बैंगन की फसल में रस चूसक कीटों के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Symptoms and control measures of sucking pests in brinjal crop
  • रस चूसक कीट ‘मकड़ी’ बैंगन की फसल में पत्तों के नीचे जाल फ़ैलाते हैं और पत्तों का रस चूसते हैं। इससे पत्ते लाल रंग के दिखने लगते हैं। 

  • इससे बचाव के लिए तुस्क (मॅलॅथिऑन 50.00% ईसी) @ 600 मिली/एकड़ या मेओथ्रिन  (फेनप्रोपॅथ्रीन 30 % ईसी) @ 100 – 136 मिली प्रति एकड़ के दर से 150 -200 लीटर पानी में मिलकर छिड़काव करें। 

  • रस चूसक कीट जैसिड’ पत्तियों की निचली सतह से रस चूसते हैं, जिसके प्रभाव से पत्तियां पीली होकर कमजोर पड़ जाती हैं।  

  • सोलोमन (बीटा-सायफ्लुथ्रिन 08.49% + इमिडाक्लोप्रिड 19.81 % w/w ओडी) @ 70 -80 मिली प्रति एकड़ या टफगोर (डायमेथोएट 30% ईसी) @ 792 मिली प्रति एकड़ के दर के 150 – 200 लीटर पानी में छिड़काव करें।  

  • रस चूसक कीट सफ़ेद मक्खी’ पत्तियों से रस चूसती हैं, जिससे पत्तियां सिकुड़ जाती हैं। इसके अलावा यह कीट विषाणु जन्य रोगों को एक पौधे से दूसरे पौधों में फैलाने का काम भी करते हैं।

  • पेजर (डायफेंथियूरॉन 50% डब्लूपी) @ 240 ग्राम/एकड़ और अरेवा (थायोमिथाक्साम 25% डब्लूजी) @ 80 ग्राम प्रति एकड़ के दर से 150 – 200 लीटर पानी में छिड़काव करें। 

  • रस चूसक कीट माहू’ छोटे एवं हरे रंग के होते हैं, ये पत्तियों की निचली सतह पर रहते हैं और रस चूसते हैं  जिसके कारण पत्तिया पीली पड़ती है| 

  • सोलोमन (बीटा-सायफ्लुथ्रिन 08.49% + इमिडाक्लोप्रिड 19.81% w/w ओडी) @ 70 -80 मिली प्रति एकड़ के दर से 150 से 200 लीटर पानी में मिलकर छिड़काव करें। 

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27 फरवरी से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और यूपी तक बारिश के आसार

know the weather forecast,

वेस्टर्न डिस्टरबेंस अब उत्तरी पाकिस्तान तक पहुंच चुका है। उत्तरी पाकिस्तान सहित भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में आज शाम से बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाएगी। कल 25 फरवरी से बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां जोर पकड़ेंगी। 26 फरवरी को उत्तर भारत के तराई वाले इलाकों में बारिश होगी, लेकिन 27 फरवरी से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तरी राजस्थान में भी बारिश होगी। दक्षिण भारत सहित पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश की गतिविधियां दिखाई देगी। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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तरबूज में पाउडरी मिल्ड्यू रोग के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Symptoms and control of powdery mildew disease in watermelon

इस रोग से पौधों के ऊपरी पत्ते, तने और नए बढ़ते भागों पर सफेद चूर्ण का विकास होता है, और जैसे ही संक्रमण बढ़ता है संपूर्ण पत्ते कवक के ढक जाते हैं। ग्रासित पौधों की पत्तियां समय से पहले झड़ने लगती हैं। अगर संक्रमण फल अवस्था के समय हो तो फल अविकसित रह जाते हैं एवं विकृत हो जाते हैं।

नियंत्रण: इस रोग के नियंत्रण के लिए रोग के लक्षण दिखाई देते ही नोवाकोन (हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी) @ 400 मिली प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में छिड़काव करें। साथ हीं अच्छे फूल एवं फल विकास के लिए न्युट्रीफुल मैक्स (फुलविक एसिड + एमिनो एसिड+ ट्रेस घटक) @ 250 मिली प्रति एकड़ से छिड़काव करें।

