मिर्च की नर्सरी लगाने वाले किसान, इन बातों का रखें ख़ास ध्यान

How to manage a chilli nursery

जरूरत के हिसाब से मिर्च की नर्सरी में फव्वारे या हजारे की सहायता से पानी देते रहना चाहिए। गर्मियों में दोपहर के बाद एक दिन के अंतर पर पानी का छिड़काव कर देना चाहिए, क्योंकि गर्मी के मौसम में एग्रो नेट का प्रयोग करने से भी भूमि की नमी जल्दी उड़ जाती है। जल भराव अधिक मात्रा में होने की स्थिति में, उचित निकास की व्यवस्था होनी चाहिए।

इसके अलावा क्यारियों में से घास कचरा साफ करते रहना चाहिए। अत्यधिक गर्मी होने पर रोपणी को घास के आवरण से ढक कर रखें, बीज के अंकुरण के 4 से 5 दिन बाद घास के आवरण को हटायें। क्यारियाँ साफ करने के बाद पौध गलन और रस चूसक कीट के नियंत्रण के लिए करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP) 25 ग्राम/पंप और थियानोवा -25 (थियामेथोसाम 25% WG) 10 ग्राम/पंप और मैक्सरुट 10 ग्राम/पंप को 15 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।

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ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक में तापमान 45 से 47 डिग्री तक पहुँचने की संभावना है। वीडियो के माध्यम से देखें कहाँ कहाँ रहेगा गर्मी का कहर जारी और कहाँ मिलेगी गर्मी से राहत।

स्रोत: नवभारत टाइम्स

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सरकार देगी 70% तक की सब्सिडी, गेंदा फूल की खेती पर मिलेगा लाभ

marigold farming

किसानों के लिए शुरू की गई कई सरकारी योजनाओं की मदद से किसानों की आमदनी में इजाफा हो रहा है। इसी को देखते हुए सरकार खेती में कई नई योजनाएं भी लेकर आ रही है। बिहार सरकार अपने राज्य के किसानों के लिए एक ऐसी ही योजना चला रही है। इसके अंतर्गत जो किसान गेंदे के फूल की खेती करते हैं उन्हें बंपर सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी देने के पीछे सरकार का उद्देश्य यह है की उत्तर बिहार के किसान गेंदे की खेती आत्मनिर्भरता हासिल कर सकें।

ख़बरों के अनुसार, बिहार में गेंदे के फूल की खेती के लिए वर्ष 2023-24 तक 6 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना के माध्यम से उत्तर बिहार के किसान गेंदे की खेती करने पर 70% तक की सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को प्राप्त होगा जिन्होंने DBT पोर्टल पर इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया हो। अगर आपने अब तक DBT पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया हो, तो जल्द ही कर लें।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव पहुंचे 5000 रुपए

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
आलीराजपुर आलीराजपुर पीला 4300 4300
आलीराजपुर आलीराजपुर सोयाबीन 4300 4500
बड़वानी अंजड़ पीला 4011 4011
धार बदनावर पीला 4800 5000
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 2371 4630
राजगढ़ ब्यावरा सोयाबीन 4090 4760
दमोह दमोह अन्य 4080 4100
देवास देवास सोयाबीन 4475 4500
धार धार सोयाबीन 4800 4800
इंदौर गौतमपुरा पीला 4500 4500
डिंडोरी गोरखपुर पीला 4300 4302
हरदा हरदा पीला 4500 4575
झाबुआ झाबुआ सोयाबीन 4400 4500
आलीराजपुर जोबट पीला 4000 4000
आलीराजपुर जोबट सोयाबीन 4500 4500
धार कुक्षी सोयाबीन 4400 4500
राजगढ़ माचलपुर सोयाबीन 4200 4500
शाजापुर मोमनबड़ोदिया पीला 4100 4350
शाजापुर नलकेहड़ा पीला 4580 4642
शाजापुर नलकेहड़ा सोयाबीन 3400 4648
छिंदवाड़ा पंधुरना सोयाबीन 4500 4500
रतलाम रतलाम काला 4160 4200
रतलाम रतलाम सोयाबीन 4100 4320
बड़वानी सेंधवा सोयाबीन 4200 4400
उमरिया उमरिया सोयाबीन 4400 4400

स्रोत: एगमार्कनेट

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भिंडी में सर्कोस्पोरा पत्ती धब्बा रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of Cercospora leaf spot disease in okra

