75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी, पढ़े पूरी जानकारी

Government is giving bumper subsidy on 75 types of agricultural equipment

आज के जमाने में खेती किसानी में आधुनिक यंत्रों का उपयोग बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अब बिना इन यंत्रों के उपयोग के खेती करना असंभव सा हो गया है। इसीलिए सरकार भी किसानों को सब्सिडी पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाने के लिए सरकारी योजनाएं चला रही है। यह नई पहल बिहार सरकार ने शुरू की है। इस योजना का नाम “कृषि यांत्रिकरण योजना” है और इसके माध्यम से ही किसानों को कृषि यंत्रों की खरीदारी पर सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है।

बता दें की इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी किसानों की चयन प्रक्रिया ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से होती है। गौरतलब है की चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत वित्त वर्ष 2024-25 में इस योजना में कुल 82.85 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। वहीं केंद्र की सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइजेशन के माध्यम से कुल 104.16 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। इस योजना से स्ट्रा रीपर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रीपर कम बाइंडर, स्ट्रा बेलर, ब्रस कटर आदि यंत्र पर अनुदान दी जा रही है। गौरतलब है की इस योजना से कुल 75 प्रकार के खेती के यंत्रों पर 40% से 80% तक की सब्सिडी दी जा रही है।

स्रोत: ज़ी बिजनेस

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

लहसुन के भाव में तेजी जारी, 23500 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट लहसुन 6550 12052
शाजापुर अकोदिया औसत 5100 16500
सीहोर आष्टा लहसुन 5800 16500
उज्जैन बड़नगर लहसुन 5600 14800
धार बदनावर देसी 4500 16200
धार बदनावर लहसुन 6500 6500
भोपाल भोपाल लहसुन 3800 19050
मंदसौर दलोदा लहसुन 1600 19500
सागर देवरी औसत 6000 6200
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 3700 17000
इंदौर इंदौर लहसुन 1000 17810
रतलाम जावरा लहसुन 13251 13251
रतलाम जावरा लहसुन-ऑर्गेनिक 15150 15150
नीमच जावद लहसुन 4010 20701
शाजापुर कालापीपल लहसुन 6500 17450
नीमच मनासा लहसुन 2000 15800
नीमच मनासा लहसुन-ऑर्गेनिक 6400 14400
नीमच मनासा नया मीडियम 4900 8200
मंदसौर मंदसौर लहसुन 1000 22801
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 5700 18000
नीमच नीमच औसत 4250 19000
नीमच नीमच लहसुन 5900 23500
मंदसौर पिपल्या लहसुन 1700 20400
मंदसौर पिपल्या लहसुन-ऑर्गेनिक 3101 17753
धार राजगढ़ लहसुन 3500 15500
रतलाम रतलाम देसी 10900 12750
रतलाम रतलाम लहसुन 3201 23301
रतलाम सैलाना औसत 5001 15000
रतलाम सैलाना देसी 10500 14300
रतलाम सैलाना लहसुन 4000 18501
शाजापुर साजापुर लहसुन 4754 12840
राजगढ़ सारंगपुर औसत 4000 6000
सीहोर सीहोर लहसुन 2900 18000
मंदसौर शामगढ़ लहसुन 15100 15100
शाजापुर शुजालपुर देसी 2000 18100
मंदसौर सीतमऊ देसी 8930 18100
मंदसौर सीतमऊ लहसुन 4600 4600
उज्जैन उज्जैन लहसुन 500 23000

स्रोत: एगमार्कनेट

ताज़ातरीन मंडी भाव व कृषि क्षेत्र की सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज का लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

Share

धान की फसल में खैरा रोग की पहचान एवं निवारण के उपाय

Identification and prevention of Khaira disease in paddy

खैरा रोग धान की फसल में लगने वाला एक प्रमुख रोग है। इस रोग में पत्तियों पर हल्के पीले रंग के धब्बे बनते हैं जो बाद में कत्थई रंग के हो जाते हैं। रोग की तीव्र अवस्था में रोग से ग्रसित पत्तियां सूखने लगती हैं। इसकी वजह से फसल में कल्ले भी कम निकलते हैं और पौधों की वृद्धि रुक जाती है। यह रोग मिट्टी में जस्ते (जिंक) की कमी के कारण होता है।

