बैंगन की फसल में फल छेदक व तना छेदक का ऐसे करें नियंत्रण

Measures to control fruit borer and stem borer in Brinjal crop

इस कीट का प्रकोप बैंगन में सबसे अधिक होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी इल्ली कोमल तने में छेद करती है जिससे पौधे का तना एवं शीर्ष भाग सूख जाता है। इसके आक्रमण से फूल लगने के पहले हीं गिर जाते हैं। इसके बाद ये कीट फल में छेद बनाकर अंदर घुस जाते हैं और गूदे को खाते हैं। इससे ग्रसित फल सड़ जाते हैं और फल खाने योग्य भी नहीं रहते हैं। 

नियंत्रण के उपाय: इसके नियंत्रण के लिए स्पिनटोर (स्पिनोसैड 45%एससी) 75 मिली/एकड़ या फ़ेम (फ्लुबेंडियामाइड 39.35% एससी) 50 मिली/एकड़ या कवर (क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल 18.5%एससी) 60मिली/एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिला का छिड़काव करें।

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