इस रोग की शुरूआती अवस्था में पत्तियों की निचली सतह पर भूरे धब्बे दिखाई देते हैं। ख़ास कर के पुरानी पत्तियां जो कि भूमि के समीप होती हैं, इस रोग से ज्यादा प्रभावित होती हैं। जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, पत्तियां सूख कर भूरी हो कर मुड़ जाती हैं। गंभीर संक्रमण की स्थिति में पत्तियां पूरी तरह झड़ जाती हैं और पत्तियों की ऊपरी सतह पर भी धब्बे देखे जा सकते हैं। यह रोग नीचे से ऊपर की पत्तियों की तरफ बढ़ता है और तना और फलों को भी संक्रमित करता है।  

नियंत्रण: यदि इसका हमला देखा जाए तो एम -45 (मैनकोजेब 75% WP) 400 ग्राम/एकड़ की दर 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।

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आधे से ज्यादा भारत में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी, केरल में मूसलाधार बारिश

know the weather forecast,

दिल्ली सहित राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में हीट वेव का कहर जारी। पहाड़ों पर हल्की बारिश के आसार। दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में तेज बारिश की संभावना। केरल के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर जल भराव और बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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बैंगन की फसल में बैक्टीरियल विल्ट रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of bacterial wilt disease in brinjal crop

विल्ट रोग फसल की 50-55 दिनों की अवस्था में देखा जाता है। इससे प्रभावित पौधे अचानक मुरझा कर धीरे-धीरे सूख जाते हैं। ऐसे पौधे हाथ से खींचने पर आसानी से उखड़ जाते हैं। विल्ट रोग के कारण रोगी पौधों की जड़ें अंदर से भूरी व काली हो जाती हैं। रोगी पौधों को चीर कर देखने पर उतक काले दिखाई देते हैं। पौधों की पत्तियां मुरझाकर नीचे गिर जाती हैं। जमीन में ज्यादा नमी व गर्मी होने के कारण यह रोग बढ़ता है। 

नियंत्रण: इससे बचाव के लिए रोग प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना चाहिए। यह एक मिट्टी जनित रोग है इसलिए मिट्टी उपचार करना अति आवश्यक है। इसके लिए कॉम्बैट (ट्राइकोडर्मा विरिडी 1% WP) 2 किग्रा/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार करें या फिर फसल लगने के बाद रोग के लक्षण दिखने पर, ब्लू कॉपर (कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% WP) का उपयोग 300 ग्राम/एकड़ पानी में मिलाकर ड्रिप के माध्यम से करें।

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मिर्च की एक बेहतरीन किस्म है राफेल, जानें इसकी खूबियां

Complete information of the Chilli variety Rafale

मिर्च की इस किस्म के पौधे बेहद मजबूत होते हैं। इन पौधों की शाखाएं घनी और अर्ध फैलाव लिए हुए होती हैं। इस किस्म में बेहतर गुणवत्ता वाले फल और बेहतरीन वृद्धि विकास की क्षमता होती है। इस किस्म के फल की लम्बाई लगभग 7 सेमी एवं मोटाई लगभग 1.2 सेमी होती है। इसके फल गहरे हरे रंग के एवं चिकनी त्वचा और मध्यम चमक वाले होते हैं। पकने पर इसके फल आकर्षक चमकदार गहरे लाल रंग में बदल जाते हैं। यह किस्म लीफ कर्ल वायरस के प्रति उत्कृष्ट सहनशील किस्म मानी जाती है। इसके फल की तुड़ाई आसानी से की जा सकती है और इस दौरान पौधों को किसी प्रकार की क्षति नहीं होती है। चमकदार, आकर्षक फल होने के कारण इस किस्म के मिर्च को बाजार भाव भी अच्छा मिलता है। यह अधिक तीखापन और बेहतर रंग के साथ बहुत अधिक उपज देने वाली संकर किस्म है। बीजदर 60-80 ग्राम/एकड़ की दर से इसकी नर्सरी तैयार कर सकते हैं। इसकी पहली तुड़ाई 60-65 दिन में कर सकते है। इस किस्म का रोपण करते समय कतार से कतार की दूरी 4 सेमी और पौधे से पौधे कि दूरी 2 सेमी रखनी चाहिए। 

