40% की सब्सिडी पर ले जाएँ सुपर सीडर मशीन, जल्द उठाएं योजना का लाभ

Krishi Yantra Anudan Yojana

आज के मॉडर्न जमाने में खेती भी बेहद मॉडर्न हो गई है और इसमें नई नई मशीनें किसानों के लिए बेहद मददगार बन रही हैं। हालांकि ये मशीनें कई बार बहुत महंगी होती हैं जिसे आम किसान खरीद नहीं पाते हैं। किसानों की इस समस्या को सरकार दूर कर रही है और सस्ती दरों पर खेती के मशीन उपलब्ध करवा रही है।

इसी कड़ी में आज के लेख में आप जानेंगे सुपर सीडर मशीन पर किसान कितनी सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। बता दें की सुपर सीडर मशीन एक प्रकार का रोटावेटर होता है जिसका उपयोग पिछली फसल की कटाई के बाद खेत में बचे अवशेषों को मिट्टी में मिलाने में किया जाता है। इसके बाद सुपर सिदार के माध्यम से आप अगली फसल की बुआई का काम भी बड़ी आसानी से कर सकते हैं।

मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक संभागीय कृषि अभियांत्रिकी विभाग सतना में यह सुपर सीडर मशीन उपलब्ध है। अगर आप यह मशीन खरीदना चाहते हैं तो कृषि यंत्र अनुदान योजना के अंतर्गत 40% की सब्सिडी पर आप इसे खरीद सकते हैं।

स्रोत: ट्रैक्टर जंक्शन

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

लहसुन के भाव में आई नरमी, उच्च भाव पहुंचे 23000 रुपये के पार

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
भोपाल भोपाल लहसुन 13000 13000
भोपाल भोपाल औसत 16000 16000
मन्दसौर दलौदा लहसुन 12000 17900
मन्दसौर दलौदा औसत 12500 17000
मन्दसौर दलौदा चीन 10400 18601
इंदौर इंदौर लहसुन 7346 18589
इंदौर इंदौर औसत 14618 14618
रतलाम जावरा लहसुन 7002 23200
शाजापुर कालापीपल लहसुन 8800 10003
नीमच मनसा लहसुन 13000 13000
नीमच मनसा नया माध्यम 1000 14100
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 11700 18200
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 10600 20400
नीमच नीमच औसत 1000 18501
नीमच नीमच लहसुन 765 22799
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 11500 18610
रतलाम रतलाम देसी 5000 22500
रतलाम रतलाम लहसुन 11400 21001
रतलाम सैलाना देसी 5000 15752
शाजापुर साजापुर लहसुन 17555 18544
शाजापुर साजापुर देसी 19800 19800
सीहोर सीहोर लहसुन 3801 23400
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 12952 14500
शाजापुर शुजालपुर देसी 8300 16600
उज्जैन उज्जैन लहसुन 9001 22499

स्रोत: एगमार्कनेट

ताज़ातरीन मंडी भाव व कृषि क्षेत्र की सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज का लेख पसंद आया हो तो  शेयर करना ना भूलें।

Share

गेहूँ की फसल में फॉल आर्मी वर्म के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय!

Symptoms and control of fall armyworm in wheat crop

मौसम में आए परिवर्तन के चलते गेहूँ की फसल पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ गया है। हैरानी की बात तो यह है कि गेहूँ की फसल में पहले कभी भी यह इल्ली नहीं देखी गई थी। लेकिन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी गेहूँ की फसल पर इल्ली का प्रकोप दिखाई दे रहा है। इस कीट का नाम फॉल आर्मी वर्म है। यह बहुभक्षी कीट है। यह मुख्य रूप से मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाता है। लेकिन आज कल  यह कीट गेहूँ की फसल को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इसका प्रकोप बादलों वाले मौसम में अधिक बढ़ता है। साथ ही ऐसे वक़्त में यह फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा ठंड पड़ने पर कीट प्रकोप कम हो जाता है।

