वेल असणाऱ्या पिकांसाठी सावलीच्या घराचे महत्त्व

Importance of shade house for vine crops
  • शेतकरी बंधूंनो, शेडनेट (सावली घर) ही जाळी किंवा इतर विणलेल्या साहित्यापासून बनलेली एक रचना आहे ज्यामध्ये सूर्यप्रकाश, ओलावा आणि हवा मोकळ्या जागेतून आवश्यकतेनुसार प्रवेश करू शकते. त्यामुळे झाडाच्या वाढीसाठी पोषक वातावरण तयार होते.

  • ही वेल औषधी वनस्पती, भाजीपाला आणि वनस्पतींच्या लागवडीस मदत करते.

  • शेडनेटमध्ये लागवड केल्यास किडींचा प्रादुर्भाव कमी होतो.

  • गडगडाटी वादळ, पाऊस, गारपीट आणि दंव यांसारख्या हवामानातील नैसर्गिक नाशांपासून शेडनेट संरक्षण प्रदान करते.

  • याचा उपयोग उन्हाळ्यात झाडांचा मृत्यू दर कमी करण्यासाठी केला जातो.

  • हे टिशू कल्चर रोपांना मजबूत करण्यासाठी देखील वापरले जाते.

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देश के आधे से ज्यादा राज्यों में आफत की बारिश, कहीं ओलावृष्टि तो कहीं आंधी

know the weather forecast,

महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का मौसम बिगड़ रहा है। कई जगह तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। 12 तारीख से राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में भी बारिश शुरू हो सकती है। 13 से 15 अप्रैल के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश संभव है। गुजरात सहित कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में भी बारिश की गतिविधियां होगी। पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा हल्की बारिश देखेंगे। छत्तीसगढ़ के कई जिले तेज बारिश के साथ बिजली की गरज चमक देख सकते हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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हा रोग मूगाचे उत्पादन कमी करतो?

Molybdenum element is essential in the crop of green and black gram
  • पानावरील ठिपके रोग : या रोगाची लक्षणे झाडाच्या सर्व भागात आढळून येतात व त्याचा परिणाम पानांवर मोठ्या प्रमाणात दिसून येतो.सुरुवातीला रोगाची लक्षणे लहान तपकिरी बोटीच्या आकाराचे ठिपके दिसतात, जी वाढतात. , पानांचा संपूर्ण भाग जळतो आणि ऊती मरतात ज्यामुळे झाडाचा हिरवा रंग नष्ट होतो.

  • सरकोस्पोरा पानांवरील धब्बा रोग : या रोगाचा संसर्ग पहिल्या जुन्या पानांपासून सुरू होतो. पानांवर तपकिरी लाल कडा असलेले गडद तपकिरी ठिपके दिसतात, नंतर हे डाग अनियमित आकाराचे बनतात. पाने पिवळी पडतात व गळून पडतात.फुलांच्या वेळी जास्त प्रादुर्भावामुळे पाने गळून पडतात व दाणे कुरकुरीत होतात व रंगहीन होतात.

  • तना झुलसा रोग : या रोगाचा प्रादुर्भाव पिकाच्या परिपक्वतेच्या वेळी दिसून येतो, या रोगामध्ये पानांवर अनियमित आकाराचे ठिपके देखील दिसतात

  • अंगमारी/झुलसा रोग : या रोगात पानांवर गडद तपकिरी ठिपके दिसतात.दांड्यावर जांभळ्या-काळ्या रंगाचे अनियमित ठिपके दिसतात आणि शेंगांवर लाल किंवा तपकिरी रंग येतो. रोगाच्या गंभीर अवस्थेत, स्टेम कमकुवत होते.

  • उपयुक्त रोगांसाठी योग्य व्यवस्थापन :

  • रासायनिक व्यवस्थापन: थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी [मिल्ड्यू विप] 300 ग्रॅम कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% डब्ल्यूपी [कार्मानोवा] 300 ग्रॅम टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्ल्यूजी [स्वाधीन ] 500 ग्रॅम क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी [जटायु] 400 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करा. 

