 |
मुरैना | पोरसा | सरसों | 5900 | 5930 |
गुना | राघोगढ़ | सरसों | 5220 | 5220 |
रायसेन | रायसेन | सरसों | 5200 | 5200 |
सागर | रहली | सरसों | 5340 | 5340 |
रीवा | रीवा | सरसों | 5495 | 5495 |
रीवा | रीवा | सरसों(काला) | 5627 | 5627 |
मुरैना | सबलगढ़ | सरसों | 5985 | 5985 |
मुरैना | सबलगढ़ | सरसों(काला) | 5765 | 5975 |
सागर | सागर | सरसों | 5205 | 7010 |
रतलाम | सैलाना | सरसों | 5899 | 5899 |
राजगढ़ | सारंगपुर | सरसों | 5626 | 5671 |
राजगढ़ | सारंगपुर | सरसों | 5331 | 5525 |
सतना | सतना | सरसों | 5095 | 5800 |
सीहोर | सीहोर | सरसों | 5400 | 6460 |
सीहोर | सीहोर | सरसों(काला) | 5654 | 6250 |
होशंगाबाद | सेमरीहरचंद | सरसों | 5150 | 5150 |
अशोकनगर | शाडोरा | सरसों | 5460 | 5770 |
शाजापुर | शाजापुर | सरसों | 5200 | 5725 |
मन्दसौर | शामगढ़ | सरसों | 5000 | 5715 |
मन्दसौर | शामगढ़ | अन्य | 5775 | 5775 |
विदिशा | शमसाबाद | सरसों | 5000 | 5465 |
श्योपुर | श्योपुरबडोद | सरसों | 5740 | 5840 |
श्योपुर | श्योपुरकलां | सरसों | 5831 | 5920 |
श्योपुर | श्योपुरकलां | सरसों | 5800 | 5915 |
शिवपुरी | शिवपुरी | सरसों | 5700 | 6050 |
शाजापुर | शुजालपुर | सरसों | 5300 | 5820 |
रायसेन | सिलवानी | सरसों | 5955 | 5955 |
विदिशा | सिरोंज | सरसों | 5375 | 5844 |
मन्दसौर | सीतामऊ | सरसों | 6900 | 6900 |
मन्दसौर | सीतामऊ | सरसों(काला) | 5401 | 5401 |
देवास | सोनकच | सरसों | 5400 | 5562 |
शाजापुर | सोयतकलां | सरसों | 5625 | 5645 |
शाजापुर | सुसनेर | सरसों | 5725 | 5725 |
राजगढ़ | सुठालिया | सरसों | 5400 | 5400 |
उज्जैन | तराना | सरसों | 5426 | 5501 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | सरसों | 5550 | 5800 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ (F&V) | सरसों | 5550 | 5800 |
हरदा | टिमरनी | सरसों | 5611 | 5711 |
रायसेन | उदयपुरा | सरसों | 5300 | 5300 |
उज्जैन | उज्जैन | सरसों | 5540 | 5571 |
विदिशा | विदिशा | सरसों | 5600 | 7101 |
श्योपुर | विजयपुर | सरसों | 5850 | 6005 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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टरबूज मध्ये फळ माशीचे व्यवस्थापन
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भोपळा वर्गीय पिकांमध्ये, टरबूज पिकामध्ये फळमाशीचा हल्ला प्रामुख्याने दिसून येतो ज्यामुळे पिकाचे नुकसान होऊन उत्पादनावर परिणाम होतो.
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फळाची माशी फळांच्या आत अंडी घालते, सुरवंट अंड्यातून बाहेर पडतो आणि फळांचा लगदा खातो, ज्यामुळे फळे कुजतात.फळे वळतात आणि कमकुवत होतात आणि वेलीपासून वेगळी होतात.
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व्यवस्थापनाचे उपाय : फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% ईसी [डैनिटोल] 400 मिली प्रोफेनोफॉस 40 % + साइपरमेथ्रिन 4% ईसी [प्रोफेनोवा] 400 मिली स्पिनोसेड 45% एससी [ट्रेसर] 60 मिली/एकर या दराने फवारणी करावी.
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फळ माशीच्या चांगल्या व्यवस्थापनासाठी, 10 फ्रूट फ्लाई ट्रैपचा प्रती एकर दराने वापर करावा.
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जैविक व्यवस्थापनासाठी, बवेरिया बेसियाना [बवे कर्ब] 250 ग्रॅम/एकर या दराने उपयोग करू शकता.
2025 में कैसा रहेगा मानसून, जानें इस साल कब, कहां और कितनी होगी बारिश?
