रबी धान में उगने से पहले हीं कर लें खरपतवारों का सटीक प्रबंधन!

Pre-emergence weed management in summer paddy!

धान की फसल में रोग और कीटों के अलावा खरपतवार भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए समय रहते खरपतवारों को नष्ट करना बहुत जरूरी होता है। ध्यान रखें की धान की फसल में हानिकारक खरपतवारों के कारण विभिन्न कीट भी इन खरपतवारों के कारण आकर्षित होते हैं इसलिए बचाव जल्द से जल्द करने की जरुरत होती है।  

धान की फसल में उगने के पूर्व खरपतवार प्रबंधन, रोपाई के बाद 0 से 3 दिन के बाद एवं खरपतवार अंकुरण से पहले करना चाहिए। धान की फसल में रोपाई के 0-3  दिन के बाद खरपतवारों के जमाव को रोकने के लिए रेसर (प्रेटिलाक्लोर 50% ईसी) @ 400 मिली, 40 किलो रेत के साथ मिलाकर खेत में समान रूप से भुरकाव करें, और भुरकाव के समय खेत में 4-5 सेंटीमीटर जल स्तर बनाए रखें। “प्रेटिलाक्लोर” यह रसायन एक व्यापक स्पेक्ट्रम, चयनात्मक और पूर्व उद्भव खरपतवारनाशक है, जो लगभग सभी खरपतवारों (घास और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार) को नियंत्रित करता है।

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राजस्थान, यूपी, पंजाब, हरियाणा, और दिल्ली में होगी बारिश

know the weather forecast,

पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर सक्रिय हो चुका है, जिसके असर से बर्फबारी शुरू हो गई है और यह अगले तीन दिनों तक जारी रह सकती है। 1 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के उत्तरी जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी देखने को मिलेगी। अगले 24 घंटों के बाद तमिलनाडु में भारी बारिश की संभावना है, वहीं केरल और लक्षद्वीप में हल्की फुहारें गिर सकती हैं। उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान बढ़ने के आसार हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, 21000 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट लहसुन 3701 3701
शाजापुर आगर लहसुन 3100 11000
आगर मालवा आगर (एफ एंड वी) औसत 3100 11000
धार बदनावर औसत 3950 5650
धार बदनावर लहसुन 1700 13650
भोपाल भोपाल लहसुन 1300 11000
मन्दसौर दलौदा लहसुन 2880 15001
होशंगाबाद होशंगाबाद (F&V) लहसुन 10580 13750
इंदौर इंदौर लहसुन 200 14500
रतलाम जावरा लहसुन 1801 20800
नीमच जावद लहसुन 3200 11500
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 4200 15060
नीमच मनसा लहसुन 1000 12801
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 2000 16400
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन-जैविक 5600 5600
नीमच नीमच औसत 1400 12400
नीमच नीमच लहसुन 5000 13200
होशंगाबाद पिपरिया(F&V) लहसुन 14000 21000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 500 14993
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 1001 13801
धार राजगढ़ लहसुन 1100 8006
रतलाम रतलाम देसी 1701 14401
रतलाम रतलाम लहसुन 1400 13600
रतलाम सैलाना लहसुन 3010 10191
शाजापुर शाजापुर लहसुन 500 11000
शाजापुर शुजालपुर देसी 501 7800
शाजापुर शुजालपुर(F&V) लहसुन 1200 10000
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 5050 8500
उज्जैन उज्जैन लहसुन 500 2512

स्रोत: एगमार्कनेट

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तरबूज की फसल में क्या है बोरोन का महत्व, जानें इसके कमी के लक्षण

Importance of Boron in crops and deficiency symptoms in watermelon

बोरोन के महत्व: यह पौधे के ऊतकों का स्थिरीकरण करता है, और फसल की ताकत में सुधार करता है। यह कैल्शियम के साथ मिलकर काम करता है और फसल की गुणवत्ता में वृद्धि करने में भी मदद करता है। साथ ही बोरोन का फसलों में फूल व फल के निर्माण में मुख्य योगदान होता है। यह फूल व फलों को झड़ने से रोकने तथा फलों के आकार व गुणवत्ता को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है।