कीट की पहचान: नव निषेचित इल्ली सामान्य रूप हल्के पीले हरे रंग की होती है जिसका सिर काला होता है। द्वितीय अवस्था के पश्चात सिर का रंग लाल भूरा हो जाता है। इस लाल रंग के सिर पर उल्टे वाई आकार की काली संरचना इस कीट की प्रमुख पहचान है। वयस्क इल्ली तम्बाकू की इल्ली से काफी समानता लिए हुए धब्बेदार धूसर से गहरे-भूरे रंग की होती है। मादा कीट अंडों को धूसर रंग की पपड़ी से ढक देती है जो सामान्यतः: फफूंद होने का आभास देती है। 

नियंत्रण के उपाय: इस कीट के नियंत्रण के लिए, इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5 % एसजी) @ 80 ग्राम + बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना 5% डब्ल्यूपी) 250 ग्राम + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने मित्रों संग शेयर करना ना भूलें।

Share

बारिश के साथ पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी बन रहे आसार

know the weather forecast,

पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड सहित बिहार के एक दो स्थानों पर बारिश होने की संभावना बन रही है। उत्तर पूर्वी राज्यों में भी हल्की बारिश होगी। पहाड़ों पर हल्का स्नोफॉल हुआ है परंतु अब यह थम जाएगा। 26 जनवरी तक पहाड़ों पर भारी बर्फबारी होने के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों सहित उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छाया रहेगा। अभी उत्तर भारत को सर्दी से राहत नहीं मिलेगी। महाराष्ट्र और गुजरात में भी तापमान गिरेंगे दक्षिण भारत का मौसम साफ रहेगा परंतु तमिलनाडु और केरल के दक्षिण में बहुत हल्की बारिश हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम संबंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Share

मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाहडोल ब्यौहारी सरसों(काला) 4200 4200
भोपाल बैरसिया पीला (काला) 4420 4745
भोपाल भोपाल सरसों(काला) 4835 4835
छतरपुर बिजावर सरसों(काला) 4850 5010
देवास देवास सरसों 4610 4610
भिंड गोहाद पीला (काला) 5015 5015
हरदा हरदा सरसों(काला) 4566 4566
इंदौर इंदौर सरसों(काला) 4555 4555
राजगढ़ जीरापुर सरसों(काला) 4845 5040
मुरैना कैलारस सरसों(काला) 5020 5067
कटनी कटनी सरसों(काला) 4700 4944
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 3450 5049
सतना नागोद सरसों(काला) 4800 4800
नीमच नीमच सरसों(काला) 5126 5126
शिवपुरी पोहरी सरसों(काला) 5050 5215
मुरैना पोरसा सरसों(काला) 4850 4970
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 4905 5190
सतना सतना सरसों(काला) 4500 5305
सीहोर सीहोर सरसों(काला) 4799 5860
विदिशा विदिशा सरसों(काला) 4300 5500

स्रोत: एगमार्कनेट

खेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो  शेयर जरूर करें।

Share

भिंडी की फसल में 15 दिन की अवस्था में पोषक तत्व प्रबंधन!

Nutrient management in okra crop at 15 days old stage

भिंडी की फसल में बुवाई के 15 से 20 दिन की अवस्था में, यूरिया @ 50 किग्रा + कोसावेट (सल्फर 90% डब्ल्यूजी) @ 5 किग्रा + जिंक सल्फेट @ 5 किग्रा + कैल्बोर 5 किग्रा,  को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें। 

उपयोग के फायदे 

  • यूरिया: फसल में यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति का सबसे बड़ा स्रोत है। इसके उपयोग से, पत्तियों में पीलापन एवं सूखने की समस्या नहीं आती है। यूरिया प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को भी तेज़ करता है।

  • ज़िंक: जिंक भिंडी के पौधों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और क्लोरोफिल निर्माण में मदद करता है। जो चयापचय प्रतिक्रियाओं को चलाने के लिए जिम्मेदार होता है। इससे उत्पादन के साथ-साथ फसल की गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है। जिंक के अलावा, इससे फसलों को सल्फर की उपलब्धता भी होती है एवं सल्फ़र फल निर्माण में भी सहायक होता है। साथ ही सल्फर प्रोटीन निर्माण में भी मदद करता है।

