अगर खेत में लगी फसल में लग जाए आग तो सरकार करेगी भरपाई, जानें क्या है योजना?

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

इस साल संपूर्ण देश में गर्मी का कहर बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस भीषण गर्मी की वजह से फसलों में आग लगने की घटनाएं भी देखने को मिल रही है और किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अगर आप भी अपनी फसलों को ऐसी घटनाओं से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो सरकार की ख़ास योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना।

इस योजना को साल 2016 में पीएम मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इसके अंतर्गत किसानों को बेमौसम बारिश, हीट वेव और आंधी तूफान की स्थिति में ख़राब होने वाली फसलों पर मुआवजा दिया जाता है। अगर प्राकृतिक आपदा की वजह से बीजों की बुवाई न हो पाए तो इस योजना से ऐसी स्थिति में भी मुआवजा मिल जाता है। इस योजना से ओलावृष्टि, जलभराव एवं लैंड स्लाइड अर्थात भूस्खलन जैसी परिस्थितियों में भी मुआवजा मिलता है। अधिक जानकारी के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmfby.gov.in/ जरूर विजिट करें।

स्रोत: कृषि जागरण

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फसल बीमा योजना से मिलेगी 50% की सब्सिडी, फसल क्षति पर भी मिलेगा मुआवजा

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

देश में किसानों की मदद के लिए सरकार की तरफ से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिसकी मदद से किसान फसलों की क्षति पर मुआवजा प्राप्त करते हैं साथ ही इसके तहत फसल नुकसान से उबारने के लिए सरकारी सब्सिडी भी दी जाती है।

इस योजना में रबी फसलों पर बीमा कवर का प्रीमियम 1.5% और फसल क्षति से उबारने में मदद के लिए करीब 50% सब्सिडी दी जाती है। बात खरीफ फसलों की करें तो इसमें बीमा कवर का प्रीमियम 2% और बागवानी फसलों में बीमा कवर का प्रीमियम 5% है।

गौरतलब है की सरकार ने 1 दिसंबर से फसल बीमा सप्ताह शुरू किया था। आप भी अपनी रबी फसलों का बीमा इस योजना के अंतर्गत करवा सकते हैं। बता दें की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, चक्रवात तूफान, कीट और रोग प्रकोप आदि से होने वाली फसल क्षति की भरपाई हो जाती है। योजना में आवेदन के लिए पीएम फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

स्रोत: कृषि जागरण

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बारिश, ओलावृष्टि, सूखे जैसी आपदाओं में किसानों को मदद देती है ये योजना

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि, सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से अक्सर किसानों की फसल प्रभावित होती है। इससे बचने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की थी। इस योजना से किसान अपने फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। यह योजना साल 2016 में शुरू हुई जिससे अब तक देश के करोड़ो किसान लाभान्वित हो चुके हैं।

कैसे करें आवेदन?

इसका आवेदन आप बैंक के माध्यम से और ऑनलाइन भी कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन देने के लिए https://pmfby.gov.in/ लिंक पर जाकर फॉर्म भरें। इसके आवेदन के लिए एक फोटो और पहचान पात्र हेतु पैन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड की जरुरत होती है। इसके अलावा एड्रेस प्रूफ के लिए भी एक दस्तावेज़ जरुरी होता है जिसके लिए किसान को खेती से जुड़े दस्तावेज़ और खसरा नंबर दिखाने होते हैं। फसल की बुआई हुई है इसकी सत्यता हेतु प्रधान, पटवारी या फिर सरपंच का पत्र देना होता है। एक कैंसिल चेक भी देना होता है ताकि क्लेम की राशि खाते में सीधे आए।

स्रोत: कृषि जागरण

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इस राज्य के किसानों को फसल की क्षति पर मिलेगा तत्काल मुआवजा

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

पिछले दिनों देश के कई राज्यों में भारी बारिश हुई जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई करने के लिए कई राज्य सरकारों ने मुआवजे का ऐलान कर दिया है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपने राज्य के किसानों को मुआवजा दिलाने की घोषणा की है।

गौरतलब है की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2017-18 से 2022-23 तक किसानों फसल क्षति के बदले मुआवजे की धनराशि उपलब्ध करा रही है। अब तक इस योजना से कुल 48.21 किसानों को लाभ मिला है। वर्तमान में इस योजना के अंतर्गत ही उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदा के शिकार हुए किसानों को राहत पहुंचने की घोषणा की है। यह पैसा किसानों के हुए नुकसान के आधार पर उनके अकाउंट में स्थानांतरित किया जायेगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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पीक विम्यासाठी या तारखेपूर्वी लवकर अर्ज करा, येथे संपूर्ण माहिती पहा

शेतकऱ्यांना भविष्यामध्ये शेतीमुळे होणाऱ्या नुकसानापासून वाचविण्यासाठी केंद्र सरकारद्वारे प्रधानमंत्री फसल विमा योजना ही चालविली जात आहे. योजने अंतर्गत खरीप पिकांसाठी सन 2022 साठी पीक विमा योजनेची अधिसूचना जारी करण्यात आली आहे. याच्या मदतीने शेतकरी बंधू भविष्यामध्ये होणाऱ्या नुकसान भरपाई भरून काढतील. या क्रमामध्ये मध्य प्रदेशमध्ये ऑनलाइन अर्ज प्रक्रिया सुरू झाली आहे आणि ती 31 जुलैपर्यंत सुरू राहणार आहे.