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर मिल क्वालिटी 2434 2434
शाजापुर आगर स्थानीय 2090 2956
अनूपुर अनूपपुर स्थानीय 2200 2200
अशोकनगर अशोकनगर शरबती 2803 3806
अशोकनगर अशोकनगर स्थानीय 2580 3140
छतरपुर बड़ामलहेरा मिल क्वालिटी 2250 2320
शिवपुरी बदरवास शरबती 2500 2620
शिवपुरी बदरवास स्थानीय 2340 2460
उज्जैन बड़नगर लोकवान 2427 2465
धार बदनावर स्थानीय 2390 2880
खरगोन बड़वाहा स्थानीय 2041 2529
होशंगाबाद बानापुरा स्थानीय 2300 2441
सिवनी बरघाट मिल क्वालिटी 2280 2285
भोपाल बैरसिया स्थानीय 2300 2710
बैतूल बैतूल मिल क्वालिटी 2200 2370
दतिया भांडेर मिल क्वालिटी 2300 2300
खरगोन भीकनगांव मिल क्वालिटी 2250 2311
खरगोन भीकनगांव स्थानीय 2393 2701
ग्वालियर भितरवार स्थानीय 2325 2355
भोपाल भोपाल स्थानीय 2280 3675
राजगढ़ बियोरा स्थानीय 2325 2515
छतरपुर बिजावर मिल क्वालिटी 2400 2400
छतरपुर बिजावर स्थानीय 2400 2410
सागर बीना मिल क्वालिटी 2250 2420
सागर बीना शरबती 2401 3898
छिंदवाड़ा चौरई मिल क्वालिटी 2321 2350
छिंदवाड़ा चौरई स्थानीय 2081 2330
छतरपुर छतरपुर मिल क्वालिटी 2323 2335
छतरपुर छतरपुर स्थानीय 2325 2340
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा मिल क्वालिटी 2310 2320
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा स्थानीय 2355 2359
ग्वालियर डबरा स्थानीय 2330 2500
ग्वालियर डबरा अन्य 2370 2440
दमोह दमो h मिल क्वालिटी 2300 2340
दमोह दमोह स्थानीय 2100 2110
दतिया दतिया लोकवान 2400 2410
दतिया दतिया मिल क्वालिटी 2285 2375
दतिया दतिया स्थानीय 2300 2365
सागर देवरी लोकवान 2300 2300
देवास देवास स्थानीय 2160 2800
धार धामनोद स्थानीय 2267 2400
धार धार लोकवान 1762 2810
धार धार मिल क्वालिटी 2322 3030
विदिशा गंजबासौदा लोकवान 2540 3370
विदिशा गंजबासौदा मिल क्वालिटी 2270 2700
इंदौर गंजबासौदा शरबती 3460 4150
भिंड गौतमपुरा स्थानीय 2300 2500
भिंड गोहद मिल क्वालिटी 2330 2435
डिंडोरी गोहद स्थानीय 2270 2270
रीवा गोरखपुर मिल क्वालिटी 2300 2305
हरदा हनुमाना मिल क्वालिटी 2300 2300
खंडवा हरदा मिल क्वालिटी 2245 2457
सीहोर हरसूद मिल क्वालिटी 2300 2305
इंदौर इछावर स्थानीय 2241 2935
इंदौर इंदौर मिल क्वालिटी 2050 3022
इंदौर इंदौर स्थानीय 2305 2497
इंदौर इंदौर(एफ एंड वी) स्थानीय 1600 2800
होशंगाबाद इटारसी मिल क्वालिटी 2370 2370
होशंगाबाद इटारसी स्थानीय 2312 2443
जबलपुर जबलपुर मिल क्वालिटी 2240 2250
रतलाम जावरा स्थानीय 2479 3093
सीहोर जावर स्थानीय 2300 2300
झाबुआ झाबुआ स्थानीय 2211 2250
अलीराजपुर जोबट स्थानीय 2280 2315
देवास कन्नौद स्थानीय 2353 2353
शिवपुरी करेरा मिल क्वालिटी 2360 2360
खरगोन कसरावद मिल क्वालिटी 50 2510
का टीएनआई कटनी मिल क्वालिटी 2208 2315
सिवनी केवलारी स्थानीय 2235 2250
खंडवा खंडवा मिल क्वालिटी 2004 2564
खंडवा खंडवा स्थानीय 2325 2500
टीकमगढ़ ख अरगापुर मिल क्वालिटी 2275 2300
खरगोन खरगोन लोकवान 2500 2500
खरगोन खरगोन मिल क्वालिटी 2313 2313
खरगोन खरगोन स्थानीय 2300 2525
देवास खातेगांव मिल क्वालिटी 2300 2450
देवास खातेगांव स्थानीय 2035 2471
सागर खुरई स्थानीय 2010 3511
शिवपुरी कोलारस स्थानीय 2415 2430
धार कुक्षी स्थानीय 2350 2400
राजगढ़ कुरावर स्थानीय 2340 2670
ग्वालियर लश्कर स्थानीय 2250 2360
शिवपुरी मगरौनी स्थानीय 2378 2382
उज्जैन महिदपुर स्थानीय 2025 2891
नीमच मनासा लोकवान 2555 2555
भिंड मेहगांव स्थानीय 2245 2245
बालाघाट मोहगांव मिल गुणवत्ता 2276 2276
बालाघाट मोहगांव स्थानीय 2275 2300
भिंड मऊ मिल गुणवत्ता 2285 2340
अशोकनगर मुंगावली स्थानीय 2400 2400
मंडला नैनपुर मिल गुणवत्ता 2270 2300
नरसिंहपुर नरसिंहपुर मिल गुणवत्ता 2250 2270
सीहोर नसरुल्लागंज स्थानीय 2380 2456
नीमच नीमच स्थानीय 2400 3382
सिवनी पलारी मिल गुणवत्ता 2300 2300
खंडवा पंधाना मिल गुणवत्ता 2175 2199
झाबुआ पेटलावद स्थानीय 2385 2500
होशंगाबाद पिपरिया मिल गुणवत्ता 2300 2373
सागर राहतगढ़ मिल गुणवत्ता 2376 2651
धार राजगढ़ लोकवान 2350 2350
छतरपुर राजनगर मिल गुणवत्ता 2275 2275
रेव a रीवा मिल गुणवत्ता 2265 2265
मुरैना सबलगढ़ मिल गुणवत्ता 2353 2356
सागर सागर मिल गुणवत्ता 2325 3405
सागर सागर स्थानीय 2497 2497
रतलाम सैलाना स्थानीय 2479 2890
इंदौर सांवेर स्थानीय 2413 2451
सतना सतना स्थानीय 2200 2200
जबलपुर सीहोरा मिल गुणवत्ता 2315 2340
सीहोर सीहोर लोकवान 2098 2489
सीहोर सीहोर मिल गुणवत्ता 2300 2500
बड़वानी सेंधवा मिल गुणवत्ता 2720 2720
बड़वानी सेंधवा स्थानीय 2325 2750
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2310 2320
सागर शाहगढ़ स्थानीय 2300 2300
जबलपुर शाहपुरा(जबलपुर) अन्य 2210 2210
मंदसौर शामगढ़ लोकवान 2375 2550
श्योपुर श्योपुरबड़ौद स्थानीय 2407 2414
श्योपुर श्योपुरकलां स्थानीय 2347 2462
शाजापुर शुजालपुर स्थानीय 2391 2391
सीहोर श्यामपुर मिल गुणवत्ता 2245 2400
विदिशा सिरोंज शरबती 2550 2550
मंदसौर सीतमऊ स्थानीय 2641 2701
देवास सोनकच्छ स्थानीय 2401 2660
उज्जैन तराना स्थानीय 2358 2700
नरसिंहपुर तेंदूखेड़ा स्थानीय 2250 2250
टीकमगढ़ टीकमगढ़ लोकवान 2375 2380
टीकमगढ़ टीकमगढ़ मिल गुणवत्ता 2391 2391
टीकमगढ़ टीकमगढ़ स्थानीय 2359 2386
हरदा टिमरनी मिल गुणवत्ता 2250 2250
हरदा टिमरनी स्थानीय 2252 2472
रायसेन उदयपुर मिल गुणवत्ता 2270 2360
उज्जैन उज्जैन मिल गुणवत्ता 2371 2803
उज्जैन उज्जैन स्थानीय 2333 3111
उमरिया उमरिया स्थानीय 2230 2230
उज्जैन उन्हेल स्थानीय 2291 2367
विदिशा विदिशा स्थानीय 2502 2502

