बंगाल के खड़ी में बना गहरा निम्न दबाव, कई राज्यों में आँधी और बारिश की संभावना

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सीजन की पहली आंधी और बारिश दिल्ली में आने वाली है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, और पश्चिम बंगाल सहित महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी गरज और चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। एक दो स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी संभव है। राजस्थान और गुजरात में हीट वेव अपने चरम पर है। दक्षिण भारत में भी बारिश और मेघ गर्जना हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना हुआ गहरा निम्न दवाब का क्षेत्र अगले 24 घंटे में कमजोर हो जाएगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मछली पालन से सालाना कमाएं 8 लाख रुपये, सरकार दे रही है 60% तक सब्सिडी

Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana

बिहार समेत कई राज्यों में मछली पालन किसानों और युवाओं के लिए कम लागत वाला, लाभकारी व्यवसाय बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत सरकार 40% से लेकर 60% तक की सब्सिडी भी दे रही है। SC/ST और महिलाओं को अधिक सब्सिडी मिलती है। छोटे स्तर पर शुरुआत के लिए केवल 1200 वर्गफुट जमीन और लगभग ₹3 लाख का निवेश काफी है।

अगर वैज्ञानिक तरीके से मछली पालन किया जाए, तो एक एकड़ तालाब से सालाना ₹5–8 लाख तक की कमाई संभव है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और उन्नत मछली प्रजातियों की मदद से यह व्यवसाय और भी आसान हो गया है। शहरी क्षेत्रों में एक्वेरियम मछली पालन भी एक लाभकारी विकल्प बन रहा है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर सरसों 5075 5939
भिंड आलमपुर सरसों 5488 5855
मुरैना अम्बाहा सरसों 5925 5950
गुना एरन सरसों 5500 6000
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 5501 5900
सीहोर आष्टा सरसों 5300 6010
सीहोर आष्टा सरसों(काला) 5371 5521
शिवपुरी बदरवास सरसों 5670 5995
शिवपुरी बदरवास सरसों 5675 5990
रीवा बैकुंठपुर सरसों 5590 5665
सागर बामोरा सरसों 5640 6900
होशंगाबाद बानापुरा सरसों 5751 6187
सागर बाँदा सरसों 5000 5600
शिवपुरी बराड़ सरसों 5600 6206
रायसेन बेगमगंज सरसों 5300 6105
भोपाल बैरसिया सरसों 5350 5780
भोपाल बैरसिया सरसों(काला) 5405 5590
बेतुल बेतुल सरसों 5576 5621
बेतुल बेतुल सरसों 5591 5600
बेतुल बेतुल सरसों(काला) 6400 6400
भिंड भिंड सरसों 5890 6030
राजगढ़ ब्यावरा सरसों 5320 5975
सागर बीना सरसों 4611 7100
गुना बीनागंज सरसों 5400 5750
अशोकनगर चंदेरी सरसों 5500 5895
छतरपुर छतरपुर सरसों 5800 5862
छतरपुर छतरपुर सरसों 5700 5800
छतरपुर छतरपुर पीला (काला) 5500 5500
दमोह दमोह सरसों 5590 5675
दतिया दतिया सरसों 5925 5950
देवास देवास सरसों 5319 5556
डिंडोरी डिंडोरी सरसों(काला) 5400 5400
रायसेन गैरतगंज सरसों 5420 6161
विदिशा गंज बासौदा सरसों 4000 7150
सागर गढ़ाकोटा सरसों 5230 5230
भिंड गोहाद सरसों 5805 6130
गुना गुना सरसों 5520 5900
देवास हाटपिपलिया सरसों 5130 5560
रीवा हनुमना सरसों 5375 5500
हरदा हरदा सरसों 1500 6241
खंडवा हरसूद सरसों 5399 5601
सीहोर इछावर सरसों 5400 6100
इंदौर इंदौर सरसों 5755 5755
अशोकनगर ईसागढ़ सरसों 5530 5945
होशंगाबाद इटारसी सरसों 5401 5585
जबलपुर जबलपुर सरसों 5400 6500
रतलाम जावरा सरसों 5730 6162
दमोह जवेरा सरसों 5405 5600
सीहोर जावर सरसों 5395 5500
राजगढ़ जीरापुर सरसों 5225 5775
राजगढ़ जीरापुर सरसों 5480 5550
मुरैना कैलारस सरसों 5850 6044
शाजापुर कालापीपल सरसों 5000 5789
कटनी कटनी सरसों 4900 7951
