ग्रामीण युवा अक्सर स्वरोजगार के लिए सोचते हैं पर आर्थिक मदद न मिलने की वजह से ऐसा हो नहीं पाता है। बहरहाल बकरी पालन शुरू कर के भी युवा स्वरोजगार कर सकते हैं। इसमें सरकार भी युवाओं की मदद के लिए आगे आई है। बिहार सरकार के पशुपालन विभाग ने पिछले दो साल से बंद “समेकित बकरी विकास योजना” को पुनः शुरू कर दिया है।
इस साल राज्य सरकार पुनः एक बार गरीब परिवारों के युवाओं को बकरी पालन की मदद से स्वरोजगार देने की पहल कर रही है। इस योजना का फायदा सभी वर्ग के युवा उठा सकते हैं। बता दें की इस योजना में बकरी पालन हेतु सामान्य वर्ग के युवाओं को 50% और एससी एसटी वर्ग के युवाओं को 60% का अनुदान मिलेगा। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने इस योजना में क्रियान्वन हेतु 5 करोड़ 22 लाख 85 हजार रुपये का फंड निर्धारित किया है। गौरतलब है की उन्नत नस्ल के बकरे की औसत कीमत 15 हजार रुपये तक होती है। इसके लिए सामान्य वर्ग के लोगों को 1 लाख 21 हजार रुपये और एससी, एसटी के लोगों को 1 लाख 45 हजार रुपये का अनुदान दिया जायेगा।
यह योजना तीन प्रकार की है। इसमें पहले आओ और पहले पाओ की तर्ज पर पहली योजना 20 बकरियों और एक बकरा के लिए है। वहीं दूसरी योजना 40 बकरियों और दो बकरों के लिए है, जबकि तीसरी योजना 100 बकरियों और पांच बकरों के साथ शुरू होगी।
स्रोत: किसान तक
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