  • जैविक व्यवस्थापन: या सर्व रोगांवर जैविक उपचारासाठी ट्रायकोडर्मा विरिडी 500 ग्रॅम स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 250 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करू शकता.

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60 वर्ष के बाद हर किसान को मिलेगी 3 हजार की पेंशन! बस करना होगा ये काम

Kisan ManDhan Yojana

हमारे देश में बहुत सारे किसानों को अलग अलग वजहों से आर्थिक संकट झेलना पड़ता है। जब किसान बूढ़े हो जाते हैं तो यह संकट और ज्यादा बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री किसान मान-धन योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत बुढ़ापे में किसानों को 3000 रूपये की पेंशन दी जायेगी।

कौन कर सकते हैं आवेदन?

प्रधानमंत्री किसान मान धन योजना के अंतर्गत 18 से 40 वर्ष के मध्य आने वाले किसान रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आपकी उम्र 18 वर्ष है तो आपके इसके अंतर्गत हर माह महज 55 रुपये जमा करना होगा। अगर आपकी उम्र 40 वर्ष है तो आपको इसके लिए 200 रुपये देने होंगे।

इस योजना के माध्यम से पेंशन का लाभ 60 साल की उम्र पार करने के बाद ही किसानों को मिलता है। इसमें किसानों को हर महीने 3000 रूपये की रकम पेंशन के रूप में दी जाती है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान मानधन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जरूर जाएँ और आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर लें।

स्रोत: कृषि जागरण

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
दतिया दतिया सरसों 4870 4970
भिंड गोहाद सरसों (काला) 4955 5165
गुना गुना सरसों 4600 4875
जबलपुर जबलपुर सरसों 4665 5000
ग्वालियर लश्कर सरसों 5000 5000
मुरैना मुरैना सरसों 4925 5055
मुरैना पोरसा सरसों (काला) 4850 4980
मुरैना सबलगढ़ सरसों (काला) 4875 5035
मुरैना सबलगढ़ सरसों 4805 4920
सागर सागर सरसों 4760 4760
राजगढ़ सारंगपुर सरसों 4750 4800
विदिशा शमसाबाद सरसों 4500 4525
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 4681 4681
उज्जैन उज्जैन सरसों 4700 4700

स्रोत: एगमार्कनेट

खेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो  शेयर जरूर करें।

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शेतामध्ये ड्रोनचा वापर करताना या गोष्टी लक्षात ठेवा?

This company is giving drones for free
  • शेतात फवारणीसाठी ड्रोन हा एक उत्तम पर्याय आहे. यामुळे कमी मनुष्यबळाची गरज असलेल्या पाण्याची आणि रसायनांची बचत होते. ड्रोनने फवारणी करताना खालील गोष्टी लक्षात ठेवा.

  • ड्रोनने फवारणी करताना वेळीच पीपीई किट घातले आहे का याची खात्री करा जेणेकरुन रसायने नाकात आणि डोळ्यात जाऊ नयेत.

  • फवारणी करताना धुम्रपान करू नका

  • कमीत-कमी 5 मिनिटांसाठी फवारणी संचालनाचे परीक्षण करण्यासाठी शुद्ध पाण्याची (रसायनाशिवाय) फवारणी करा. 

  • पाण्यात कीटकनाशक पूर्णपणे विसर्जित करण्यासाठी दोन चरणांमध्ये पातळ करणे सुनिश्चित करा.

  • वाऱ्याचा वेग, आर्द्रता आणि तापमानासाठी हवामानाची स्थिती तपासा. या परिस्थिती फवारणीच्या कार्यक्षमतेवर परिणाम करतात.

  • मधमाशी परागण दरम्यान फवारणी करू नका.

  • प्रभावी फवारणीसाठी टाकीतील पाण्याच्या प्रमाणासह ड्रोनची उड्डाणाची योग्य उंची आणि वेग याची खात्री करा.

  • रसायनांचा जास्तीत-जास्त उपयोग करण्यासाठी  एन्टी ड्रिफ्ट नोजल वापरणे आवश्यक आहे.

