चुनें ग्रामोफ़ोन की प्रीमियम सर्विस खेती प्लस और बनें स्मार्ट किसान
ग्रामोफ़ोन के प्रीमियम सर्विस प्रोडक्ट खेती प्लस से जुड़कर हजारों किसानों ने मुनाफे की खेती की है। इस रबी सीज़न, खेती प्लस एक बार फिर किसानों तक स्मार्ट सेवाएं पहुंचाने के लिए वापस आ गया है। जिसकी मदद से इस रबी सीजन आप कम लागत में बंपर उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे। ग्रामोफ़ोन इस बार आपके लिए खेती प्लस, खेती प्लस कोम्बो और खेती प्लस मिनी नाम से तीन प्रीमियम सर्विस लेकर आया है। जिनमें से किसी भी एक सेवा से जुड़कर आप ग्रामोफ़ोन की विशेष निगरानी में रहकर खेती से दोहरा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। तो चलिए खेती प्लस की तीनों सेवाओं के बारे में हम विस्तार से जानते हैं।
1. खेती प्लस
खेती प्लस से जुड़ने पर आपको कई सारी स्मार्ट सेवाएं मिलेंगी, जैसे-
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कृषि कार्यमाला: यह आपकी चयनित फसल की वैज्ञानिक खेती से संबंधित सभी कृषि कार्यों की एक सूचीबद्ध कार्यमाला होगी। जिसका उपयोग आप पूरे फसल चक्र के दौरान करेंगे। आपकी कृषि कार्यमाला के आधार पर ही आने वाले हर कार्य से पहले आपको कृषि विशेषज्ञों द्वारा फोन कॉल या ऐप नोटिफिकेशन के माध्यम से सूचना दी जाएगी।
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कृषि विशेषज्ञों से सीधे बात: आपकी जरूरत के अनुसार हर 10 दिन के अंतराल पर कृषि समस्याओं के समाधान के लिए कॉल निर्धारित होंगे। जिसके माध्यम से आपको व्यक्तिगत रूप से त्वरित समाधान उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा आप कभी भी ग्रामोफ़ोन के विशेषज्ञों के साथ ऑन डिमांड कॉल करके कृषि सलाह प्राप्त कर सकेंगे।
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लाइव कृषि कक्षाएं: आपके लिए हर 15 दिन पर ग्रामोफ़ोन के वरिष्ठ कृषि विशेषज्ञों और कृषि क्षेत्र के अन्य गणमान्य विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन किसान पाठशाला का आयोजन होगा। इस कक्षा में आधुनिक कृषि सीखने का मौका मिलेगा, ताकि आप स्मार्ट तरीके से उन्नत खेती कर सकेंगे।
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स्मार्ट किसान समुदाय: इस सेवा से जुड़ने के साथ ही आप एक ऐसे समुदाय का हिस्सा बनेंगे जो स्मार्ट और आधुनिक खेती करते हुए समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके माध्यम से हमारे प्रतिनिधि आपसे आपके अनुभवों को समय समय पर जानेंगे और ज्यादा बेहतर करने का प्रयास करेंगे।
बता दें कि खेती प्लस की यह प्रीमियम सर्विस आपको 799 रूपए में दी जा रही है। वहीं अगर आप लॉन्चिग ऑफर के दौरान यह सेवा खरीदते हैं तो, आपको सिर्फ 499 रूपए ही देने होंगे।