कटनी कटनी सरसों(काला) 5510 5550
देवास खातेगांव सरसों 4500 5700
राजगढ़ खिलचीपुर सरसों 5455 5660
हरदा खिरकिया सरसों 5100 5470
हरदा खिरकिया सरसों(काला) 5411 5512
राजगढ़ खुजनेर सरसों 5105 5820
सागर खुरई सरसों 4100 7350
शिवपुरी कोलारस सरसों 5830 6090
शिवपुरी कोलारस सरसों 5500 6080
राजगढ़ कुरावर सरसों 3000 6100
राजगढ़ कुरावर सरसों-जैविक 5450 6125
विदिशा कुरवाई सरसों 3481 5775
भिंड लहार सरसों 5845 5895
भिंड लहार सरसों(काला) 5811 5832
भिंड लहार पीला (काला) 5770 5811
ग्वालियर लश्कर सरसों 5890 6010
विदिशा लटेरी सरसों 5400 5805
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) सरसों 5470 5525
उज्जैन महिदपुर सरसों 5725 5725
गुना मकसूदनगढ़ सरसों 5690 5720
नीमच मनसा सरसों 5691 5980
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 5430 5952
भिंड मेहगांव सरसों 5935 5985
शाजापुर मोमनबड़ोदिया सरसों 5001 5537
मुरैना मुरैना सरसों 5825 6035
भिंड महू सरसों 5400 5960
अशोकनगर मुंगावली सरसों 5250 5895
उज्जैन नागदा सरसों 4911 4911
सतना नागोद सरसों 5500 6790
शाजापुर नलकेहड़ा सरसों 5471 5732
शाजापुर नलकेहड़ा सरसों(काला) 5513 5690
राजगढ़ नरसिंहगढ़ सरसों 4200 5800
सीहोर नसरुल्लागंज सरसों 5827 5910
रायसेन ओबेदुल्लागंज सरसों 5300 5749
जबलपुर पाटन सरसों 5105 5210
राजगढ़ पचौर सरसों 5200 5735
राजगढ़ पचौर सरसों 4800 5750
पन्ना पन्ना पीला (काला) 6495 6720
दमोह पथरिया सरसों 5450 5505
होशंगाबाद पिपरिया सरसों 6000 6261
अशोकनगर पिपरई सरसों 5651 5811
शिवपुरी पोहरी सरसों 5505 6125
शिवपुरी पोहरी सरसों(काला) 5800 5800
मुरैना पोरसा सरसों 5900 5930
गुना राघोगढ़ सरसों 5220 5220
रायसेन रायसेन सरसों 5200 5200
सागर रहली सरसों 5340 5340
रीवा रीवा सरसों 5495 5495
रीवा रीवा सरसों(काला) 5627 5627
मुरैना सबलगढ़ सरसों 5985 5985
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 5765 5975
सागर सागर सरसों 5205 7010
रतलाम सैलाना सरसों 5899 5899
राजगढ़ सारंगपुर सरसों 5626 5671
राजगढ़ सारंगपुर सरसों 5331 5525
सतना सतना सरसों 5095 5800
सीहोर सीहोर सरसों 5400 6460
सीहोर सीहोर सरसों(काला) 5654 6250
होशंगाबाद सेमरीहरचंद सरसों 5150 5150
अशोकनगर शाडोरा सरसों 5460 5770
शाजापुर शाजापुर सरसों 5200 5725
मन्दसौर शामगढ़ सरसों 5000 5715
मन्दसौर शामगढ़ अन्य 5775 5775
विदिशा शमसाबाद सरसों 5000 5465
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 5740 5840
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 5831 5920
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 5800 5915
शिवपुरी शिवपुरी सरसों 5700 6050
शाजापुर शुजालपुर सरसों 5300 5820
रायसेन सिलवानी सरसों 5955 5955
विदिशा सिरोंज सरसों 5375 5844
मन्दसौर सीतामऊ सरसों 6900 6900
मन्दसौर सीतामऊ सरसों(काला) 5401 5401
देवास सोनकच सरसों 5400 5562
शाजापुर सोयतकलां सरसों 5625 5645
शाजापुर सुसनेर सरसों 5725 5725
राजगढ़ सुठालिया सरसों 5400 5400
उज्जैन तराना सरसों 5426 5501
टीकमगढ़ टीकमगढ़ सरसों 5550 5800
टीकमगढ़ टीकमगढ़ (F&V) सरसों 5550 5800
हरदा टिमरनी सरसों 5611 5711
रायसेन उदयपुरा सरसों 5300 5300
उज्जैन उज्जैन सरसों 5540 5571
विदिशा विदिशा सरसों 5600 7101
श्योपुर विजयपुर सरसों 5850 6005

स्रोत: एगमार्कनेट

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टरबूज मध्ये फळ माशीचे व्यवस्थापन

Damage and control measure of fruit fly in watermelon

  • भोपळा वर्गीय पिकांमध्ये, टरबूज पिकामध्ये फळमाशीचा हल्ला प्रामुख्याने दिसून येतो ज्यामुळे पिकाचे नुकसान होऊन उत्पादनावर परिणाम होतो.