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प्याज़ में बेसल रॉट की समस्या के लक्षण एवं निवारण के उपाय

Symptoms and prevention of basal rot problem in onions

इस रोग के प्रारंभिक लक्षण में पीली पड़ती पत्तियां नजर आती हैं एवं पौधों की वृद्धि रुक जाती है, और बाद में पत्तियां सिरे से नीचे की ओर सूख जाती हैं। संक्रमण की शुरूआती अवस्था में पौधों की जड़ गुलाबी रंग की हो जाती है और बाद में सड़ने लगती है। जैसे ही संक्रमण बढ़ता है, कंद निचले सिरे से सड़ने लगता है और अंत में पूरा पौधा मर जाता है।

निवारण: इसके नियंत्रण के लिए, रोग के लक्षण दिखाई देते ही धानुकॉप (कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के दर से ड्रेंचिंग करें।

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पीएम किसान योजना: किसानों को अब मिलेंगे ₹9,000!

PM Kisan Sampada Yojana

भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता मिलती है। अब राजस्थान सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर ₹9,000 प्रति वर्ष कर दिया है, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिलेगा।

राजस्थान बजट 2025-26 में किसानों के लिए खास प्रावधान:

✅ गोबर गैस प्लांट पर सब्सिडी – किसानों को गोबर गैस प्लांट लगाने पर सरकारी अनुदान मिलेगा।
✅ महिलाओं के लिए लाभ – राजीविका मिशन के तहत 20 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य।
✅ वेयरहाउस को इंडस्ट्री का दर्जा – किसानों को फसल भंडारण की सुविधा मिलेगी।
✅ 150 यूनिट तक फ्री बिजली – हर महीने 150 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
✅ मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक योजना – 1,000 नए दूध संग्रहण केंद्र खुलेंगे, गौशाला अनुदान बढ़ाया गया।
✅ गेहूं पर एमएसपी बोनस – किसानों को प्रति क्विंटल ₹150 का अतिरिक्त बोनस मिलेगा।
✅ इजराइल यात्रा – 100 किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक सीखने भेजा जाएगा।
✅ भूमिहीन कृषि श्रमिकों के लिए सहायता – कृषि उपकरण खरीदने के लिए ₹5,000 तक का अनुदान।

स्रोत: कृषि जागरण

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टमाटर की फसल में फल छेदक से होने वाले नुकसान एवं नियंत्रण के उपाय

Damage and control of fruit borer in tomato crop

फल छेदक कीट की इल्ली या सुंडी सबसे ज्यादा हानिकारक होती है। शुरुआई अवस्था में यह इल्ली पत्तियों को खाती है, और बाद में फल में छेद करके फलों को नुकसान भी पहुँचाती है। इल्ली द्वारा किए गए छेद गोलाकार होते हैं। इस कीट की एक इल्ली 2-8 फल को नुकसान पहुंचा सकती है, और इसके कारण फसल की गुणवत्ता तथा उपज भी घटती है।

नियंत्रण: फली छेदक के नियंत्रण एवं निगरानी के लिए, हेलिको-ओ-लूर @ 10 फनेल ट्रैप प्रति एकड़ के दर से खेत में लगाएं। प्रकोप दिखाई देने पर कोस्को (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% एससी) @ 60 मिली प्रति एकड़ या लैमनोवा (लैम्ब्डा सायहॅलोथ्रिन 04.90% सी एस) @ 120 मिली प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 

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किसानों के लिए सुनहरा मौका, सिंचाई पाइप लाइन पर 60% तक की सब्सिडी

Lay irrigation pipelines on 50 percent super subsidy

राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए सिंचाई पाइप लाइन पर अनुदान योजना शुरू की है, जिससे जल संरक्षण और सिंचाई प्रणाली को बेहतर बनाया जा सके। इस योजना के तहत, किसान ट्यूबवेल या कुएं से खेतों तक पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचा सकते हैं, जिससे 20-25% तक जल की बचत होगी और उत्पादन लागत भी कम होगी।

योजना के लाभ:

✅ लघु एवं सीमांत किसानों को 60% अनुदान (अधिकतम ₹18,000)
✅ अन्य किसानों को 50% अनुदान (अधिकतम ₹15,000)
✅ अधिक भूमि की सिंचाई और जल की बचत
✅ सरकार द्वारा सब्सिडी सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया:

✔ किसान के पास कृषि योग्य भूमि हो
✔ “राज किसान साथी” पोर्टल या ई-मित्र केंद्र से आवेदन करें
✔ आधार/जनाधार कार्ड और जमाबंदी की प्रति आवश्यक

📢 इस योजना का लाभ उठाएं और अपने खेत की सिंचाई व्यवस्था को मजबूत बनाएं!