इस वीडियो में आप दक्षिण पश्चिम मानसून 2025 का विस्तृत पूर्वानुमान देखेंगे। आप देखेंगे की मानसून कैसा रहेगा? जून से लेकर सितंबर के बीच देशभर में बारिश कैसी हो सकती है। मानसून के चारों महीनों के दौरान देश के हर राज्य में बारिश का पूर्वानुमान भी इस वीडियो में बताया गया है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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तरबूज की फसल में गमी तना झुलसा के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय
तरबूज की खेती के दौरान इसके पूरे फसल चक्र में कई प्रकार के रोगों का प्रकोप देखने को मिलता है। इन रोगों की रोकथाम कर के तरबूज की अच्छी उपज की प्राप्ति की जा सकती है। तरबूज की फसल का एक प्रमुख रोग है गमी तना झुलसा और इस लेख में हम जानेंगे इसी रोग से संबंधित जानकारी एवं रोकथाम के उपाय।
लक्षण: तरबूज की फसल में गमी तना झुलसा गंभीर पर्णीय बीमारियों में से एक है। इस रोग में तने और पत्तियों पर भूरे धब्बे बन जाते हैं और यह धब्बे पीले ऊतकों से घेरे होते हैं। साथ ही तने में यह घाव बढ़कर गलन का निर्माण करता है और इससे चिपचिपे, भूरे रंग के द्रव का स्रावण होता है। इस रोग में फल शायद ही कभी प्रभावित होते हैं, लेकिन पर्णसमूह के नुकसान से उपज और फलों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।
नियंत्रण: गमी तना झुलसा से बचने के लिए रोग रहित बीज का उपयोग करें, साथ ही सभी कद्दू वर्गीय फसलों से 2 वर्ष का फसल चक्र रखें। इसके अलावा रोग के लक्षण दिखाई देने पर रासायनिक नियंत्रण के लिए, फफूंदनाशक जैसे जटायु (क्लोरोथॅलोनिल 75% डब्लूपी) 400 ग्राम प्रति एकड़ या एम 45 (मैंकोज़ेब 75% डब्लूपी) 600-800 ग्राम प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के दर से छिड़काव करें। इसके जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेन्स) 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
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क्यों ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती किसानों के लिए है फायदेमंद?
रबी की फसलों की कटाई के बाद खरीफ सीजन आने तक खेत खाली रह जाता है। पर किसान भाई चाहें तो रबी तथा खरीफ के बीच वाले समय जिसे जायद कहते हैं, का सही इस्तेमाल कर के बढ़िया लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जायद सीजन में खेती के लिए सबसे अच्छा चुनाव अगर कोई हो सकता है तो वो है मूंग की फसल का जो कम अवधि की फसल है और अच्छा मुनाफ़ा दे सकती है। इसकी खेती के फायदेमंद होने के मुख्य कारण निम्न हैं।
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इसकी खेती खरपतवारों को नियंत्रित करती है और गर्मियों में हवा के कटाव को रोकती है।
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फसल पर कीट एवं रोगों का आक्रमण बहुत कम होता है।
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फसल/किस्में परिपक्व होने में कम समय लेती हैं (60-65 दिन)
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इसकी खेती से राइजोबियम फिक्सेशन के माध्यम से कम से कम 30-50 किग्रा उपलब्ध नाइट्रोजन/हेक्टेयर जुड़ जाता है जिसे अगली खरीफ मौसम की फसल में उर्वरकों को देते समय समायोजित किया जा सकता है।
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इसकी खेती से फसल की सघनता बढ़ जाती है।
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आलू, गेहूँ और सर्दियों के मौसम की मक्का जैसी भारी उर्वरक माँग वाली फसलों के बाद उगाए जाने पर यह मिट्टी की अवशिष्ट उर्वरता का उपयोग करती है।
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अब शुरू करें बकरी पालन और पाएं 10 लाख रुपये की सब्सिडी!
अगर आप खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आय का जरिया ढूंढ रहे हैं, तो बकरी पालन आपके लिए शानदार अवसर हो सकता है। केंद्र सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (NLM) योजना के तहत अब आप 20 लाख रुपये की लागत पर बकरी पालन शुरू कर सकते हैं, जिसमें आपको 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। यानी कुल लागत का 50% सरकार दे रही है!
इस योजना के तहत किसान 100 से लेकर 500 बकरियों तक के प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं। आवेदन के लिए आपको एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट, ज़मीन से जुड़े कागजात, आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स आदि दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और आप सीधे NLM पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं।
स्रोत: कृषि जागरण
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क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव, जानें मंडी का हाल
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
उज्जैन | बड़नगर | लहसुन | 2180 | 2551 |
भोपाल | भोपाल | लहसुन | 1950 | 6650 |
मन्दसौर | दलौदा | लहसुन | 1601 | 12400 |
सागर | देवरी | अन्य | 3300 | 3300 |
इंदौर | इंदौर | लहसुन | 200 | 8000 |
रतलाम | जावरा | लहसुन | 4001 | 9000 |
नीमच | जावद | लहसुन | 1110 | 11300 |
शाजापुर | कालापीपल (F&V) | लहसुन | 1775 | 6510 |
राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | लहसुन | 2000 | 5400 |
होशंगाबाद | पिपरिया(F&V) | लहसुन | 6500 | 10000 |
मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन | 2411 | 6210 |
रतलाम | रतलाम | लहसुन | 2452 | 7000 |
रतलाम | सैलाना | लहसुन | 1300 | 7281 |
शाजापुर | शाजापुर | लहसुन | 1210 | 2054 |
शाजापुर | शुजालपुर | देसी | 1100 | 5800 |
मन्दसौर | सीतामऊ | लहसुन | 710 | 2100 |
उज्जैन | उज्जैन | लहसुन | 690 | 3000 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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