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अगले 7 दिन तक बारिश का अलर्ट, 13 राज्यों पर दिखेगा असर

know the weather forecast,

देशभर में गर्मी से टेंपरेचर का टॉर्चर शुरू हो चुका है। राजधानी दिल्ली में भी दिन में झुलसाने वाली धूप से लोग परेशान हैं हालाँकि मौसम विभाग का अनुमान है की वेस्टर्न डिस्टरवेंस की वजह से देश के 13 राज्यों में 7 दिन तक बारिश हो सकती है। खबर को विस्तार से जानने के लिए वीडियो देखें।

स्रोत: न्यूज़ नेशन

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2024 में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान, देखें इस साल कैसा रहेगा मौसम

know the weather forecast,

इस बार 2024 का दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहने का अनुमान है। 1 जून से 30 सितंबर के बीच 868.6 मिली मीटर बारिश होती है। परंतु इस बार 886 मिलीमीटर बारिश का अनुमान है जो सामान्य का 102% होगी। जून में सामान्य का 95% जुलाई में 105% अगस्त में 98% तथा सितंबर में 110% बारिश होने का अनुमान है। पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश सामान्य से कम रह सकती है। देश के बाकी हिस्से अच्छी बारिश देखेंगे। मुख्यतः मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश रहने का अनुमान है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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पीएम किसान योजना पर बड़ा अपडेट, इन दिन जारी हो सकती है 17वीं किस्त

PM Kisan Samman nidhi Yojana

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है। गौरतलब है की देश भर के करोड़ों किसान अब तक 2000 रूपये की 16 किस्तों का लाभ ले चुके हैं। अब किसान इस योजना की 17वीं किस्त के इंतजार में हैं।

ख़बरों के अनुसार, सरकार इस योजना की 17वीं किस्त जून या फिर जुलाई महीने में किसानों के बैंक खाते में भेज सकती है। वैसे सरकार की तरफ से इस बाबत कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। पर मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी संभावना जताई जा रही है की आगामी लोकसभा चुनावों के बाद ही यह क़िस्त किसानों के बैंक अकाउंट्स में जा पाएगी। लोकसभा चुनाव अप्रैल और मई माह में होने हैं तो इस हिसाब से पीएम किसान योजना की अगली क़िस्त जून या जुलाई माह में ही आ पायेगी।

यहाँ यह ध्यान जरूर रखें की जिन किसानों ने अभी तक इस योजना के लिए अपने भूलेखों का सत्यापन एवं ई-केवाईसी नहीं करवाया है, उन्हें इससे बंचित रहना पड़ेगा। बता दें की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए पात्र किसानों को अपना ई-केवाईसी करवाना जरूरी होता है। इसके बगैर किसान योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। ई-केवाईसी करवाने के लिए आप अपने आसपास सीएससी सेंटर या बैंक में जा सकते हैं। आप चाहें तो घर बैठे पीएम किसान पोर्टल के माध्यम से ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, उच्च भाव पहुंचे 25000 रुपये के पार

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
धार बदनावर लहसुन 1900 16000
भोपाल भोपाल लहसुन 6650 16700
मन्दसौर दलौदा लहसुन 4500 25000
सागर देवरी औसत 4400 6200
सागर देवरी लहसुन 6200 6200
इंदौर इंदौर लहसुन 500 15980
रतलाम जावरा देसी 12450 12450
रतलाम जावरा लहसुन 6000 12810
नीमच जावद लहसुन 6200 11901
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 4300 10600
नीमच नीमच औसत 10000 10000
मन्दसौर पिपल्या औसत 6800 6800
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 1101 18802
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 13310 13310
रतलाम रतलाम लहसुन 11000 11000
रतलाम सैलाना लहसुन 14555 14555
शाजापुर साजापुर लहसुन 2300 11486
राजगढ़ सारंगपुर औसत 3210 4200
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 5001 9300
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 4400 9340

स्रोत: एगमार्कनेट

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