गोबर से बना ऐसा ऑर्गेनिक घर, जो रहता है AC से ज्यादा ठंडा

Such an organic house made of cow dung which remains colder than AC

तपती धूप से बचने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं। वैसे तो आमतौर पर लोग घरों को ठंडा रखने के लिए AC, कूलर एवं पंखे का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा भी कई ऐसी तरकीबें हैं जिनकी मदद से लोग गर्मी में अपने घरों को ठंडा रखते हैं। वहीं हम आपको भीषण गर्मी से बचने का एक ऐसा जुगाड़ बताएंगे जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे।

जैविक घर जो गर्मी में ठंडा और सर्दी में रहेगा गर्म

डॉक्टर शिव दर्शन मलिक ने एक ऐसा जैविक घर बनाया है, जो गर्मी के मौसम में ठंडा और सर्दी के मौसम में अपने आप गर्म रहता है। इस जैविक घर की खास बात यह है कि यह गोबर की ईंटों से बनाया गया है। गोबर से बनी इस खास ईंट को गौक्रीट ईंट और वैदिक प्लास्टर नाम दिया गया है। इसके अलावा घर बनाने में उन्होंने मिट्टी, चूना और स्थानीय वनस्पति का भी उपयोग किया गया है। जिस वजह से यह घर पूरी तरह से ऑर्गेनिक है।

रेडिएशन के खतरे से होगा सुरक्षित

वहीं ऑर्गेनिक होने के कारण इस घर का तापमान बाहर की अपेक्षा 7 डिग्री कम रहता है। इसके साथ ही यह रेडिएशन के खतरे से भी सुरक्षित रहता है। हर मायने में यह घर काफी सुरक्षित, किफायती और मौसम अनुरूप है। जिस वजह से शिव दर्शन मलिक सबको ऐसे घरों को तैयार करने की सलाह दे रहे हैं, ताकि पर्यावरण और सेहत दोनों स्वस्थ्य रहें।

स्रोत: कृषि जागरण

किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना न भूलें।

Share

गोशाळेच्या बांधकामासाठी मिळेल 10 लाखांचे सरकारी अनुदान

Now government grant of 10 lakhs will be available on construction of Gaushala

भटक्या प्राण्यांमुळे पिकांचे खूप नुकसान होते, यामुळे, कधीकधी संपूर्ण पीक उध्वस्त होते. ही समस्या दूर करण्यासाठी राजस्थान सरकारने भटक्या गायीला संरक्षण देण्याचा निर्णय घेतला आहे आणि त्यासाठी ती नंदीशाळा योजना आणि गोशाळा योजना सुरु करण्यात आली आहे.

या योजनेअंतर्गत भटक्या प्राण्यांसाठी गोशाळा बांधण्यात आली आहे आणि सरकार त्याच्या बांधकामासाठी अनुदानही देत ​​आहे. यासाठी 10 लाख रुपयांचे अनुदान निश्चित करण्यात आले आहे. या पैशातून गोशाळेत गोठा, पाण्याची टाकी, टिन शेड बांधकाम, चार भिंती इत्यादी बांधता येतात. या व्यतिरिक्त, सरकार एकूण खर्चाच्या 90% नंदी शाळांसाठी सब्सिडी म्हणून देत आहे.

स्रोत: किसान समाधान

कृषी आणि शेतकऱ्यांशी संबंधित फायदेशीर सरकारी योजनांशी संबंधित माहितीसाठी, ग्रामोफोनचे लेख दररोज वाचा आणि हा लेख खाली दिलेल्या बटनावर क्लिक करुन आपल्या मित्रांसोबत शेअर करायला विसरू नका.

Share

युवा शेतकऱ्यांने अगदी कमी किंमतीत पेट्रोल-डिझेलशिवाय चालणारा ट्रॅक्टर बनविला

व्हिडिओच्या माध्यमातून पाहा, गुजरातमधील एका तरुण शेतकऱ्याने पेट्रोल आणि डिझेलशिवाय चालणारा ट्रॅक्टर कसा बनवला. हा ट्रॅक्टर अत्यंत कमी खर्चात बनवण्यात आला असून तो चालवण्यासाठी कोणताही खर्च येत नाही. ते सौरऊर्जेद्वारे चालते, त्यामुळे पेट्रोल आणि डिझेलचा खर्चही वाचतो.

