आज लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश का बजट पेश किया है। उम्मीद के अनुसार बजट में कई सौगातें आम जनता के लिए निर्धारित की गई हैं। बजट में ख़ास कर के स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि एवं बुनियादी ढांचे पर बहुत अधिक जोर दिया गया है। बहरहाल कृषि क्षेत्र के लिए कई बेहद महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। कृषि क्षेत्र के बाबत कहा गया है की एग्रीकल्चरल रिसर्च सेटअप शुरू किया जाएगा और इसे शुरू करने के लिए फंडिंग उपलब्ध करवाई जायेगी।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि “नेचुरल फार्मिंग का सर्टिफिकेशन किया जाएगा। 10 हजार बायो रिसर्च सेंटर बनाए जाएंगे।” उन्होंने कहा की “एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक कृषि के लिए मदद दी जाएगी साथ ही इसे ग्राम पंचायतों के जरिए लागू किया जाएगा।” इसके अलावा मंत्री ने कहा कि “32 फसलों की 109 किस्म लाई जाएगी। सब्जियों की सप्लाई चेन पर जोर दिया जाएगा।”
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “400 जिलों में फसलों का डिजिटल सर्वे किया जाएगा।” सरकार झींगा के पालन और विपणन के लिए वित्त उपलब्ध कराएगी वहीं, सब्जी उत्पादन और आपूर्ति शृंखला के लिए अधिक एफपीओ का गठन होगा। साथ ही कृषि भूमि व किसानों का रिकॉर्ड डिजिटल होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि “सरकार जलवायु-अनुकूल बीज विकसित करने के लिए निजी क्षेत्र, विशेषज्ञों और अन्य को धन उपलब्ध कराएगी।” उन्होंने कहा कि “अगले दो वर्ष में देशभर में 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। फसलों के उत्पादन, भंडारण और विपणन की प्रक्रिया की मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही सब्जी उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला के लिए किए क्लस्टर विकसित किए जाएंगे।
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