इसकी रोकथाम के लिए, ग्रोमोर (जिंक सल्फेट) 5 किग्रा प्रति एकड़ की दर से समान रूप से भुरकाव करें, या तलवार जिंक सुपर-14 (चिलेटेड जिंक 12%) को 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

Share

मानसून अब तेजी से आगे बढ़ेगा, कई राज्यों में होगी झमाझम बारिश

know the weather forecast,

मानसून की चाल अब फिर तेज होने वाली है। गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। 24 घंटे के बाद मानसून पूर्वी भारत में भी आगे बढ़ना शुरू कर देगा। दिल्ली और हरियाणा सहित पंजाब का मौसम लगभग शुष्क बना रहेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी अगले दो दिनों के दौरान बारिश नहीं होगी। केरल, तटीय कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में भी अब बारिश की गतिविधियों में कुछ तेजी दिखाई देगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम संबंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन ऐप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Share

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव पहुंचे 4700 रुपए

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
अलीराजपुर अलीराजपुर सोयाबीन 4300 4300
धार बदनावर पीला 4250 4300
शाजापुर बेरछा सोयाबीन 3690 4000
बैतूल बैतूल पीला 4300 4400
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 3500 4576
दमोह दमोह अन्य 4500 4500
धार धार सोयाबीन 3825 3900
विदिशा गंजबासौदा सोयाबीन 4250 4250
इंदौर गौतमपुरा पीला 4450 4450
इंदौर इंदौर सोयाबीन 4200 4200
इंदौर इंदौर ऑर्गेनिक 2700 2700
झाबुआ झाबुआ सोयाबीन 4400 4710
अलीराजपुर जोबट सोयाबीन 3700 3700
अलीराजपुर जोबट पीला 3700 3700
खरगोन खरगोन सोयाबीन 4300 4360
देवास खातेगांव सोयाबीन 4500 4500
शाजापुर नलकेहड़ा सोयाबीन 4290 4345
राजगढ़ पचौर सोयाबीन 4115 4530
छिंदवाड़ा पंढुर्ना सोयाबीन 4421 4500
झाबुआ पेटलावद सोयाबीन 4200 4200
सागर सागर सोयाबीन 4135 4205
राजगढ़ सारंगपुर सोयाबीन 4335 4401
बड़वानी सेंधवा सोयाबीन 4311 4375
शाजापुर सुसनेर सोयाबीन 4350 4350
उज्जैन तराना पीला 4400 4511

स्रोत: एगमार्कनेट

ताज़ातरीन मंडी भाव व कृषि क्षेत्र की सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज का लेख पसंद आया हो तो  शेयर करना ना भूलें।

Share

धान की नर्सरी में खरपतवार प्रकोप पहुंचाएगा नुकसान, जल्द करें नियंत्रण के उपाय

Weed control measures in the paddy nursery

धान की नर्सरी में खरपतवार निकलने के कारण पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। दरअसल धान के पौधों के लिए जो पोषक तत्व नर्सरी में उपलब्ध रहते हैं या बाहर से डाले जाते हैं उसका उपभोग ये खरपतवार कर लेते हैं और पौधों को बढ़िया पोषण नहीं मिल पाता है। पोषक तत्वों की कमी के कारण धान के पौधे कमजोर हो जाते हैं, जिससे पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। इससे धान के पौधों का विकास धीमी गति से होने लगता है।

इससे बचाव के लिए बीज की बुवाई से 1 सप्ताह पहले हीं खेत में सिंचाई कर देनी चाहिए, और कुछ समय बाद खरपतवार निकलते ही गहरी जुताई करनी चाहिए। ऐसा करने से खेत में पहले से मौजूद खरपतवार नष्ट हो जाएंगे। बुवाई के 10 से 15 दिनों बाद यदि नर्सरी में खरपतवार नजर आ रहे हों तो निराई-गुड़ाई के द्वारा इन पर नियंत्रण करें।

रासायनिक नियंत्रण के लिए, बुवाई के 3 से 4 दिन बाद, साथी (पायराजोसल्फ्यूरॉन इथाइल 10% WP) 4 ग्राम/15 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।  