स्रोत: एगमार्कनेट

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ऐसे तैयार करें फूलगोभी की नर्सरी, इन बातों का रखें ध्यान

Method of nursery preparation for Cauliflower
  • फूलगोभी की नर्सरी में बीजो की बुआई क्यारियों में की जाती है और इन क्यारियों की ऊचाई 10 से 15 सेंटीमीटर तथा आकार 3*6 मीटर होना चाहिए। 

  • दो क्यारियों के बीच की दूरी 70 सेंटीमीटर होनी चाहिए, जिससे अंतरासस्य क्रियाएं आसानी से की जा सके।

  • नर्सरी की क्यारियों की सतह भुरभुरी एवं समतल होनी चाहिए ताकि जल का भराव न हो सके। 

  • क्यारियों को बनाते समय गोबर की खाद 8-10 किलो/वर्ग मीटर की दर से मिलाना चाहिए।

  • भारी भूमि में ऊंची क्यारियों का निर्माण करके जलभराव की समस्या को दूर किया जा सकता है। 

  • पौध को आद्रगलन जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए धानुस्टीन (कार्बेन्डाजिम 50% WP) को 15-20 ग्राम/10 लीटर पानी में घोल बनाकर अच्छी तरह से भूमि में मिलाना चाहिए। पौधों को कीटों के आक्रमण से बचाने के लिए थियानोवा-25 (थायोमेथोक्सम 25% WG) का 0.3 ग्राम/वर्ग मीटर की दर से नर्सरी की तैयारी करते समय डालें। 

  • फूलगोभी की नर्सरी तैयार होने में 25 से 30 दिन का समय लगता है इसके बाद मुख्य खेत में पौधों की रोपाई कर देनी चाहिए।

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