2. खेती प्लस मिनी कॉम्बो
ग्रामोफ़ोन की इस सेवा से जुड़ने पर आपको खेती प्लस की सभी सुविधाओं के साथ ही मिनी कॉम्बो प्रोडक्ट भी प्राप्त होगा। जिसमें आपको 4 किलो का ट्राई-कोट मैक्स कृषि उत्पाद मिलेगा, जो फसल के विकास के लिए बेस्ट टॉनिक है।
खेती प्लस की यह सेवा भी आपको 799 रूपए में दी जा रही है। वहीं अगर आप लॉन्चिग ऑफर के दौरान यह सेवा खरीदते हैं तो, आपको सिर्फ 499 रूपए का भुगतान करना होगा।
3. खेती प्लस कोम्बो
ग्रामोफ़ोन की इस सेवा से जुड़ने पर आपको खेती प्लस की सभी सुविधाओं के साथ साथ जबरदस्त कृषि उत्पादों के फ्री कॉम्बो का भी लाभ उठा सकेंगे। जिसमें आपको ट्राई-कोट मैक्स (4 किलो), मैक्सरूट (250 मिली) और नोवामैक्स (1 लीटर) फसल टोनिक प्राप्त होंगे। इनका खेत में उपयोग करने से फसल को अंकुरण, जड़ विकास और फूल-फल की बढ़वार में मदद मिलेगी।
खेती प्लस कोम्बो की यह सेवा आपको 2499 रूपए में दी जा रही है। वहीं अगर आप लॉन्चिग ऑफर के दौरान यह सेवा खरीदते हैं तो, आपको मात्र 1399 रूपए देने होंगे।
तो बिना देरी किए ग्रामोफ़ोन की इन प्रीमियम सेवाओं का लाभ उठाइये। जिनकी मदद से आपके कुल कृषि खर्च में लगभग 10% तक की कमी आने के साथ ही उपज में लगभग 10-15% तक की वृद्धि होगी। तो इस तरह स्मार्ट खेती के इस पथ पर ग्रामोफोन का खेती प्लस आपका सारथी बनेगा।
Shareमध्य प्रदेशातील निवडक मंडईंमध्ये सोयाबीनचे भाव किती आहे?
मध्य प्रदेशमधील जसे की आष्टा, बदनावर, खरगोन, खातेगांव, धामनोद आणि मंदसौर इत्यादी विविध मंडईंमध्ये सोयाबीनचे भाव काय चालले आहेत? चला संपूर्ण यादी पाहूया.
विविध मंडईमधील सोयाबीनचे ताजे बाजारभाव |
|||
जिल्हा |
कृषी उत्पादन बाजार |
कमी किंमत (प्रति क्विंटल) |
जास्त किंमत (प्रति क्विंटल) |
सीहोर |
आष्टा |
2070 |
5300 |
धार |
बदनावर |
2900 |
6425 |
खरगोन |
बड़वाह |
4180 |
4950 |
शाजापुर |
बैरछा |
4500 |
5000 |
बुरहानपुर |
बुरहानपुर |
4201 |
4912 |
धार |
धामनोद |
3165 |
4595 |
नरसिंहपुर |
गदरवाड़ा |
3800 |
5001 |
मंदसौर |
गारोठ |
4700 |
4900 |
झाबुआ |
झाबुआ |
4400 |
4700 |
खरगोन |
खरगोन |
3900 |
5051 |
देवास |
खातेगांव |
3000 |
5055 |
विदिशा |
लटेरी |
2450 |
4845 |
मंदसौर |
मंदसौर |
3600 |
5060 |
दमोह |
पथरिया |
3825 |
5800 |
खरगोन |
सनावद |
3990 |
4800 |
खरगोन |
सेगाँव |
4911 |
4990 |
श्योपुर |
श्योपुरबडोद |
2500 |
4500 |
हरदा |
सिराली |
3650 |
4990 |
विदिशा |
सिरोंज |
2500 |
5075 |
देवास |
सोनकच्छ |
4100 |
5191 |
स्रोत: एगमार्कनेट
Shareदेशातील विविध शहरांमध्ये फळे आणि पिकांच्या किंमती काय आहेत?