  • कैलबोर: कैलबोर में कैल्शियम + बोरोन होते हैं जो पोषण, विकास, प्रकाश संश्लेषण, शर्करा के परिवहन और कोशिका भित्ति निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने मित्रों संग  शेयर करना ना भूलें।

Share

बारिश और बर्फबारी के साथ कोहरे और शीतलहर का कहर रहेगा जारी

know the weather forecast,

पूर्वी भारत और उत्तर पूर्वी भारत में बारिश की संभावना है। पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पूर्वी मध्य प्रदेश सहित उत्तर पूर्वी राज्यों में हल्की बारिश और एक दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। अभी का वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों पर हल्का हिमपात देगा परंतु 26 जनवरी से भारी हिमपात की संभावना बन रही है। पाकिस्तान से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में घना कोहरा छाया रह सकता है। दक्षिण भारत का मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा परंतु एक दो स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम संबंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Share

मिलेंगे 37500 रुपये, अपने छत पर उगाएं फल और सब्जी, उठाएं योजना का लाभ

Roof Top Gardening Scheme

आज अगर हम शहरी क्षेत्रों के लोगों की जिंदगी देखें तो यह बिलकुल भागदौड़ वाली हो गई है। शहर के लोगों के पास खेतों में जा कर खेती करने का तो बिलकुल भी समय नहीं होता है। पर कई शहरी लोग चाहते हैं की वो खुद अपनी सब्जियों और फलों की खेती करें। ऐसे लोगों की मदद के लिए अब सरकार आगे आ रही है और शहरी लोगों को अपने छतों पर फल और सब्जी उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। बिहार सरकार ने तो इसके लिए एक विशेष योजना भी शुरू कर दी है।

बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का नाम है ‘छत बागवानी योजना’ जिसका लाभ आम किसान के साथ साथ अन्य शहरी लोग भी उठा सकते हैं। इस योजना के तहत आप अपने घर की छत पर बागवानी कर सकते हैं और इसके लिए आपको सरकारी सब्सिडी भी मिलती है। बता दें की यह सब्सिडी छत पर जैविक फल, फूल व सब्जी उगाने पर दी मिलती है।

छत पर बागवानी योजना जिसे अंग्रेजी में Roof Top Gardening Scheme कहते हैं, के तहत लोग अपने घर की छत पर उगाए गए जैविक फल, फूल व सब्जी आदि के लिए 37,500 रुपये तक की सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों के लोग उठा सकते हैं। छत पर की जाने वाली इस खेती में जो लागत आती है उसका 75% तक सब्सिडी के रूप में सरकार देती है। यहाँ यह ध्यान रखें की आपके छत पर 300 वर्ग फीट खुली जगह जरूर हो।