15 से 20 दिन बाद नॉमिनी गोल्ड (बिस्पायरीबैक सोडियम 10% SC) 8 मिली/15 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें। 

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

Share

ज्यादातर राज्यों में मानसून की बारिश जारी रहने की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast

मानसून अब जल्दी ही गुजरात के कई और भागों में आगे बढ़ेगा। अगले दो दिनों के दौरान गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। पूर्वी भारत में भी मानसून के आगे बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। दो दिनों के अंदर ही बिहार और झारखंड के कई जिलों में मानसून दस्तक दे देगा। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में भी मानसून की बारिश जल्दी शुरू होगी। दिल्ली में 27 जून से अच्छी बारिश होने की संभावना है पूरे भारत को अब गर्मी से राहत मिल जाएगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम संबंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन ऐप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Share

कपास की 15 से 20 दिन की फसल अवस्था में जरूर डालें इन पोषक तत्वों का डोज

Nutrient management in cotton crop at 15 to 20 day stage

“कपास” की फसल से हाई क्वालिटी की जबरदस्त पैदावार प्राप्त करने के लिए फसल की सही देखभाल करने की आवश्यकता होती है। इसकी फसल में सही समय पर खाद देना बहुत आवश्यक है, इससे फसल का विकास अच्छा होता है और पौधे मजबूत एवं स्वस्थ्य रहते हैं। वर्तमान समय में जब कपास की फसल 15 से 20 दिन के बाद की अवस्था में है तब इस समय जरूरी पोषण देना आवश्यक होता है। 

फसल की बुवाई के 15 से 20 दिन बाद आप यूरिया 40 किलोग्राम, डीएपी 50 किलोग्राम, सल्फर 5 किलोग्राम, ज़िंक सल्फेट 5 किलोग्राम और ट्राई-कोट मैक्स 4 किलोग्राम को एक एकड़ के खेत में समान रूप से भुरकाव करें। 

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें। 

Share

खरपतवार नाशक का उपयोग करते समय इन बातों का रखें ख़ास ख्याल

Take special care of these things while using Weedicides
  • विभिन्न फसलों के लिए, खरपतवार नाशक की जो मात्रा सिफारिश की गई है, उसी मात्रा में दवा का उपयोग करना चाहिए।

  • समय सीमा समाप्त हुई खरपतवार नाशक का उपयोग न करें। खरीदते समय इसका विशेष ध्यान रखें।

  • खरपतवार नाशक का छिड़काव करते समय जमीन में पर्याप्त नमी बनाए रखना जरूरी होता है।

  • खरपतवार नाशक के एक समान छिड़काव के लिए, स्प्रे पंप में फ्लैट फैन नोज़ल का उपयोग करें |

  • नेपसेक पंप, नली और नोजल को उपयोग से पहले एवं बाद में अच्छी तरह से साफ़ जरूर कर लें। 

  • छिड़काव के समय शरीर को अच्छी तरह ढक कर एवं दस्ताने, चश्मा आदि का उपयोग अवश्य करें। 

  • हमेशा साफ पानी में खरपतवार नाशक मिलाकर छिड़काव करें।

  • बारिश की संभावना होने पर व तेज हवा चलने पर खरपतवार नाशक का छिड़काव न करें।

  • छिड़काव करते समय “स्प्रेडर” (सिलिकोमैक्स गोल्ड) 50 मिली/एकड़ की दर से उपयोग अवश्य करें, जिससे दवा संपूर्ण पौधे में फैल सके।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें। 

Share

जून के आखिर तक ज्यादातर राज्यों तक पहुँच जायेगा मानसून

know the weather forecast,

उत्तर भारत में चल रही धूल भर आंधी और बारिश की गतिविधियां अब एक बार फिर से थम जाएगी। 22 से 25 जून के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान का मौसम शुष्क और गर्म हो जाएगा। 26 और 27 जून के बीच एक बार उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली और राजस्थान में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। मानसून तेजी पकड़ेगा और जून के आखिर तक भारत के अधिकांश भागों तक मानसून पहुंच जाएगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम संबंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन ऐप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Share