देशातील विविध शहरांमध्ये फळे आणि पिकांच्या किंमती काय आहेत? |
|||
बाजार |
पीक |
कमी किंमत (किलोग्रॅम मध्ये) |
जास्त किंमत (किलोग्रॅम मध्ये) |
कोलकाता |
कांदा |
14 |
– |
कोलकाता |
कांदा |
16 |
– |
कोलकाता |
कांदा |
19 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
19 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
21 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
29 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
20 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
23 |
– |
कोलकाता |
लसूण |
31 |
– |
कोलकाता |
बटाटा |
21 |
– |
कोलकाता |
बटाटा |
16 |
– |
कोलकाता |
बटाटा |
15 |
– |
कोलकाता |
हिरवी मिरची |
47 |
– |
कोलकाता |
हिरवी मिरची |
43 |
– |
कोलकाता |
टोमॅटो |
27 |
– |
कोलकाता |
आले |
55 |
– |
कोलकाता |
गोड लिंबू |
35 |
– |
कोलकाता |
गोड लिंबू |
34 |
35 |
बंगलोर |
कांदा |
14 |
– |
बंगलोर |
कांदा |
15 |
16 |
बंगलोर |
कांदा |
19 |
20 |
बंगलोर |
कांदा |
23 |
24 |
बंगलोर |
कांदा |
12 |
– |
बंगलोर |
कांदा |
14 |
– |
बंगलोर |
कांदा |
16 |
17 |
बंगलोर |
कांदा |
19 |
20 |
बंगलोर |
लसूण |
14 |
– |
बंगलोर |
लसूण |
16 |
– |
बंगलोर |
लसूण |
22 |
– |
बंगलोर |
लसूण |
27 |
28 |
बंगलोर |
बटाटा |
24 |
– |
बंगलोर |
बटाटा |
21 |
22 |
बंगलोर |
बटाटा |
18 |
– |
बंगलोर |
बटाटा |
21 |
22 |
बंगलोर |
बटाटा |
18 |
19 |
बंगलोर |
बटाटा |
17 |
– |
बंगलोर |
बटाटा |
22 |
– |
बंगलोर |
बटाटा |
20 |
– |
बंगलोर |
बटाटा |
19 |
– |
बंगलोर |
टोमॅटो |
16 |
– |
बंगलोर |
आले |
60 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
कांदा |
26 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
कांदा |
28 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लसूण |
46 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लसूण |
50 |
60 |
तिरुवनंतपुरम |
बटाटा |
36 |
– |
आग्रा |
कांदा |
11 |
12 |
आग्रा |
कांदा |
14 |
– |
आग्रा |
कांदा |
17 |
18 |
आग्रा |
कांदा |
10 |
11 |
आग्रा |
कांदा |
13 |
– |
आग्रा |
कांदा |
15 |
17 |
आग्रा |
लसूण |
16 |
18 |
आग्रा |
लसूण |
19 |
– |
आग्रा |
लसूण |
28 |
– |
आग्रा |
हिरवी मिरची |
35 |
– |
आग्रा |
हिरवी मिरची |
28 |
30 |
आग्रा |
टोमॅटो |
35 |
– |
आग्रा |
टोमॅटो |
25 |
28 |
आग्रा |
आले |
55 |
60 |
आग्रा |
कोबी |
28 |
30 |
आग्रा |
फुलकोबी |
35 |
– |
आग्रा |
लिंबू |
45 |
50 |
आग्रा |
भोपळा |
11 |
14 |
आग्रा |
काकडी |
15 |
18 |
आग्रा |
शिमला मिर्ची |
50 |
– |
आग्रा |
भेंडी |
16 |
– |
आग्रा |
अननस |
30 |
35 |
आग्रा |
गोड लिंबू |
35 |
– |
आग्रा |
गोड लिंबू |
27 |
29 |
आग्रा |
सफरचंद |
45 |
55 |
आग्रा |
बटाटा |
14 |
18 |
लखनऊ |
कांदा |
12 |
– |
लखनऊ |
कांदा |
18 |
– |
लखनऊ |
कांदा |
20 |
– |
लखनऊ |
कांदा |
14 |
– |
लखनऊ |
कांदा |
21 |
– |
लखनऊ |
कांदा |
23 |
– |
लखनऊ |