या योजनेअंतर्गत शेतकरी बंधू, उडीद, मूग, ज्वारी, भुईमूग, तीळ, कापूस, धान, मका, बाजरी आणि तूर यासह इतर खरीप पिकांसाठी अर्ज करू शकतात. या योजनेअंतर्गत अर्जाच्या फॉर्मसोबत पीक विमा प्रस्ताव फॉर्म, आधारकार्ड, ओळखपत्रासोबतच जमीन हक्काचे पुस्तक आणि शासनाचे वैध पेरणी प्रमाणपत्र जोडणे आवश्यक आहे.

या योजनेनुसार शेतकरी बंधू बँकेमार्फत किंवा सार्वजनिक सेवा केंद्र आणि नियुक्त विमा कंपनीच्या प्रतिनिधीमार्फत पिकांचा विमा काढू शकतात. तर या योजनेच्या अंमलबजावणीसाठी राज्यातील 11 क्लस्टरमध्ये टेंडर उघडण्याची प्रक्रिया सुरू झाली आहे. सांगा की, विम्यासाठी अर्ज करण्याची अंतिम तारीख 31 जुलै 2022 पर्यंत निश्चित करण्यात आली आहे. वेळ संपण्यापूर्वी शेतकरी बंधू त्यांच्या पिकांचा विमा काढून नुकसानीपासून संरक्षण करू शकतात.

स्रोत: कृषक जगत

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फसल नष्ट होने के 72 घंटे के अंदर एक क्लिक पर करें बीमा क्लेम

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

कृषि एक ऐसा व्यवसाय है, जिसका परिणाम भविष्य की परिस्थितियों पर निर्भर करता है। जिसके कारण कई बार किसानों को बाढ़ या सूखे के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है। ऐसे में किसान भाईयों के इस अनिश्चितता के डर को खत्म करने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही है।

इसी कड़ी में केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को फसल नुकसान पर बीमा क्लेम दिया जाता है, ताकि इस योजना की मदद से किसान अपने नुकसान की आसानी से भरपाई कर सके।

इसके लिए कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से क्रॉप इंश्योरेंस नाम से एक ऐप्लीकेशन जारी किया गया है। इसके माध्यम से किसान अपनी फसल खराब होने के 72 घंटे के भीतर इस बात की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा ऐप की मदद से फसल बीमा के लिए भी आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध है।

स्रोत: टीवी 9

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जर पावसामुळे पिकाचे नुकसान झाले असेल तर अशा प्रकारे भरपाई मिळवा, येथे माहिती द्या

If the crop is damaged due to rain, then get compensation like this, give information here

यावर्षी देशाच्या अनेक भागात मान्सूनच्या पावसामुळे खरीप पिकांचे मोठ्या प्रमाणात नुकसान झाले आहे. अनेक भागात पिके पूर्णपणे नष्ट झाली. तथापि, पिकाच्या नुकसानीची भरपाई करण्यासाठी “प्रधानमंत्री फसल विमा योजना” चालवली जात आहे. या योजनेचा लाभ त्या शेतकऱ्यांना घेता येईल ज्यांनी त्यांच्या पिकाचा विमा काढला आहे.

विमाधारक शेतकऱ्यांना त्यांच्या पिकाच्या नुकसानीचा अहवाल द्यावा लागेल आणि त्यांच्या शेतांचे सर्वेक्षण करावे लागेल. असे केल्याने तुमच्या पिकाच्या झालेल्या नुकसानीचे मूल्यांकन केले जाईल आणि तुम्हाला नुकसानभरपाईची रक्कम दिली जाईल. आपण राष्ट्रीय पीक योजना एनसीआईपी अंतर्गत पिकाच्या नुकसानाबद्दल माहिती मिळवू शकता. यासाठी वेब पोर्टल www.pmfby.gov.in किंवा पीक विमा अ‍ॅपद्वारे दिला जाऊ शकतो.

स्रोत: किसान समाधान

आपल्या शेतीविषयक गरजांशी संबंधित अशा महत्त्वाच्या माहितीसाठी दररोज वाचत रहा आणि ग्रामोफोन लेखमध्ये आपल्या शेतीच्या समस्यांचे आणि फोटो समुदाय सेक्शन विभागात पोस्ट करून कृषी तज्ञांचा सल्ला घ्या.