बोरोन कमी के लक्षण: इसकी कमी से तरबूज में पौधे की नई पत्तियाँ सामान्य से छोटी रह जाती हैं, और मुड़ी हुई हो सकती हैं। पीलापन शिराओं के बीच सीमांत क्षेत्र से केंद्र की ओर बढ़ता है। सबसे छोटी पत्तियों के नोक सूख जाते हैं, और विकास बिंदु मर जाते हैं, फूल भी नहीं लगते हैं और फल खराब हो जाते हैं। फलों के आकार लेने पर फल के बाहर की त्वचा में लचीलापन जरूरी है, जिससे फल ठीक तरह से विकसित होता है, लेकिन बोरोन की कमी से फल की त्वचा में कठोरता आती है जिससे फल फट जाते हैं। 

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30 जनवरी से 4 फरवरी तक भारी बारिश और बर्फबारी के आसार

know the weather forecast,

एक के बाद एक दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों पर पहुंचेंगे। इनके प्रभाव से 30 जनवरी से 4 फरवरी के बीच पहाड़ों पर बर्फबारी होती रहेगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1 फरवरी को बारिश की संभावना है। 3 और 4 फरवरी को गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिले बारिश देख सकते हैं। पहाड़ों पर 2 फरवरी को भारी बर्फबारी की संभावना है। दक्षिण भारत में भी दो दिन बाद बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएगी। उत्तर और मध्य भारत में अब रात के तापमान बढ़ जाएंगे।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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सब्जियों की खेती पर मिलेगी 75% तक की सब्सिडी, जल्द करें आवेदन

Sabji Vikas Yojana

किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से बिहार सरकार के उघान निदेशालय – कृषि विभाग की तरफ से “सब्जी विकास योजना” शुरू की गई है। जैसा की इस योजना के नाम से ही पता चल रहा हैं इसके तहत सब्जियों की खेती करने हेतु सब्सिडी उपलब्ध करवाई जायेगी। इस योजना की मदद से सरकार उन्नत तकनीकों एवं संसाधनों का उपयोग कर सब्जी उत्पादन में वृद्धि करना चाहती है। साथ ही साह किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाकर उनकी आमदनी में दोगुने तक का इजाफा करना चाहती है।

इस योजना के माध्यम से बैगन, तरबूज, खरबूज के हाइब्रिड बिचड़े अधिकतम 75% की सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं कद्दू, गिलकी, करेला, भिंडी, मिर्च पर प्रति हेक्टेयर के दर से 75% तक की सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाएगी।

इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग, बिहार की आधिकारिक वेबसाइट जरूर विजिट करें और योजना की अन्य जानकारियों की प्राप्ति के साथ साथ ऑनलाइन आवेदन भी करें।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर सरसों 3400 5452
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 3600 5530
सीहोर आष्टा सरसों(काला) 3567 5900
शिवपुरी बदरवास सरसों 5400 5400
मुरैना बनमोरकलां सरसों 4650 5000
भोपाल बैरसिया सरसों(काला) 4500 4500
छतरपुर बिजावर सरसों 5050 5175
सागर बीना सरसों 5000 6700
सागर बीना सरसों(काला) 6460 6821
मन्दसौर दलौदा सरसों 5001 5281
दमोह दमोह सरसों 4895 5225
डिंडोरी डिंडोरी सरसों 5100 5100
विदिशा गंज बासौदा सरसों 2980 5492
गुना गुना सरसों 5305 5305
हरदा हरदा सरसों 5255 5320
जबलपुर जबलपुर सरसों 5000 6605
रतलाम जावरा सरसों 4275 5610
सीहोर जावर पीला (काला) 4444 4444
कटनी कटनी सरसों 5111 5540
शिवपुरी कोलारस सरसों 4100 5555
राजगढ़ कुरावर सरसों-जैविक 4450 5105
ग्वालियर लश्कर सरसों 5240 5690
नीमच मनसा सरसों 4400 5451
मंडला मंडला सरसों 5401 5403
मंडला मंडला सरसों(काला) 5375 5380
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 4853 5354
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 4500 5480
सतना नागोद सरसों-जैविक 5300 5475
नीमच नीमच सरसों 3300 5600
शिवपुरी पोहरी सरसों 4870 5190
मुरैना सबलगढ़ सरसों 4400 4400
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 5575 5800
सागर सागर सरसों-जैविक 4800 6670
सतना सतना सरसों 4800 5620
सीहोर सीहोर सरसों(काला) 4450 4450
शाजापुर शाजापुर सरसों 3990 5065
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 5580 5640
विदिशा सिरोंज सरसों 5225 5225
उज्जैन तराना सरसों 3571 4925
विदिशा विदिशा सरसों 5050 5506