स्रोत: बीबीसी

हेही वाचा: कोणत्याही किंमतीत बनवलेला हा देशी जुगाड कांद्याच्या साठवणात उपयुक्त ठरेल

कृषी क्षेत्राशी संबंधित अशाच महत्वाच्या माहितीसाठी ग्रामोफोनचे लेख दररोज वाचत रहा आणि हा लेख खाली दिलेल्या बटनावर क्लिक करुन आपल्या मित्रांसह देखील शेयर करा.

Share

मूग पिकाचे नुकसान करणारे प्रमुख शोषक कीटक

Major sucking pests that damage moong crop

  • मूग पिकाचे नुकसान करणाऱ्या प्रमुख शोषक कीटकांपैकी, माहू आणि हिरवा टील, थ्रीप्स, पांढरी माशी इत्यादी पिकांच्या मऊ भागातून रस शोषून पिकाचे नुकसान करतात जसे की पाने, फुले, शेंगा इत्यादीपासून वाचवता येते.

  • माहू आणि हिरवे तेल : प्रभावित झाडाची पाने पिवळी होऊन कुरळे होतात. गंभीर प्रादुर्भाव झाल्यास पाने सुकतात आणि हळूहळू संपूर्ण झाड सुकते आणि त्यांच्या व्यवस्थापनासाठी, एसिटामिप्रिड 20% एसपी [नोवासेटा] 100 ग्रॅम थायोमिथोक्साम 25% डब्ल्यूजी [थियानोवा 25] 100 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करावी. 

  • थ्रिप्स : हे कीटक पानांच्या वरच्या पृष्ठभागावर आणि पानांच्या खालच्या पृष्ठभागावर जास्त प्रमाणात आढळतात. प्रादुर्भावग्रस्त झाडाची पाने कोरडी, कुरवाळलेली आणि कोमेजलेली दिसतात. आणि त्यांच्या व्यवस्थापनासाठी, फिप्रोनिल 5% एससी [फिपनोवा] 400 मिली स्पिनोसेड 45% एससी  [ट्रेसर] 75 मिली/एकर या दराने फवारणी करावी. 

  • पांढरी माशी : प्रभावित झाडाची पाने सुकतात आणि गळून पडतात. हा कीटक पीत शिरा मोज़ेक विषाणू रोगाचा वाहक आहे. पांढऱ्या माशी व्यवस्थापनासाठी, डायफेन्थुरान 50% एसपी [पेजर] 250 ग्रॅम फ्लोनिकामिड 50% डब्ल्यूजी [पनामा] 60 मिली एसिटामिप्रिड 20% एसपी [नोवासेटा] 100 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करावी.

Share

कई राज्यों में बारिश व आंधी से मिली भीषण गर्मी से राहत, देखें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

नया पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण उत्तर पश्चिम मध्य तथा पूर्वी भारत में बादल छाए रहे जिससे कई इलाकों में अधिकतम तापमान गिरे तथा लू की स्थिति में सुधार हुआ। अगले 2 दिनों के दौरान भी लू से राहत मिलेगी। पहाड़ों पर अच्छी बारिश का अनुमान है। पंजाब और उत्तरी हरियाणा में हल्की बारिश तथा शेष हरियाणा और उत्तर पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी चल सकती है। दिल्ली और उसके आसपास धूल भरी हवाएं संभव हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

बनें पशुधन सहायक और पाएं 85500 तक का वेतन, जल्द करें आवेदन

Become a livestock assistant and get a better salary, apply soon

राजस्थान सरकार प्रदेशवासियों के लिए नौकरी पाने का खास मौका लेकर आई है। RSMSSB विभाग में पशुधन सहायक पद की 1136 भर्तियां निकली हैं। इस बात की जानकारी RSMSSB ने अधिसूचना जारी कर दी है। उम्मीदवारों के लिए पशुधन सहायक पद में भर्ती होने का यह सुनहरा मौका है।

