-
वर्मीकम्पोस्ट में सभी पोषक तत्व, हार्मोन और एंजाइम पाए जाते हैं जो पौधों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जबकि उर्वरकों में केवल नाइट्रोजन, फास्फोरस तथा पोटाश ही मिलते हैं।
-
इसका प्रभाव बहुत दिनों तक खेत में रहता है और पोषक तत्व धीरे-धीरे पौधों को प्राप्त होते रहते हैं।
-
यह फसलों के लिये संपूर्ण पोषक खाद है जिसमें जीवांश की मात्रा अधिक होती है। इससे भूमि में जल शोषण और जल धारण की शक्ति बढ़ती है एवं भूमि के कटाव को भी यह रोकने में मददगार साबित होता है।
-
इसमें हयूमिक एसिड होता है, जो जमीन के पी एच मान को कम करने में सहायक होता है। अनउपजाऊ भूमि को सुधारने में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है।
-
इसके प्रयोग से भूमि के अंदर पाए जाने वाले लाभकारी सूक्ष्म जीवों को भोजन मिलता है, जिससे ये अधिक क्रियाशील रहते हैं।
-
ये सभी फसलों के लिये प्राकृतिक उर्वरक के रूप में काम करते हैं और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
-
इससे उपज की क्वालिटी जैसे आकार, रंग, चमक तथा स्वाद में सुधार होता है साथ हीं जमीन की उत्पादन क्षमता भी बढ़ती है।
Shareकृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।