स्रोत: एगमार्कनेट

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तरबूज में फल मक्खी से होने वाले नुकसान एवं नियंत्रण के उपाय

Damage and control measure of fruit fly in watermelon

तरबूज की फसल में फल मक्खी का हमला बेहद गंभीर होता है। वयस्क मक्खी फूलों में या सीधे फलों में अंडे देती है और जब ये अंडे फूटते हैं तब इससे निकली इल्ली फल में छेद कर देती है और फलों को अंदर से खाती है। इससे फल के गूदे के भीतर भारी सड़न हो सकती है, साथ ही फल की त्वचा पर, जहां अंडे दिए जाते हैं, वहा छोटे-छोटे धब्बे पड़ते हैं। इससे हुए घाव से फल फफूंद एवं जीवाणु के संक्रमण के प्रति अतिसंवेदनशील हो जाते हैं। इसके कारण उपज में कमी आती है और फल की गुणवत्ता में भी प्रभाव पड़ता है। 

नियंत्रण: फल मक्खी के नियंत्रण एवं निगरानी के लिए, आईपीएम के अंतर्गत मेलन फ्लाय लूर @ 10 ट्रैप प्रति एकड़ के दर से खेत में लगाएं एवं नीमगोल्ड (अझाडिरॅक्टिन 0.3% EC) @ 1600 मिली प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में छिड़काव करें।

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एक बार फिर बदलेगा मौसम, बारिश और बर्फबारी की संभावना

know the weather forecast,

पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान पाला पड़ने की संभावना है। इसके बाद उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान बढ़ने लगेंगे। 29 जनवरी से सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों में बारिश की शुरुआत हो सकती है। 30 जनवरी को एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहाड़ों पर पहुंचेगा, जिससे बर्फबारी शुरू होगी, जो 2 फरवरी तक जारी रहेगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी से 2 फरवरी के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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सरकार देगी 1 लाख रुपये तक की सब्सिडी, किसान बनवा सकते हैं अपने तालाब

Farm Pond Scheme

देश के कई राज्यों में सिंचाई के लिए पानी की अनुपलब्धता देखने को मिलती है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए ही प्रदेश सरकार बलराम तालाब योजना चला रही है जिसकी मदद से किसान सरकारी सब्सिडी पर स्वयं का तालाब बना सकते हैं और अपने खेतों को सिंचित रख सकते हैं।

इस योजना के अंतर्गत किसान स्वयं के खर्च पर तालाब बनवा सकते हैं और सरकार से 80 हजार से 1 लाख रुपये त‍क की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। बता दें की इस योजना वर्ष 2007 में शुरू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में राज्य सरकार ने 6144 तालाब बनाने का लक्ष्‍य निर्धारित किया है। इन तालाबों के निर्माण कार्य पर 5308.34 लाख रुपये की सब्सिडी सरकार देने वाली है।

अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को आवेदन कर सकते हैं, इसी के आधार पर किसान का पंजीयन होगा। पंजीयन के बाद जिला कृषि उप संचालक से तालाब की तकनीकी मंजूरी मिलने और जिला पंचायत से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद ही तालाब निर्माण कार्य शुरू होता है। यह ध्यान रखें की इस योजना में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किसानों को सब्सिडी दी जाती है।

स्रोत: किसान तक

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