बैंगन की फसल में शीर्ष एवं फल छेदक की पहचान एवं नियंत्रण

  • बैंगन की फसल में लगी इल्ली उपज को बहुत नुकसान पहुंचाती है। शीर्ष एवं फल छेदक कीट की इल्ली तने में छिद्र कर आंतरिक गूदे को खाती है। 

  • जिस शाखा पर कीट का प्रकोप होता है, वह शाखा मुरझाकर लटक जाती है।

  • ये इल्ली फलों पर पुष्पकोष की कोमल अवस्था में उसके नीचे से प्रवेश करती है, जिसके चलते पौधे पर कोई भी संक्रमण के निशान नहीं दिखता है।

  • फलों पर दिखाई देने वाले बड़े छिद्र सामान्यत: इल्ली के निकास या बाहर आने के होते हैं। 

  • नियंत्रण के उपाय –  लैमनोवा @ 120 मिली या फेम (फ्लुबेंडिएमाइड 39.35% एससी) @ 60 मिली या विराट (साइपरमेथ्रिन 3% + क्विनालफोस 20% ईसी) @ 140 -160 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।  

  • जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड बी (बवेरिया बेसियाना 1.15% डब्ल्यूबी) @ 1 किग्रा/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

See all tips >>