अधिसूचना के अनुसार उम्मीदवार को पशुधन सहायक के तौर पर 1 या 2 साल का प्रशिक्षित होना जरूरी है। इसके साथ ही भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान या बागवानी कृषि, पशुपालन और जीव विज्ञान के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इस पद पर भर्ती के बाद 26300 से 85500 तक का वेतन मिलेगा।

बता दें कि पशुधन सहायक भर्ती 2022 के लिए आवेदन पत्र 19 मार्च 2022 से भरें जा रहे हैं। वहीं आवेदन करने की अंतिम तारिख 17 अप्रैल 2022 है। आवेदन जमा करने के बाद कोई गलती होने पर 18 से 24 अप्रैल 2022 के बीच आप इसमें सुधार कर सकते हैं। इस मौके का लाभ उठाने के लिए RSMSSB की आधिकारिक वेबसाइट @rsmssb.rajsthan.gov.in पर जाएं। जहां साइट पर दी गई जानकारी के अनुरूप अपना आवेदन जमा करें।

स्रोत: कृषि जागरण

आपकी जरूरतों से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए प्रतिदिन पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख और अपनी कृषि समस्याओं की तस्वीरें समुदाय सेक्शन में पोस्ट कर प्राप्त करें कृषि विशेषज्ञों की सलाह। अगर लेख पसंद आई हो तो इसे लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

13 अप्रैल रोजी रतलाम मंडईत गव्हाचे नवीन भाव काय होते?

Ratlam Mandi wheat Rate,

आजच्या नवीन गव्हाच्या दरात किती तेजी किंवा मंदी दिसली? आज बाजारात गव्हाचे भाव कसे आहेत व्हिडिओद्वारे पहा!

स्रोत: जागो किसान यूट्यूब चैनल

Share

काय आहेत रतलाम मंडीत लसणाचे नवे भाव, पाहा रिपोर्ट

new garlic mandi rates

आज नवीन लसणाच्या दरात किती तेजी किंवा मंदी दिसली? आज बाजारात लसणाचा भाव कसा आहे ते व्हिडिओद्वारे पहा!

स्रोत: जागो किसान यूट्यूब चैनल

Share

अब सौर ऊर्जा से चलेगा ऑटो रिक्शा, कम लागत में होगा बंपर मुनाफा

Now auto rickshaw will run on solar energy

महंगाई के इस दौर में ईंधन की कीमतें भी रफ्तार पकड़ रही हैं। ऐसे में लोगों को मोटर गाड़ियों में पट्रोल और डीज़ल डलवाने से पहले कई बार सोचना पड़ता है। लोगों की इस परेशानी को दूर करने के लिए ही बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों को उतारा गया है, ताकि बढ़ते खर्च पर लगाम लगाई जा सके।

वहीं बैटरी से चलने वाले वाहनों की मदद से लोगों को एक बढ़िया और किफायती रोजगार मिला है। इन वाहनों के जरिए लोगों को ईंधन की बढ़ती कीमत से छुटकारा मिलने के साथ ही आय में बढ़िया मुनाफा हुआ है। इसी समाधान के क्रम को आगे बढ़ाते हुए केरल राज्य के दो लोगों ने मिलकर एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है।

इस प्रोजेक्ट के तहत रेट्रो ऑटो रिक्शा के आधार पर एक बैटरी चालक रिक्शा डिजाइन किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के अनुसार ऑटो की बैटरी को सौर पैनल की मदद से कहीं भी आसानी से चार्ज किया जा सकेगा। प्रोजेक्ट के पूरा होते ही बहुत जल्द भारतीय बाजारों में इसका कमर्शियल उत्पादन भी किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा पाएं।

स्रोत: कृषि जागरण

बताई गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे लाइक करना न भूलें साथ ही नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों को भी यह लेख जरूर साझा करें।

Share

13 अप्रैल रोजी इंदौर मंडीत कांद्याचा भाव किती होता?

Indore onion Mandi Bhaw

व्हिडिओद्वारे जाणून घ्या आज इंदौरच्या मंडईत म्हणजेच 13 अप्रैल रोजी कांद्याची बाजारभाव काय होती?

व्हिडिओ स्रोत: मंदसौर मंडी भाव यूट्यूब चैनल

Share