  • फळाची माशी फळांच्या आत अंडी घालते, सुरवंट अंड्यातून बाहेर पडतो आणि फळांचा लगदा खातो, ज्यामुळे फळे कुजतात.फळे वळतात आणि कमकुवत होतात आणि वेलीपासून वेगळी होतात.

  • व्यवस्थापनाचे उपाय : फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% ईसी [डैनिटोल] 400 मिली प्रोफेनोफॉस 40 % + साइपरमेथ्रिन 4% ईसी [प्रोफेनोवा] 400 मिली स्पिनोसेड 45% एससी [ट्रेसर] 60 मिली/एकर या दराने फवारणी करावी. 

  • फळ माशीच्या चांगल्या व्यवस्थापनासाठी, 10 फ्रूट फ्लाई ट्रैपचा प्रती एकर दराने वापर करावा. 

  • जैविक व्यवस्थापनासाठी, बवेरिया बेसियाना [बवे कर्ब] 250 ग्रॅम/एकर या दराने उपयोग करू शकता. 

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2025 में कैसा रहेगा मानसून, जानें इस साल कब, कहां और कितनी होगी बारिश?

know the weather forecast,

इस वीडियो में आप दक्षिण पश्चिम मानसून 2025 का विस्तृत पूर्वानुमान देखेंगे। आप देखेंगे की मानसून कैसा रहेगा? जून से लेकर सितंबर के बीच देशभर में बारिश कैसी हो सकती है। मानसून के चारों महीनों के दौरान देश के हर राज्य में बारिश का पूर्वानुमान भी इस वीडियो में बताया गया है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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तरबूज की फसल में गमी तना झुलसा के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Gummy stem blight symptoms and control in watermelon crop Symptoms

तरबूज की खेती के दौरान इसके पूरे फसल चक्र में कई प्रकार के रोगों का प्रकोप देखने को मिलता है। इन रोगों की रोकथाम कर के तरबूज की अच्छी उपज की प्राप्ति की जा सकती है। तरबूज की फसल का एक प्रमुख रोग है गमी तना झुलसा और इस लेख में हम जानेंगे इसी रोग से संबंधित जानकारी एवं रोकथाम के उपाय।

लक्षण: तरबूज की फसल में गमी तना झुलसा गंभीर पर्णीय बीमारियों में से एक है। इस रोग में तने और पत्तियों पर भूरे धब्बे बन जाते हैं और यह धब्बे पीले ऊतकों से घेरे होते हैं। साथ ही तने में यह घाव बढ़कर गलन का निर्माण करता है और इससे चिपचिपे, भूरे रंग के द्रव का स्रावण होता है। इस रोग में फल शायद ही कभी प्रभावित होते हैं, लेकिन पर्णसमूह के नुकसान से उपज और फलों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।

नियंत्रण: गमी तना झुलसा से बचने के लिए रोग रहित बीज का उपयोग करें, साथ ही सभी कद्दू वर्गीय फसलों से 2 वर्ष का फसल चक्र रखें। इसके अलावा रोग के लक्षण दिखाई देने पर रासायनिक नियंत्रण के लिए, फफूंदनाशक जैसे जटायु (क्लोरोथॅलोनिल 75% डब्लूपी) 400 ग्राम प्रति एकड़ या एम 45 (मैंकोज़ेब 75% डब्लूपी) 600-800 ग्राम प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के दर से छिड़काव करें। इसके जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेन्स) 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। 

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क्यों ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती किसानों के लिए है फायदेमंद?

Know the benefits of growing summer moong

रबी की फसलों की कटाई के बाद खरीफ सीजन आने तक खेत खाली रह जाता है। पर किसान भाई चाहें तो रबी तथा खरीफ के बीच वाले समय जिसे जायद कहते हैं, का सही इस्तेमाल कर के बढ़िया लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जायद सीजन में खेती के लिए सबसे अच्छा चुनाव अगर कोई हो सकता है तो वो है मूंग की फसल का जो कम अवधि की फसल है और अच्छा मुनाफ़ा दे सकती है। इसकी खेती के फायदेमंद होने के मुख्य कारण निम्न हैं। 

  • इसकी खेती खरपतवारों को नियंत्रित करती है और गर्मियों में हवा के कटाव को रोकती है।