स्रोत: कृषि जागरण

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लहसुन के भाव में आई भारी गिरावट, 9300 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट लहसुन 3913 3913
शाजापुर आगर लहसुन 3500 7000
आगर मालवा आगर (एफ एंड वी) औसत 3200 7000
धार बदनावर औसत 2225 3200
धार बदनावर देसी 1950 6550
धार बदनावर लहसुन 1151 5500
धार बदनावर नया माध्यम 2100 4100
भोपाल भोपाल लहसुन 2000 7300
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा (F&V) औसत 6200 9000
मन्दसौर दलौदा लहसुन 2001 7502
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 1000 5000
इंदौर इंदौर लहसुन 500 7500
रतलाम जावरा लहसुन 1800 8182
नीमच जावद लहसुन 2000 6400
शाजापुर कालापीपल लहसुन 960 5581
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 1600 5581
ग्वालियर लश्कर लहसुन 8000 8000
नीमच मनसा लहसुन 3901 6780
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 1600 7000
नीमच नीमच औसत 1800 6601
नीमच नीमच लहसुन 1500 9000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 995 7200
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 1500 6901
रतलाम रतलाम देसी 1502 7000
रतलाम रतलाम लहसुन 201 9300
रतलाम रतलाम लहसुन-जैविक 5001 5100
रतलाम सैलाना औसत 2900 4700
रतलाम सैलाना लहसुन 1200 6950
शाजापुर शाजापुर औसत 5174 5174
शाजापुर शाजापुर लहसुन 1325 6171
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 2300 7111
शाजापुर शुजालपुर देसी 1800 5790
शाजापुर शुजालपुर(F&V) लहसुन 1000 6000
मन्दसौर सीतामऊ चीन 5490 5490
मन्दसौर सीतामऊ देसी 4410 6750
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 2601 6010
उज्जैन उज्जैन लहसुन 3276 5526

स्रोत: एगमार्कनेट

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फूलगोभी की फसल में तंबाकू इल्ली की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of tobacco caterpillar in cauliflower

इस कीट के वयस्क गहरे भूरे रंग के होते हैं, और इनके आगे के पंख पर सफ़ेद धारियां बनी होती हैं जिसके बीच में काले धब्बे होते हैं। इस कीट के वयस्क समूह में अंडे देते हैं जो एक सफ़ेद परत से ढके रहते हैं और एक समूह में 40 से 200 तक अंडे हो सकते हैं। अंडे से निकली इल्ली प्रारंभिक अवस्था में हरे रंग की होती है जो की पत्तियों को खुरच कर खाती है, और बाद में यह इल्ली गहरे हरे या भूरे रंग की हो जाती है। बड़ी अवस्था की इल्लियां, पत्तियों में गोल छेद बना कर खाती हैं, साथ हीं यह गोभी के फूल में ऊपर से घुसकर नुकसान पहुंचाती हैं। 

नियंत्रण: इसके नियंत्रण के लिए इल्लियों का प्रकोप दिखाई देते ही, इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी) @ 100 ग्राम प्रति एकड़ या कोस्को (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% एससी) @ 20 मिली प्रति एकड़ के दर से छिड़काव करें।

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22 फरवरी तक आधे से ज्यादा भारत में बारिश की संभावना है, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

आज से 22 फरवरी तक आधे से ज्यादा भारत में बारिश की संभावना है। पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी होगी। सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश में भी बर्फबारी की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना, उत्तरी आंध्र प्रदेश, सहित उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश की संभावना बन रही है। न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं। दो दिनों के बाद देश के पश्चिमी भागों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में मौसम लगभग साफ बना रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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