लसूण |
8 |
10 |
लखनऊ |
लसूण |
11 |
14 |
लखनऊ |
लसूण |
15 |
24 |
लखनऊ |
लसूण |
8 |
10 |
लखनऊ |
लसूण |
11 |
14 |
लखनऊ |
लसूण |
15 |
25 |
लखनऊ |
बटाटा |
19 |
20 |
लखनऊ |
हिरवी मिरची |
35 |
40 |
लखनऊ |
टोमॅटो |
35 |
– |
लखनऊ |
आले |
40 |
– |
लखनऊ |
सफरचंद |
60 |
100 |
गुवाहाटी |
कांदा |
14 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
18 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
19 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
13 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
18 |
– |
गुवाहाटी |
कांदा |
19 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
15 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
24 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
30 |
– |
गुवाहाटी |
लसूण |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
बटाटा |
18 |
– |
गुवाहाटी |
बटाटा |
22 |
23 |
गुवाहाटी |
हिरवी मिरची |
40 |
45 |
गुवाहाटी |
टोमॅटो |
33 |
36 |
गुवाहाटी |
टोमॅटो |
40 |
– |
गुवाहाटी |
गोड लिंबू |
37 |
40 |
गुवाहाटी |
सफरचंद |
60 |
80 |
इंदौर |
कांदा |
8 |
– |
इंदौर |
कांदा |
12 |
– |
इंदौर |
कांदा |
14 |
– |
इंदौर |
लसूण |
10 |
– |
इंदौर |
लसूण |
15 |
– |
इंदौर |
लसूण |
18 |
– |
इंदौर |
लसूण |
20 |
– |
इंदौर |
बटाटा |
14 |
– |
इंदौर |
बटाटा |
15 |
16 |
शाजापूर |
कांदा |
3 |
6 |
शाजापूर |
कांदा |
5 |
7 |
शाजापूर |
कांदा |
8 |
16 |
शाजापूर |
लसूण |
4 |
7 |
शाजापूर |
लसूण |
7 |
10 |
शाजापूर |
लसूण |
10 |
14 |
भुवनेश्वर |
कांदा |
18 |
– |
भुवनेश्वर |
कांदा |
20 |
– |
भुवनेश्वर |
कांदा |
15 |
– |
भुवनेश्वर |
कांदा |
17 |
– |
भुवनेश्वर |
कांदा |
19 |
– |
भुवनेश्वर |
लसूण |
11 |
12 |
भुवनेश्वर |
लसूण |
14 |
15 |
भुवनेश्वर |
लसूण |
22 |
23 |
भुवनेश्वर |
लसूण |
12 |
13 |
भुवनेश्वर |
लसूण |
17 |
18 |
भुवनेश्वर |
लसूण |
23 |
24 |
भुवनेश्वर |
आले |
40 |
41 |
भुवनेश्वर |
बटाटा |
48 |
– |
भुवनेश्वर |
बटाटा |
48 |
50 |
वाराणसी |
कांदा |
9 |
12 |
वाराणसी |
कांदा |
12 |
16 |
वाराणसी |
कांदा |
16 |
18 |
वाराणसी |
कांदा |
10 |
15 |
वाराणसी |
कांदा |
15 |
18 |
वाराणसी |
कांदा |
18 |
20 |
वाराणसी |
लसूण |
7 |
10 |
वाराणसी |
लसूण |
11 |
15 |
वाराणसी |
लसूण |
16 |
20 |
वाराणसी |
बटाटा |
16 |
17 |
वाराणसी |
बटाटा |
13 |
15 |
वाराणसी |
बटाटा |
12 |
13 |
वाराणसी |
हिरवी मिरची |
38 |
40 |
वाराणसी |
आले |
40 |
45 |
रतलाम |
कांदा |
7 |
12 |
रतलाम |
कांदा |
10 |
13 |
रतलाम |
कांदा |
14 |
19 |
रतलाम |
कांदा |
19 |
22 |
रतलाम |
लसूण |
7 |
14 |
रतलाम |
लसूण |
13 |
26 |
रतलाम |
लसूण |
14 |
36 |
खरगोन |
हिरवी मिरची |
26 |
– |
खरगोन |
हिरवी मिरची |
25 |
– |
Now there will be relief from heavy rains, see the weather forecast
मध्य प्रदेशातील निवडक मंडईंमध्ये कांद्याचा भाव किती आहे?
