टमाटर की फसल में फूल और फल झड़ने की समस्या एवं समाधान के उपाय

Problem and solution of flower and fruit drop in tomato crop

टमाटर एक प्रमुख सब्जी है। इसका प्रयोग हर सब्जी के साथ किया जाता है। इसकी फसल से अधिक पैदावार लेने के लिए सही से देखभाल करना बहुत जरूरी होता है। अगर टमाटर की फसल में फूल अवस्था के दौरान फूल झड़ रहे हों तो इसका उत्पादन पर सीधा असर होता है। 

तापमान कम या ज्यादा होने के कारण टमाटर के पौधे से फूल गिरने लगते हैं, ऐसा दिन और रात में तापमान कम या ज्यादा होने के कारण होता है। टमाटर के पौधे के लिए उचित तापमान 15-27°C होता है और इससे अधिक तापमान होने पर लाइकोपीन का स्तर शीघ्रता से गिरने लगता है और गर्म व शुष्क मौसम में कच्चे फल गिरने लगते हैं। 

मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी होने से भी पौधों के विकास में समस्या आती है और फूलों के झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है। अधिक मात्रा में रसायनों का छिड़काव करना भी पौधे को नुकसान पहुंचाता है। आवश्यकता से अधिक और कम मात्रा में, पानी देने से भी कई बार फूल झड़ने लगते हैं।

फूलों और फलों को झड़ने से बचाने के उपाय:

  • तापमान के हिसाब से पौधे लगाएं। अधिक तापमान में पौधों को सीधा धूप के सम्पर्क में आने से बचाएं। फसल का तापमान 21 से 30 डिग्री के बीच रखें।

  • पौधों को गहराई तक पानी दें जिससे इनकी जड़ों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकें।

  • फूल अवस्था के वक्त रसायन युक्त उर्वरकों का प्रयोग कम करें।

  • उचित मात्रा में नाइट्रोजन व खाद का प्रयोग करें।

  • इसके फलों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए 3 से 4 बार 0.3% बोरेक्स के घोल को 15 ग्राम कैल्शियम के साथ 15 लीटर पानी में मिलाकर फल आने पर पौधों पर छिड़कें।

  • ठंड में ‘पाला’ तथा गर्मी में ‘लू’ से बचाव के लिए 10-12 दिनों के अंतराल पर फसल में सिंचाई करते रहें।

  • फूल झड़ने पर, प्लानोफिक्स 4 मिली दवा का 16 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

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