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रब्बी पिकांचा विमा घ्या, पिकांच्या नुकसानीची भरपाई मिळेल

Get insurance for Rabi crops, crop damage will be compensated

शेतकरी सध्या रब्बी पिके पेरणी करण्यात व्यस्त आहेत. परंतु या व्यस्ततेच्या वेळीही शेतकऱ्यांनी आपल्या पिकांचा विमा काढणे विसरू नये. हे आपल्या पिकास नैसर्गिक आपत्तींपासून मदत करते आणि त्यामुळे आपणास जास्त त्रास सहन करावा लागत नाही.

पंतप्रधान पीक विमा योजनेअंतर्गत शेतकऱ्यांना रब्बी हंगाम 2020-21 च्या पिकांचा विमा मिळू शकेल. विम्याची शेवटची तारीख 31 डिसेंबर 2020 आहे. समजावून सांगा की, खरीप हंगामात पंतप्रधान पीक विमा योजनेअंतर्गत पिकांचा विमा उतरवलेल्या शेतकर्‍यांना पीक नुकसानीची भरपाई देण्यात आली हाेती.

आपणास पीक विमा, नैसर्गिक पिके (आकाशीय वीज), ढगफुटी, वादळ, गारा, चक्रीवादळ, तुफान, पूर, धरण, भूस्खलन, दुष्काळ, कीटक रोग इ. विम्याच्या माध्यमातून पीक नुकसानीची भरपाई मिळू शकते.

पीक विमा मिळविण्यासाठी आपण कृषी विमा कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेडच्या टोल फ्री क्रमांकावर 18002337115 वर संपर्क करु शकता. रबी वर्ष 2020-21 साठी जारी केलेली अधिसूचना http://govtpressmp.nic.in/history-gazette-extra-2020.html या लिंक वर उपलब्ध आहे.

स्रोत: कृषक जागरण

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मध्य प्रदेशातील 20 लाख शेतकर्‍यांच्या खात्यात 4688 कोटी रु. पीक विमा पाठविला जाईल

4688 crores of crop insurance will be sent to the accounts of 20 lakh farmers of MP

पंतप्रधान पीक विमा योजनेअंतर्गत 16 सप्टेंबर रोजी राज्यातील सुमारे 20 लाख शेतकर्‍यांच्या खात्यात सुमारे 4688 कोटी रुपये जोडले जातील. 16 सप्टेंबर रोजी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान हे एक बटण दाबून ही रक्कम शेतकऱ्यांच्या खात्यात पाठवतील. सन 2019 च्या पीक विम्याची ही थकबाकी आहे.

बातमीनुसार, सन 2019 च्या पीक विम्याच्या थकबाकीची संपूर्ण रक्कम 16 ते 18 सप्टेंबर दरम्यान सर्व 20 लाख शेतकर्‍यांपर्यंत पोहोचेल. महत्त्वाचे म्हणजे, हवामानातील वातावरणामुळे पिकांचे नुकसान झाल्याने शेतकर्‍यांचे कोणतेही नुकसान झाले नाही, म्हणूनच या योजनेअंतर्गत शेतकऱ्यांचा विमा उतरविला जाईल.

स्रोत: कृषी जागरण

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15 जुलै ही पीक विमा काढण्याची शेवटची तारीख आहे, अर्ज कसा करावा?

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

अवेळी पाऊस, गारपीट, दुष्काळ यांसारख्या नैसर्गिक आपत्तींमुळे अनेकदा शेतकऱ्यांच्या पिकांवर परिणाम होतो. पंतप्रधान पीक विमा योजना या नुकसानीपासून शेतकऱ्यांचे रक्षण करते. कृषी विभागाने प्रधानमंत्री पीक विमा योजना आणि पुनर्रचित हवामान आधारित पीक विमा योजनेची अधिसूचना प्रसिद्ध केली आहे. खरीप -2020 आणि रबी 2020-21 हंगामांसाठी मंगळवारी ही अधिसूचना जारी केली आहे. त्यानुसार खरीप -2020 साठी पीक विमा मिळवण्याची शेवटची तारीख 15 जुलै ठेवण्यात आली आहे.

अर्ज कसा करावा?
आपण यासाठी बँकेमार्फत आणि ऑनलाईन देखील अर्ज करू शकता. ऑनलाईन अर्ज करण्यासाठी https://pmfby.gov.in/ या लिंकवर जा आणि फॉर्म भरा. या अर्जासाठी पॅनकार्ड, ड्रायव्हिंग लायसन्स, मतदार ओळखपत्र किंवा आधारकार्ड अशी छायाचित्र व ओळखपत्र आवश्यक आहेत. याशिवाय पत्त्यांच्या पुराव्यासाठीही कागदपत्रांची आवश्यकता असते, त्यासाठी शेतकर्‍यांस शेती व खसरा क्रमांकाशी संबंधित कागदपत्रे दाखवावी लागतील. पेरलेल्या पिकांच्या सत्यतेसाठी प्रधान, पटवारी किंवा सरपंच यांचे पत्र द्यावे लागेल. हक्काची रक्कम थेट खात्यात येईल म्हणून रद्दबातल धनादेश द्यावा लागेल.

स्रोत: न्यूज़ 18

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