मध्य प्रदेशातील अलीराजपुर, देवास, धामनोद, हाटपिपलिया, खरगोन आणि कुक्षी इत्यादी विविध मंडईंमध्ये कांद्याची किंमत काय आहे? चला संपूर्ण यादी पाहूया.
विविध मंडईमधील कांद्याचे ताजे बाजारभाव |
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जिल्हा |
कृषी उत्पादन बाजार |
कमी किंमत (प्रति क्विंटल) |
जास्त किंमत (प्रति क्विंटल) |
अलीराजपुर |
अलीराजपुर |
1500 |
1700 |
देवास |
देवास |
200 |
1000 |
धार |
धामनोद |
800 |
1000 |
देवास |
हाटपिपलिया |
900 |
1100 |
खरगोन |
खरगोन |
500 |
1200 |
धार |
कुक्षी |
800 |
1600 |
होशंगाबाद |
पिपरिया |
400 |
1300 |
स्रोत: एगमार्कनेट
Shareपिकांच्या नुकसानीची भरपाई लवकरच मिळेल, या नंबरवर माहिती द्या
खरीप पिकांच्या काढणी दरम्यान अति मुसळधार पावसाच्या कारणामुळे शेतकऱ्यांचे मोठे नुकसान झाले आहे. म्हणूनच पिकांच्या नुकसानीची भरपाई भरून काढण्यासाठी अनेक राज्य सरकारने नुकसान भरपाई जाहीर केली आहे. या भागांत राजस्थान सरकारने आपल्या राज्यातील शेतकऱ्यांसाठी एक महत्त्वाचे पाऊल उचलले आहे.
राज्य सरकारने विमा उतरवलेल्या पिकांच्या शेतकऱ्यांनी लवकरात लवकर विमा कंपन्यांशी संपर्क साधण्याच्या सूचना देण्यात आल्या आहेत. जेणेकरून शेतकर्यांना पिकाच्या नुकसानीचे मुल्यांकन वेळेवर करून त्यांची भरपाई मिळू शकेल. या दरम्यान सरकारने जिल्ह्यांच्या नुसार एक टोल फ्री नंबर जारी केला आहे. ज्याच्या मदतीने शेतकरी विमा कंपन्यांशी सहज संपर्क साधू शकतात.
शेतकरी आपल्या पिकांच्या नुकसानीची माहिती विमा कंपनीच्या टोल फ्री नंबरवर किंवा क्रॉप इंश्योरेंस अॅपद्वारे 72 तासांच्या आत कळवू शकतात. तसेच हे सांगा की, पिकांची काढणी झाल्यानंतर शेतामध्ये सुकविण्यासाठी राखून ठेवलेल्या पिकांचे नुकसान झाले असले तरी शेतकऱ्यांना विम्याची भरपाई मिळू शकते. सध्या कृषि विभागाच्या वतीने शेतकऱ्यांना विलंब न करता नुकसान भरपाई मिळावी यासाठी पीक अंदाजाचे काम वेगाने सुरू झाले आहे.
स्रोत: एबीपी
Shareकृषी आणि शेतकऱ्यांशी संबंधित फायदेशीर सरकारी योजनांशी संबंधित माहितीसाठी, ग्रामोफोनचे लेख दररोज वाचा आणि हा लेख खाली दिलेल्या बटनावर क्लिक करुन आपल्या मित्रांसोबत शेअर करायला विसरू नका.
मध्य प्रदेशातील निवडक मंडईंमध्ये लसूणच्या भाव किती आहे?
मध्य प्रदेशमधील जसे की बदनावर, देवास, जावद, कालापीपल, मंदसौर, नीमच आणि थांदला इत्यादी विविध मंडईंमध्ये लसूणच्या भाव काय चालले आहेत? चला संपूर्ण यादी पाहूया.