बिहार राज्य के कृषि विभाग द्वारा इस सब्सिडी योजना को लेकर जारी की गई सूचना के अनुसार, एक 300 वर्ग फीट आकार के फार्मिंग बेड) की कुल लागत लगभग 50000 रुपये तक आती है। इस रकम का 75% यानी 37500 रुपये अनुदान के रूप में मिल जाते हैं और बाकी के 12,500 रुपये लाभार्थी द्वारा देने होते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi bhaw,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
बड़वानी अंजड़ मिल गुणवत्ता 2370 2400
छतरपुर बड़ामलहेड़ा मिल गुणवत्ता 2490 2550
धार बदनावर लोकवन 2500 3305
देवास बागली मिल गुणवत्ता 2151 2151
छतरपुर बकस्वाहा मिल गुणवत्ता 2225 2250
सागर बामोरा मिल गुणवत्ता 2600 2600
होशंगाबाद बानापुरा स्थानीय 2553 2605
बेतुल बेतुल मिल गुणवत्ता 2590 2664
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा मिल गुणवत्ता 2613 2871
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा स्थानीय 2620 2937
ग्वालियर डबरा अन्य 2500 2550
सागर देवरी मिल गुणवत्ता 2300 2325
धार गंधवानी मिल गुणवत्ता 2790 2800
भिंड गोहाद मिल गुणवत्ता 2445 2455
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2326 2864
खंडवा हरसूद मिल गुणवत्ता 2526 2701
जबलपुर जबलपुर मिल गुणवत्ता 2250 2660
रतलाम जावरा लोकवन 2557 2792
राजगढ़ जीरापुर मिल गुणवत्ता 2500 2580
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2380 2510
खंडवा खंडवा मिल गुणवत्ता 2565 3336
टीकमगढ़ खरगापुर मिल गुणवत्ता 2359 2401
खरगोन खरगोन मिल गुणवत्ता 2570 2595
हरदा खिरकिया मिल गुणवत्ता 2656 2754
सागर खुरई लोकवन 2660 2660
शिवपुरी मगरोनी मिल गुणवत्ता 2465 2504
सतना मेहर स्थानीय 2379 2435
सतना नागोद मिल गुणवत्ता 2425 2499
मंडला नैनपुर स्थानीय 2300 2300
रायसेन ओबेदुल्लागंज स्थानीय 2621 2621
जबलपुर पाटन मिल गुणवत्ता 2430 2430
खंडवा पंधाना लोकवन 2570 2610
होशंगाबाद पिपरिया मिल गुणवत्ता 2381 2621
धार राजगढ़ लोकवन 2450 3303
सतना रामनगर मिल गुणवत्ता 2410 2410
रीवा रीवा लोकवन 2480 2480
रीवा रीवा मिल गुणवत्ता 2479 2533
राजगढ़ सारंगपुर मिल गुणवत्ता 2500 2500
सीहोर सीहोर लोकवन 2580 3037
सीहोर सीहोर मिल गुणवत्ता 2449 3000
सीहोर सीहोर शरबती 3641 3641
सीहोर सीहोर अन्य 3041 3041
होशंगाबाद सेमरीहरचंद मिल गुणवत्ता 2500 2557
बड़वानी सेंधवा लोकवन 2200 2200
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2401 2425
सीधी सीधी मिल गुणवत्ता 2150 2270
हरदा सिराली मिल गुणवत्ता 2580 2650
हरदा टिमरनी लोकवन 2821 2821
हरदा टिमरनी मिल गुणवत्ता 2425 2660
उमरिया उमरिया मिल गुणवत्ता 2100 2100

स्रोत: एगमार्कनेट

खेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो  शेयर जरूर करें।

Share

तरबूज़ की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन!

Nutrient Management in Watermelon Crop!
  • तरबूज़ की फसल में बुवाई के बाद, 40 दिन तक वानस्पतिक अवस्था चलती है, इसके बाद फूल आना शुरू हो जाता है। 

  • जब फसल 25 से 30 दिन की हो रही हो, तब इस अवस्था में 10:26:26 @ 75 किग्रा + पोटाश @ 25 किग्रा + बोरान 800 ग्राम + कैल्शियम नाइट्रेट @10 किग्रा, को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें। 

  • जंहा पर फसल 45 से 50 दिन की हो रही है, 19:19:19 @ 50 किग्रा या 20:20:20 @ 50 किग्रा + एमओपी @ 50 किग्रा, इन सभी को आपस में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र के हिसाब से भुरकाव करें एवं हल्की सिंचाई करें।

ड्रिप के लिए पोषक तत्व प्रबंधन 

  • जंहा पर फसल की अवधि 11 से 25 दिन की अवस्था की हो रही है वहां अभी – 19:19:19 @ 3 किग्रा + यूरिया @ 1 किग्रा + 00:52:34 @ 1 किग्रा + 13:00:45, @ 2 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट @ 350 ग्राम प्रति दिन, प्रति 15 दिन तक ड्रिप के माध्यम से चलाएं। 

  • वहीं जंहा पर फसल की अवधि, 26 से 75 दिन की हो रही है, वहां 19:19:19 @ 1 किग्रा + 00:52:34 @ 500 ग्राम + 00:00:50 @ 1 किग्रा + 13:00:45, @ 1 किग्रा प्रति दिन, प्रति 50 दिन तक ड्रिप के माध्यम से चलाएं। 

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे  शेयर करना ना भूलें।

Share