डेयरी खोलने के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन दे रही है सरकार, जानें क्या है योजना?

Dairy Entrepreneur Development Scheme

किसान खेती-बाड़ी के साथ ही डेयरी व्यवसाय में भी आजकल खूब हाथ आजमा रहे हैं। गौरतलब है की डेयरी का बिजनेस कम दो गाय या भैंस के साथ भी शुरू किया जा सकता है। इस तरह यह व्यवसाय शुरू करने में कम पूंजी लगती है। छोटी शुरुआत के बाद इसे धीरे धीरे बढ़ाया भी जा सकता है। बहरहाल डेयरी क्षेत्र की तरफ किसानों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए सरकार भी कई प्रकार की योजनाओं के माध्यम से इसे बढ़ावा दे रही है। नाबार्ड की तरफ से भी युवाओं एवं किसानों के लिए डेयरी बिजनेस से जुड़ी “डेयरी उद्यमिता विकास योजना” चलाई जा रही है। इस स्कीम के माध्यम से किसानों को डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक मदद मिलती है।

डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy Entrepreneur Development Scheme -DEDS) के अंतर्गत डेयरी से जुड़ी छोटी यूनिट इकाइयों के लिए लोन उपलब्ध होते हैं। जो उन्हें अधिक उत्पादक बनाने और उनके लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में मदद करते हैं। इस योजना के तहत पशुपालन करने वाले व्यक्ति को प्रोजेक्ट की कुल लागत का 33.33% अनुदान के रूप में मिलता है। इसके साथ ही दूध देने वाली मशीनों/मिल्कोटेस्टर/बल्क मिल्क कूलिंग यूनिट की खरीद के लिए भी इस योजना के तहत 20 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।

डेयरी व्यवसाय करने के इच्छुक किसान इसके लिए सब्सिडी और लोन लेने के लिए बैंक में संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें नाबार्ड की तरफ से सब्सिडी वाला लोन मिल जाएगा। नाबार्ड की योजना के अंतर्गत डेयरी फार्मिंग के अलावा पशुपालन, मुर्गी पालन और पशुपालन के लिए लोन मिलता है। आप चाहें तो नाबार्ड की वेबसाइट https://nabard.org पर भी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

स्रोत: कृषि जागरण

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दूध डेअरीसाठी 7 लाख रुपयांपर्यंत अनुदान मिळवा, लवकरात लवकर या योजनेचा लाभ घ्या

Dairy Entrepreneur Development Scheme

देशातील ग्रामीण भागांमध्ये दूध उत्पादन हा प्रमुख व्यवसाय आहे. तर शेतकऱ्यांसाठी पशुपालन हेही एक उत्पन्नाचे प्रमुख साधन आहे. अशा परिस्थितीत दूध उत्पादनाला प्रोत्साहन देण्यासाठी भारत सरकार अनेक योजना चालवत आहे. यापैकी एक योजना म्हणजे ‘डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट योजना’ ही आहे. ज्याच्या मदतीने शेतकऱ्यांना पशुसंवर्धन आणि दूध डेअरी सुरू करण्यासाठी अनुदान मिळू शकते.

या योजनेअंतर्गत 10 म्हशींची दूध डेयरी सुरु करण्यासाठी सरकार 7 लाख रुपयांपर्यंत सब्सिडी देत आहे. डेयरीसाठी व्यापारी बँका, प्रादेशिक बँका, राज्य सहकारी बँका, राज्य सहकारी कृषी आणि ग्रामीण विकास बँका आणि नाबार्डशी संलग्न असणाऱ्या इतर संस्थांकडून कर्ज उपलब्ध करून दिले जाऊ शकते. या योजनेअंतर्गत पशुपालनासाठी सामान्य वर्गातील डेअरी चालकांना 25% तसेच महिला आणि एससी वर्गासाठी 33% पर्यंत सब्सिडी दिली जात आहे.

मात्र, एक लाख रुपयांपेक्षा जास्त कर्ज मिळवण्यासाठी अर्जदाराला आपल्या जमिनीसंबंधित असणारी सर्व कागदपत्रे गहाण ठेवावी लागतील. यासोबतच अर्ज करण्याच्या वेळी आधार कार्ड, पॅनकार्ड, जात प्रमाणपत्राची प्रत सोबत रद्द केलेला चेक इत्यादि जोडावे लागेल. जर, तुम्हाला सुद्धा डेयरी हा व्यवसाय सुरु करायचा असेल तर, सरकारच्या या योजनेचा लवकरात लवकर लाभ घ्या.

स्रोत: कृषि जागरण

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