  • फसल पर कीट एवं रोगों का आक्रमण बहुत कम होता है। 

  • फसल/किस्में परिपक्व होने में कम समय लेती हैं (60-65 दिन)

  • इसकी खेती से राइजोबियम फिक्सेशन के माध्यम से कम से कम 30-50 किग्रा उपलब्ध नाइट्रोजन/हेक्टेयर जुड़ जाता है जिसे अगली खरीफ मौसम की फसल में उर्वरकों को देते समय समायोजित किया जा सकता है।

  • इसकी खेती से फसल की सघनता बढ़ जाती है।

  • आलू, गेहूँ और सर्दियों के मौसम की मक्का जैसी भारी उर्वरक माँग वाली फसलों के बाद उगाए जाने पर यह मिट्टी की अवशिष्ट उर्वरता का उपयोग करती है।

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अब शुरू करें बकरी पालन और पाएं 10 लाख रुपये की सब्सिडी!

Get a loan on a huge subsidy from bank for goat farming

अगर आप खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आय का जरिया ढूंढ रहे हैं, तो बकरी पालन आपके लिए शानदार अवसर हो सकता है। केंद्र सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (NLM) योजना के तहत अब आप 20 लाख रुपये की लागत पर बकरी पालन शुरू कर सकते हैं, जिसमें आपको 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। यानी कुल लागत का 50% सरकार दे रही है!

इस योजना के तहत किसान 100 से लेकर 500 बकरियों तक के प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं। आवेदन के लिए आपको एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट, ज़मीन से जुड़े कागजात, आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स आदि दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और आप सीधे NLM पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव, जानें मंडी का हाल

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
उज्जैन बड़नगर लहसुन 2180 2551
भोपाल भोपाल लहसुन 1950 6650
मन्दसौर दलौदा लहसुन 1601 12400
सागर देवरी अन्य 3300 3300
इंदौर इंदौर लहसुन 200 8000
रतलाम जावरा लहसुन 4001 9000
नीमच जावद लहसुन 1110 11300
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 1775 6510
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 2000 5400
होशंगाबाद पिपरिया(F&V) लहसुन 6500 10000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 2411 6210
रतलाम रतलाम लहसुन 2452 7000
रतलाम सैलाना लहसुन 1300 7281
शाजापुर शाजापुर लहसुन 1210 2054
शाजापुर शुजालपुर देसी 1100 5800
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 710 2100
उज्जैन उज्जैन लहसुन 690 3000

स्रोत: एगमार्कनेट

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धनिया की खेती से कम समय में मिल जायेगी जबरदस्त उपज और होगी खूब कमाई

Coriander cultivation will give tremendous yield in less time and earn a lot
  • धनिया की फसल के लिए शुष्क व ठंडा मौसम अच्छा होता है। इसके बीजों के अंकुरण के लिए 25 से 26 से.ग्रे. तापमान अच्छा होता है।

  • धनिया की सिंचित फसल के लिए अच्छी जल निकास वाली दोमट मिट्टी सबसे अधिक उपयुक्त होती है और असिंचित फसल के लिए काली भारी भूमि अच्छी होती है। धनिया क्षारीय एवं लवणीय भूमि को सहन नही करता है।

  • सिंचित क्षेत्र में अगर, जुताई के समय भूमि में पर्याप्त नमी न हो तो भूमि की तैयारी सिंचाई करने के उपरांत करनी चाहिए। इससे जमीन में जुताई के समय ढेले भी नही बनेंगे तथा खरपतवार के बीज अंकुरित होने के बाद जुताई के समय नष्ट हो जाएंगे।

  • धनिया की उन्नत किस्में  जैसे फाऊजा, सुरभी, रौनक-31 की खेती कर सकते हैं। बोने के समय की बात करें तो हरे पत्तों की उपज के लिये अप्रैल – मई माह में इसकी बिजाई कर सकते हैं।

  • सिंचित फसल में 15-20 किग्रा/हे तथा असिंचित फसल में 25-30 किग्रा/हे बीज की आवश्यकता होती है।

  • भूमि एवं बीज जनित रोगों से बचाव के लिए बीज को करमानोवा (कार्बेंन्डाजिम + मेंकोजेब) 2.5 ग्रा./कि.ग्रा. से उपचारित करें। धनिया की अच्छी पैदावार लेने के लिए गोबर खाद 20 टन/हे का भुरकाव करें। सिंचित फसल 60 किग्रा नत्रजन, 40 किग्रा फॉस्फोरस, 20 किग्रा पोटाश तथा 20 किग्रा सल्फर प्रति हेक्टेयर की दर से उर्वरक का उपयोग करें।

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