विविध मंडईतील लसूणच्या ताजे बाजारभाव |
|||
जिल्हा |
कृषी उत्पादन बाजार |
कमी किंमत (प्रति क्विंटल) |
जास्त किंमत (प्रति क्विंटल) |
धार |
बदनावर |
200 |
2000 |
देवास |
देवास |
100 |
400 |
नीमच |
जावद |
505 |
505 |
शाजापुर |
कालापीपल |
225 |
2100 |
धार |
कुक्षी |
900 |
1300 |
मंदसौर |
मंदसौर |
450 |
7441 |
नीमच |
नीमच |
431 |
5350 |
होशंगाबाद |
पिपरिया |
600 |
1900 |
सागर |
सागर |
1600 |
2200 |
शाजापुर |
शुजालपुर |
200 |
2206 |
सिंगरोली |
सिंगरोली |
2200 |
2200 |
झाबुआ |
थांदला |
800 |
1200 |
स्रोत: एगमार्कनेट
ShareHeavy rain expected in many states, some areas will get relief
फक्त 55 रुपयांच्या गुंतवणुकीवर वर्षाला 36 हजार रुपये मिळवा.
देशातील शेतकऱ्यांसाठी केंद्र सरकार द्वारे ‘प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना’ चालवली जात आहे. या योजनेअंतर्गत 60 वर्षे आणि त्याहून अधिक वयाच्या शेतकऱ्यांना दरवर्षी 36 हजार रुपयांची मदत दिली जाते. म्हणजेच लाभार्थी शेतकऱ्यांना दरमहा सुमारे 3000 रुपये पेन्शन म्हणून दिले जातात.
या योजनेअंतर्गत देशातील लहान आणि अल्पभूधारक शेतकऱ्यांना लाभ मिळत आहे. तसेच या योजनेचे खास वैशिष्ट्य असे आहे की, पेन्शनधारकाचा मृत्यू झाल्यास त्याच्या पेन्शनपैकी 50% रक्कम त्याच्या पत्नीला मदत म्हणून दिली जाते. मात्र, या योजनेचा लाभ फक्त शेतकरी किंवा त्यांच्या पत्नीलाच घेता येईल.
पेन्शन प्राप्त करण्यासाठी असणारी पात्रता
अर्जदार शेतकऱ्याकडे शेती करण्यायोग्य जमीन असावी. हे सांगा की, या योजनेचा लाभ त्याच शेतकऱ्यांना प्राप्त होईल, ज्यांना इतर सरकारी योजनांचा लाभ मिळत नाही. अर्ज स्वीकारल्यानंतर लाभार्थी 55 रुपये ते 200 रुपयांपर्यंत गुंतवणूक रक्कम सुरू करू शकतो. या रक्कमेला वयाच्या ६० वर्षापर्यंत त्यांना सतत गुंतवणूक करावी लागते.
या योजनेमध्ये अर्ज करण्याची प्रक्रिया
या योजनेमध्ये अर्ज करण्यासाठी तकऱ्याचे वय 18 ते 40 वर्षांच्या दरम्यान असावे. यासाठी पात्र शेतकरी प्रधानमंत्री किसान मानधन योजनेच्या अधिकृत वेबसाइटला भेट देऊन ऑनलाइन अर्ज करू शकतात किंवा तुम्ही तुमच्या जवळच्या कोणत्याही कॉमन सर्व्हिस सेंटरला भेट देऊन ऑफलाइन अर्ज करू शकता.
स्रोत : कृषि जागरण
Shareकृषी आणि शेतकऱ्यांशी संबंधित फायदेशीर सरकारी योजनांशी संबंधित माहितीसाठी, ग्रामोफोनचे लेख दररोज वाचा आणि हा लेख खाली दिलेल्या बटनावर क्लिक करुन आपल्या मित्रांसोबत शेअर करायला विसरू नका.